महिला सशक्तिकरण विशेषांक-293

*👩‍👩‍👧‍👧महिला सशक्तीकरण विशेषांक-293*
 
*मिशन शिक्षण संवाद परिवार की बहनों की संघर्ष और सफ़लता की कहानी*
 
दिनाँक-05.05.2024
नाम:- श्रीमती प्रियंका सिंह
पद:- सहायक अध्यापिका 
विद्यालय:- संविलित विद्यालय धरौली, मधुपुर, मंगरौरा, प्रतापगढ़
*सफलता एवं संघर्ष की कहानी :-*👇
★प्रथम नियुक्ति/सामाजिक सेवा की शुरुआत  :  17.01.2011 प्राथमिक विद्यालय धरौली मधुपुर
★वर्तमान  नियुक्ति/वर्तमान कार्यक्षेत्र : संविलित विद्यालय धरौली मधुपुर मंगरौरा प्रतापगढ़
★प्रारम्भिक परिचय : प्रियंका सिंह बीएससी, B.Ed ,एम.ए(एजुकेशन), एस.बी.टी.सी
*★विद्यालय/जीवन की समस्यायें एवं समाधान :-*
 नियुक्ति के समय से ही मेरा विद्यालय जर्जर था उचित शिक्षण के लिए मेरे पास ना ही उचित संसाधन थे न ही कक्षा कक्ष और बच्चों का शैक्षणिक स्तर भी बहुत कमजोर था फिर भी मैंने इन समस्याओं से ऊपर उठकर मल्टीग्रेडेड कक्षा कक्ष शिक्षक पद्धति को अपनाते हुए गतिविधि आधारित कक्षा शिक्षण पर कार्य किया जिससे बच्चों में विद्यालय में ठहराव तो दिख ही साथ ही साथ उनमें विद्यालय के प्रति रुचि भी दिखाई दी मेरे निरंतर प्रयास से बच्चे जिला स्तर तक के प्रोग्राम में प्रतिभाग करने लगे विद्यालय का स्तर निरंतर आगे बढ़ता रहा कोविड के समय भी मैंने अपने बच्चों के शैक्षिक स्तर एवं स्वास्थ्य का संपूर्ण ध्यान रखा कोविड जैसी महामारी के समय में मोहल्ला पाठशाला चलाकर बच्चों की शिक्षा पर विशेष जोर दिया शिक्षा के साथ-साथ मैंने गरीब बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण के लिए भी मुझे जो भी सहयोग हो सका वह मैंने किया बच्चों की शिक्षा में रुचि हेतु बच्चों के लिए समस्त संसाधनों की व्यवस्था में स्वयं करती हूं जिससे मेरे बच्चे चित्रकला प्रतियोगिता,प्रोजेक्ट निर्माण, विज्ञान की कार्यशालाएं एवं विभिन्न शैक्षिक प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करते  हैं आईसीटी बेस्ड शैक्षिक तकनीक का प्रयोग करके मैं निरंतर बच्चों की वैज्ञानिक सोच को भी विकसित करने में उनका पूर्ण सहयोग करती हूं।
*★स्वयं के जीवन के संघर्ष एवं सफलताएँ :-*
 कहते हैं संघर्ष से भरा जीवन तो सभी का होता है चाहे वह कोई जानवर हो चाहे इंसान ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है जिसके जीवन में समस्या नहीं हूं मेरी भी जीवन की कुछ ऐसी कहानी है जब मैं हाई स्कूल में थी तो मेरे पिताजी की तबीयत बहुत खराब हो गई थी उनके ड्यूटी पर न जाने की वजह से उनको निलम्बित भी कर दिया गया था जिस वजह से उसे समय मेरे घर की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब हो गई थी स्कूल की फीस भी समय से नहीं जमा हो पाती थी मैं विद्यालय के हर प्रतियोगिता में प्रथम आई थी लेकिन विद्यालय के वार्षिकोत्सव में मुझे एक भी इनाम नहीं दिया गया क्योंकि मेरी फीस नहीं जमा थी उसे दिन से मैंने यह प्रण लिया की अगर मैं जीवन में कभी भी कामयाब हुई तो मैं यह किसी बच्चे के साथ नहीं होने दूंगी चाहे वह बच्चा कक्षा में प्रथम आए या कमजोर रहे मैं हर एक बच्चे को अपनी तरफ से पुरस्कृत करूंगी उसकी कोई ना कोई एक उपलब्धि के लिए  उसको पुरस्कृत करूंगी।सुख-दुख संघर्ष भरा जीवन सभी का होता है लेकिन बाल मन पर लगा हुआ चोट मुझे आज भी मेरे विद्यालय के बच्चों के लिए मुझे अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित करता है।
*★कार्यक्षेत्र की उपलब्धियाँ :-*
कोविड के समय किए गए मेरे प्रयासों के कारण मुझे मंडला आयुक्त प्रयागराज द्वारा शिक्षक दिवस के दिन उत्कृष्ट शिक्षिका का अवार्ड दिया गया साथ ही साथ अमृत महोत्सव में मेरे द्वारा किए गए कार्यों के कारण भी मुझे अमृत महोत्सव कार्यक्रम में पुरस्कृत किया गया। मेरे प्रयासों के द्वारा शैक्षिक उन्नयन को देखते हुए मुझे समय-समय पर बहुत से प्रशिक्षणों का संदर्भ दाता भी बनाया गया वह प्रशिक्षण चाहे ब्लॉक स्तर का हो या जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पर देना हो मैंने वहां भी पूर्ण ईमानदारी से अपना कर्तव्य निभाया है और आगे भी निभाती रहूंगी।
*★स्वयं की उपलब्धि :-*
स्कूल चलो अभियान में मैंने बढ़-चढ़कर कार्य किया है बच्चों के स्कूल में ठहराव एवं नामांकन हेतु मेरे गतिविधि आधारित शिक्षण का प्रयास काफी सराहा गया है भौतिक संसाधनों के अभाव में भी मैंने अपने क्षेत्र के अगल-बगल के प्राइवेट स्कूलों को एक कड़ी प्रतिस्पर्धा दी है जिससे मेरे विद्यालय का स्तर मेरे ग्राम सभा में काफी अच्छा माना जाता है मेरा विद्यालय ऐसा विद्यालय है जहां संसाधन तो नहीं है लेकिन निपुण बालक और बालिका है। मेरे बच्चे जिले स्तर के प्रोग्राम में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं और पुरस्कृत भी होते हैं। भारत सरकार एवं नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखकर विद्यालय में मेरे द्वारा किए गए कार्यों को सभी उच्च अधिकारियों द्वारा हमेशा सराहा जाता रहा है।
*★मिशन शिक्षण संवाद के लिये संदेश :-* 
कहते हैं अगर आप अच्छा करते हैं तो आगे आपको अच्छे लोग और अच्छे कर्मों का भी साथ मिलता है मिशन शिक्षण संवाद के द्वारा किए किए गए प्रयासों से निश्चित ही एक ऐसी विकास की लहर हमारे बेसिक शिक्षा परिषद में दिखाई देगी। जिसकी प्रतिपुष्टि हमें विभिन्न शिक्षकों द्वारा दिखाई दे रहा है । प्रदेश के विभिन्न जिलों के शिक्षकों द्वारा किए गए कार्यों से हमें भी प्रेरणा मिलती है जिससे हम अपने विद्यालय में और भी अच्छा कार्य कर पाते हैं मिशन शिक्षण संवाद एक ऐसा मंच है जिसने ना हम शिक्षकों को आगे बढ़ाने में मदद की है अपितु शैक्षिक उन्नयन में भी उत्कृष्ट कार्य किया है|

*📝टीम मिशन शिक्षण संवाद।*

Comments

Post a Comment

Total Pageviews