प्रथम देवी माँ शैलपुत्री का पूजन

नवरात्रि के प्रथम दिन, 

माँ शैलपुत्री की होती पूजा। 

मनवांछित फल देने वाली, 

इनके जैसा कोई ना दूजा।।


नौ देवी के नौ रूपों में, 

सबसे पहले यह हैं आती। 

हिमालय के घर थीं जन्मी, 

इसीलिए शैलपुत्री कहलातीं।।


चौकी पर लाल वस्त्र बिछाएँ, 

ऊपर केसर तिलक लगाएँ। 

मनोकामना पूर्ति गुटिका रखें फिर, 

लाल पुष्प से श्रृंगार कराएँ।।


जाप करें फिर इनके मंत्र का, 

लाल पुष्प हाथों में उठाएँ।

अर्पित कर यह लाल पुष्प फिर,

प्रसादी का फिर भोग लगाएँ।।


रचयिता

हेमलता गुप्ता,

सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय मुकंदपुर,
विकास खण्ड-लोधा, 
जनपद-अलीगढ़।



 

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