देश की वीर बेटी
19 नवम्बर 1917 को
प्रयागराज में जन्म पाया था।
नेहरू परिवार के एक हीरे ने
भारत को चमकाया था।।
इकलौती पुत्री जवाहर की
ज्वाला जैसी चमकी थी।
माँ कमला की लाडली
दुश्मनों को धरती थी।।
प्रारम्भिक शिक्षा पाकर
शांतिनिकेतन में प्रवेश लिया।
टैगोर ने प्रिय शिष्या को
प्रियदर्शिनी नाम दिया।।
आक्सफोर्ड में प्रवेश लेकर
शिक्षा का परचम लहराया।
करके फिरोज़ से विवाह
गांधी उपनाम था पाया।।
राजनीति और कूटनीति का
पिता से गुण पाया था।
पहली महिला प्रधानमंत्री बनकर
महिला सशक्तिकरण दिखाया था।।
1971 में धैर्य और हौंसले से
पाकिस्तान को हराया था।
चतुराई से दो भाग किए तब
बांग्लादेश अस्तित्व में आया था।।
राष्ट्रवाद और आर्थिक नीतियाँ
कृषि उत्पादकता को बढ़ाया था।
बाहरी देश कोई भारत में तब
हस्तक्षेप न कर पाया था।।
रक्षा करके मुस्लिमों की
राष्ट्रीय सौहार्द दिखाया था।
सुदृढ़ व्यक्तित्व का अपने
दुनिया से लोहा मनवाया था।।
साल 1984 में अपने ही
अंगरक्षकों ने विश्वास तोड़ दिया।
इच्छाशक्ति से परिपूर्ण नेता ने
इस दुनिया को छोड़ दिया।।
धैर्यशीलता और दृढ़ता से
राजनीति को नया मोड़ दिया।
राजनीति के लिये जन्मी इन्दिरा ने
दुनिया पर छाप छोड़ दिया।।
रचयिता
अर्चना अरोड़ा,
प्रधानाध्यापिका,
प्राथमिक विद्यालय बरेठर खुर्द,
विकास खण्ड-खजुहा,
जनपद-फ़तेहपुर।
प्रयागराज में जन्म पाया था।
नेहरू परिवार के एक हीरे ने
भारत को चमकाया था।।
इकलौती पुत्री जवाहर की
ज्वाला जैसी चमकी थी।
माँ कमला की लाडली
दुश्मनों को धरती थी।।
प्रारम्भिक शिक्षा पाकर
शांतिनिकेतन में प्रवेश लिया।
टैगोर ने प्रिय शिष्या को
प्रियदर्शिनी नाम दिया।।
आक्सफोर्ड में प्रवेश लेकर
शिक्षा का परचम लहराया।
करके फिरोज़ से विवाह
गांधी उपनाम था पाया।।
राजनीति और कूटनीति का
पिता से गुण पाया था।
पहली महिला प्रधानमंत्री बनकर
महिला सशक्तिकरण दिखाया था।।
1971 में धैर्य और हौंसले से
पाकिस्तान को हराया था।
चतुराई से दो भाग किए तब
बांग्लादेश अस्तित्व में आया था।।
राष्ट्रवाद और आर्थिक नीतियाँ
कृषि उत्पादकता को बढ़ाया था।
बाहरी देश कोई भारत में तब
हस्तक्षेप न कर पाया था।।
रक्षा करके मुस्लिमों की
राष्ट्रीय सौहार्द दिखाया था।
सुदृढ़ व्यक्तित्व का अपने
दुनिया से लोहा मनवाया था।।
साल 1984 में अपने ही
अंगरक्षकों ने विश्वास तोड़ दिया।
इच्छाशक्ति से परिपूर्ण नेता ने
इस दुनिया को छोड़ दिया।।
धैर्यशीलता और दृढ़ता से
राजनीति को नया मोड़ दिया।
राजनीति के लिये जन्मी इन्दिरा ने
दुनिया पर छाप छोड़ दिया।।
रचयिता
अर्चना अरोड़ा,
प्रधानाध्यापिका,
प्राथमिक विद्यालय बरेठर खुर्द,
विकास खण्ड-खजुहा,
जनपद-फ़तेहपुर।
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