शुभ नाग पंचमी
महीना है भई सावन का,
लोग सभी हैं जानते।
शुक्ल पक्ष की पंचमी को,
नाग पंचमी हैं मानते।।
आज के दिन देखो जाकर,
हर घर के दरवाजे पर।
हैं पधारे नाग देवता,
खड़े हुए फन तानकर।।
हर घर के लोग सभी,
सेवइयों का लगाते भोग।
स्वागत करते प्रेमपूर्वक,
आशीष नाग का पाते लोग।।
जाते हैं मंदिर में लोग,
नाग को दूध पिलाने को।
हाथ जोड़कर विनती करते,
सभी शुभ फल पाने को।।
करूँ विनती नाग देवता,
कहना मेरा मान लेना।
श्रद्धा समर्पित भक्तों को,
थोड़ा आशीष भी दे देना।।
रचयिता
गीता देवी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय मल्हौसी,
विकास खण्ड- बिधूना,
जनपद- औरैया।
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