काव्यांजलि
*#काव्यांजलि*
टीम # *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह,
🔵🔴 *#काव्यांजलि_2227* 🔴🔵
दिनांक- शनिवार, 08.06.2024~~~~~
कक्षा-7, विषय- विज्ञान
इकाई- 6 पौधों में पोषण
*प्रकाश-संश्लेषण*
हरे पौधों द्वारा भोजन बनाने की प्रक्रिया को,
बच्चों! प्रकाश-संश्लेषण कहा जाता है।
हरे पौधे स्वपोषी कहलाते हैं, क्योंकि,
उनके द्वारा भोजन स्वयं बनाया जाता है।।
वर्णक जो अवशोषित करता सूर्य की ऊर्जा को,
नाम पर्णहरित, पाया जाता पौधों की पत्तियों में।
पर्णहरित के कारण ही पत्तियाँ हरी होती हैं,
मिट्टी से जल अवशोषित हो पहुँचता इन पत्तियों में।।
वायुमण्डल की कार्बन डाइऑक्साइड,
सूक्ष्म पर्णरन्ध्रों द्वारा पत्तियों में पहुँचती।
पर्णहरित कार्बन डाइऑक्साइड, जल से मिल,
सूर्य के प्रकाश में ग्लूकोज का निर्माण करती।।
भोजन (ग्लूकोज) बनाने की यह प्रक्रिया ही,
प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया कही जाती है।
इस क्रिया में ऑक्सीजन गैस बनती है जो,
पर्णरन्ध्रों द्वारा वायुमण्डल में निकाल दी जाती है।।
*🙏रचना-*
सुमन सिंह (स०अ०)
उच्च प्राथमिक विद्यालय बिल्ली
वि० क्षे०- चोपन, जनपद- सोनभद्र
✏️ *संकलन*
📝 *काव्यांजलि टीम,*
*मिशन शिक्षण संवाद*
# *काव्याँजलि*#
टीम *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह
🔵🟣 *काव्याॅंजलि 1112* 🟣🔵
दिनाँक- 08/06/2024, दिन- शनिवार
कक्षा–प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक
विषय- पर्यावरण अध्ययन
प्रकरण– *पर्यावरण दिवस*(भाग–2)
पत्ते इनके इस वसुधा को,
सुन्दर और उपजाऊ बनाये।
वृक्ष कभी ना कटने पायें,
सब मिल धरा को स्वर्ग बनायें।।
पानी की भी हम सब अब,
एक-एक बूँद को बचायें।
आस-पास स्वच्छता रखेंगे,
आओ! मिल ये सौगन्ध खायें।।
धरती मांँ का हम मान बढ़ायें,
पेड़ लगाकर पर्यावरण बचायें।
जन-जन का हो एक ही नारा,
हरा-भरा हो पर्यावरण हमारा।।
🙏रचना- :
श्रीमती सूरी भारती (प्र०अ०)
रा० प्रा० वि० उठड़
वि० ख० जाखणीधार, टिहरी गढ़वाल
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