नारी शक्ति
हर भारतीय नारी अंगार है
इसे प्रेम दोगे तो मीरा बाई
अगर छेड़ोगे तो लक्ष्मी बाई,
इनकी आँखें नहीं शोला है
प्यार से देखो तो इज्जत मिलेगा
बुरी नजर से देखो तो जल जाएगा,
सहनशीलता इनकी श्रृंगार है
बेटी बनकर हर घर सँवारे
माँ बनकर हमारा जीवन तारे,
हर भारतीय नारी अंगार है
ये कुछ ठान ले तो कर दे संभव
पराजय इनके लिए है असंभव।
रचयिता
चैतन्य कुमार,
सहायक शिक्षक,
मध्य विद्यालय तीरा,
ग्राम+पत्रालय:- तीरा खारदह,
प्रखण्ड:- सिकटी,
भाया:- कुर्साकाँटा,
जिला:- अररिया,
राज्य:- बिहार।
इसे प्रेम दोगे तो मीरा बाई
अगर छेड़ोगे तो लक्ष्मी बाई,
इनकी आँखें नहीं शोला है
प्यार से देखो तो इज्जत मिलेगा
बुरी नजर से देखो तो जल जाएगा,
सहनशीलता इनकी श्रृंगार है
बेटी बनकर हर घर सँवारे
माँ बनकर हमारा जीवन तारे,
हर भारतीय नारी अंगार है
ये कुछ ठान ले तो कर दे संभव
पराजय इनके लिए है असंभव।
रचयिता
चैतन्य कुमार,
सहायक शिक्षक,
मध्य विद्यालय तीरा,
ग्राम+पत्रालय:- तीरा खारदह,
प्रखण्ड:- सिकटी,
भाया:- कुर्साकाँटा,
जिला:- अररिया,
राज्य:- बिहार।
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