चाचा नेहरू
बच्चों से बहुत लगाव करते,
प्यार से उन्हें पास बुलाते।
चाचा नेहरू, चाचा नेहरू,
प्यार से कहते न थकते।
जन्मदिन पर बच्चों संग रहते,
खेलना-कूदना पसन्द थे करते।
सभी को बहुत याद हैं आते,
जब भी जन्मदिन हैं मनाते।
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने,
पं. जवाहरलाल नेहरु ही बने।
आज संग नहीं साथ हमारे,
पर हमारे दिलों में ही रहें।
बच्चों पर अन्याय मंजूर न था,
बाल मजदूरी, बाल विवाह सहन न था।
नेहरू जी ने नियम बनाए,
बच्चों के अधिकार दिए जाएँ।
बाल दिवस होता है खास,
हर बच्चा हो दिल के पास।
सरकार भी योजनाएँ बनाए,
हर बच्चे का भला हो जाए।
रचयिता
रीना सैनी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय गिदहा,
विकास खण्ड-सदर,
जनपद -महाराजगंज।
प्यार से उन्हें पास बुलाते।
चाचा नेहरू, चाचा नेहरू,
प्यार से कहते न थकते।
जन्मदिन पर बच्चों संग रहते,
खेलना-कूदना पसन्द थे करते।
सभी को बहुत याद हैं आते,
जब भी जन्मदिन हैं मनाते।
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने,
पं. जवाहरलाल नेहरु ही बने।
आज संग नहीं साथ हमारे,
पर हमारे दिलों में ही रहें।
बच्चों पर अन्याय मंजूर न था,
बाल मजदूरी, बाल विवाह सहन न था।
नेहरू जी ने नियम बनाए,
बच्चों के अधिकार दिए जाएँ।
बाल दिवस होता है खास,
हर बच्चा हो दिल के पास।
सरकार भी योजनाएँ बनाए,
हर बच्चे का भला हो जाए।
रचयिता
रीना सैनी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय गिदहा,
विकास खण्ड-सदर,
जनपद -महाराजगंज।
Comments
Post a Comment