काव्यांजलि

*#काव्यांजलि*
टीम # *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह,

🔵🔴 *#काव्यांजलि_2234*🔴🔵
दिनांक- सोमवार 17 जून~~~~~

विषय- हिन्दी, कक्षा- 02
पाठ- 13, भाग- 02

*किसान की चतुराई*

भालू ने अपने अनुसार, 
फसल लेने की कही बात।
किसान भी हो गया तैयार,
भालू से की पक्की बात ।।

भालू बोला जमीन के,
ऊपर की फसल मेरी।
और जो जमीन के नीचे बचे,
वह सारी फसल तेरी।।

किसान ने बोया आलू तो,
भालू ने पत्ते की फसल पायी। भालू रह गया खाली हाथ,
किसान ने आलू की फसल पायी।।

भालू बोला अब जमीन के,
नीचे की सारी फसल मेरी।
और जो होगी जमीन के ऊपर, किसान वो फसल तेरी।।

*रचना:-*
मृदुला वर्मा (स०अ०)
प्राथमिक विद्यालय अमरौधा प्रथम
अमरौधा, कानपुर देहात 

✏️ *संकलन*
📝 *काव्यांजलि टीम,*
*मिशन शिक्षण संवाद*

*काव्याँजलि*#
टीम *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह

🟣🔵 *काव्याॅंजलि  1118* 🟣🔵
दिनाँक- 17/06/2024, दिन- सोमवार 

कक्षा- 2
विषय- हिंदी (सारंगी)
*पाठ–थाथू और मैं*

अपने दादा संग मैं रहती,
प्यार से उनको थाथू कहती।
जब थाथू सिनेमा मुझे ले जाते,
तब मैं उनकी गोदी में बैठती।।

वहांँ बैठ मैं हॉर्न बजाती,
आवाज पॉम-पॉम की आती।
गाय-बकरी बीच राह जो चलती,
झट से दूर वो सब हट जाती।।

कहती जब मैं थाथू से,
चलो चांँद पर हम चलते हैं।
बात सुन वो सिर हिलाते,
और फिर वो हंँस देते हैं।।

मुंँह में गुलाबी दीवार संग,
गुलाबी एक गुफा दिखे।
दांँत नहीं हैं उनके मुंँह में,
पर थाथू प्यारे बड़े लगे।।

🙏रचना-:
रेखा पुरोहित 
रा० प्रा० वि० सौंराखाल
वि० ख०- जखोली, रुद्रप्रयाग

📝 *काव्याँजलि टीम, मिशन शिक्षण संवाद- उत्तराखण्ड*

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