ऊँचा करना देश का नाम
बच्चों तुम में बसे हैं राम,
हैं करने तुमको उत्तम काम।
अच्छे इंसां बनकर के,
ऊँचा करना देश का नाम।।
बच्चों तुम ढेरों सपने देखो,
उन सपनों के पंख लगा दो।
अच्छे कामों की खुशबू से,
ये सारा तुम जग महका दो।।
तुम हो सच्चाई के दीपक,
तुम सत्य की लौ जलाना।
प्रकाश सत्य का जग में फैले,
प्रतिदिन ऐसे काज तुम करना।।
तुम हो भारत के भविष्य,
शीश सदा उठाकर चलना।
खेलो, कूदो या पढ़ो लिखो,
जो करना सर्वश्रेष्ठ तुम करना।।
तुम प्रतिष्ठा भारत की हो,
कार्य सब निष्ठा से करना।
भारत निर्माण की प्रक्रिया में,
नींव का पत्थर तुमको है रखना।।
तुम ही तो हो युग निर्माता,
भावी भारत के भाग्य विधाता।
शिक्षित भारत सभ्य समाज का,
संकल्प तुम्हें आज है लेना।।
शिक्षा बच्चों बहुत ज़रूरी,
राष्ट्र की प्रगति के साधक।
खूब पढ़ो, आगे बढ़ो तुम,
तभी होगा परिश्रम सार्थक।।
रचयिता
पूजा सचान,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय मसेनी(बालक) अंग्रेजी माध्यम,
विकास खण्ड-बढ़पुर,
जनपद-फर्रुखाबाद।
हैं करने तुमको उत्तम काम।
अच्छे इंसां बनकर के,
ऊँचा करना देश का नाम।।
बच्चों तुम ढेरों सपने देखो,
उन सपनों के पंख लगा दो।
अच्छे कामों की खुशबू से,
ये सारा तुम जग महका दो।।
तुम हो सच्चाई के दीपक,
तुम सत्य की लौ जलाना।
प्रकाश सत्य का जग में फैले,
प्रतिदिन ऐसे काज तुम करना।।
तुम हो भारत के भविष्य,
शीश सदा उठाकर चलना।
खेलो, कूदो या पढ़ो लिखो,
जो करना सर्वश्रेष्ठ तुम करना।।
तुम प्रतिष्ठा भारत की हो,
कार्य सब निष्ठा से करना।
भारत निर्माण की प्रक्रिया में,
नींव का पत्थर तुमको है रखना।।
तुम ही तो हो युग निर्माता,
भावी भारत के भाग्य विधाता।
शिक्षित भारत सभ्य समाज का,
संकल्प तुम्हें आज है लेना।।
शिक्षा बच्चों बहुत ज़रूरी,
राष्ट्र की प्रगति के साधक।
खूब पढ़ो, आगे बढ़ो तुम,
तभी होगा परिश्रम सार्थक।।
रचयिता
पूजा सचान,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय मसेनी(बालक) अंग्रेजी माध्यम,
विकास खण्ड-बढ़पुर,
जनपद-फर्रुखाबाद।
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