माँ का आगमन

हो रहा माँ का आगमन,

बिन बुलाये आ गई करूणा,

बिन कुछ कहे ही,

दूर हो गई सारी विडम्बना। 


हो रहा माँ का आगमन,

ममता ने फैला लिया आँचल,

पा लिया सारे जहां का प्यार,

जब मिला ममतामयी माँ का प्यार। 


हो रहा माँ का आगमन,

किलकारियाँ भरने लगा प्यार,

मिल गया खुशियों का संसार,

हुआ प्यार को एहसास। 


हो रहा माँ का आगमन,

होने लगा नव चेतना का संचार,

बनने लगा शक्ति-पुंज,

जीवन को मिलने लगा आयाम। 


ममतामयी-करूणामयी,

जगतजननी, जगदंबा;

कोटि-कोटि चरण वंदन,

कोटि - कोटि  प्रणाम।।


रचयिता
अर्चना गुप्ता,
प्रभारी अध्यापिका, 
पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिजौरा,
विकास खण्ड-बंगरा,
जिला-झाँसी।

Comments

Total Pageviews