राष्ट्रीय बेटी दिवस

चेहरे पर खिली प्यारी सी 

मुस्कान होती हैं ये बेटियाँ

ईश्वर का दिया सबसे अनमोल 

उपहार होती हैं ये बेटियाँ।।


मम्मी की लाडली और पापा की

सबसे दुलारी होती हैं बेटियाँ

घर के आँगन की सुंदर फुलवारी

होती हैं ये बेटियाँ।।


अपने हर रिश्ते को बखूबी

निभाती हैं ये बेटियाँ

जीवन की बगिया को अपने

कर्तव्य से महकाती हैं बेटियाँ।।


ससुराल जाकर भी माता-पिता का

पूरा ख्याल रखती हैं बेटियाँ।।

मेहंदी की तरह रचकर 

दो कुलों को सजाती हैं बेटियाँ।।


पढ़ लिख कर देश की शान 

बढ़ाती हैं बेटियाँ।

हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का

परचम लहराती हैं बेटियाँ।।


तो आओ हम सब मिलकर

बेटियों को खूब पढ़ाएँ

उनको दें शिक्षा का अधिकार

समाज से बेटा बेटी का भेद मिटाएँ।।


रचनाकार

मृदुला वर्मा,

सहायक अध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय अमरौधा प्रथम,

विकास खण्ड-अमरौधा,

जनपद-कानपुर देहात।

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