30- मेरा विद्यालय राजकीय प्राथमिक विद्यालय जैली, विकासखण्ड- जखोली, जिला- रुद्रप्रयाग, उत्तराखण्ड

 🌹 राजकीय विद्यालय, मेरा गौरव 🌹

1-) विद्यालय का नाम- राजकीय प्राथमिक विद्यालय जैली, विकासखण्ड- जखोली, जिला- रुद्रप्रयाग, उत्तराखण्ड।

2-) स्थापना- 25 मार्च 1987
3-) छात्रों की उपलब्धि
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a-) शिक्षा के क्षेत्र में- राजीव गांँधी व जवाहर नवोदय विद्यालय जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में सतत चयन-अब तक छात्र-छात्राओं का चयन हो चुका है।














b-) खेलकूद के क्षेत्र में- जिला स्तर तक सतत प्रतिभाग
c-) सांस्कृतिक सहभागिता-  मेलों में एवं दस्तक परिवार द्वारा आयोजित घोघा फुलारी महोत्सव में सतत प्रतिभाग- हमेशा स्थान प्राप्त करते हैं।
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d-) रचनात्मक कार्य-
1-बाल पत्रिका  शिशुलोक का वार्षिक प्रकाशन(अब तक आठ अंक प्रकाशित हो चुके हैं।)
2-मासिक बाल पत्रिका का प्रकाशन-(अब तक दीवार पत्रिका सहित लगभग 70  अंक प्रकाशित हो चुके हैं।
3- प्रतिवर्ष बाल मेलों का आयोजन।
4- प्रतिवर्ष ग्रीष्मावकाश व शीतकालीन अवकाश के दौरान कार्यशालाओं का आयोजन।
5- प्रति सप्ताह शिशु सभा का आयोजन।
6-प्रतिवर्ष वार्षिकोत्सव का आयोजन।
7- प्रतिवर्ष शैक्षिक भ्रमण का आयोजन।
8- राष्ट्रीय विज्ञान दिवस, राष्ट्रीय गणित दिवस व भाषा दिवस पर विभिन्न रचनात्मक कार्यों व नवाचारी कार्यक्रमों का आयोजन।















9- मातृ सम्मेलन का आयोजन।
10- महिला दिवस पर नवाचारी कार्यक्रम।
11-आकर्षक प्रार्थना सभा व प्रार्थना सभा में नित नवीन गतिविधियों का आयोजन।
12- बच्चों का जन्म दिन मनाना।
e-) कार्यानुभव- बाल मेलों में, अवकाश कालीन कार्यशालाओं में व प्रतिभा दिवसों पर चार्ट, माॅडल, मिट्टी का कार्य, क्राफ्ट वर्क, स्थानीय शिल्प, जड़ी-बूटियों से सम्बन्धित संग्रह, पुरानी चीजों का संग्रह, बीजों का संग्रह, आदि

f-) पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में- वृक्षारोपण एवं स्वच्छता कार्यक्रम।
g-)स्कॉउटिंग/ रेडक्रॉस- विद्यालय स्तर पर बच्चों को सूक्ष्म जानकारी।
h-) समाजोपयोगी कार्य- पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, स्थानीय शिल्प आदि की जानकारी भौतिक रूप से प्रतिभाग कर समझाने की कोशिश करना।
i-) अन्य- सेवित क्षेत्र के विविध रीति-रिवाजों, परम्पराओं, त्योहारों आदि के सुअवसर पर बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना व क्रियान्वयन करना।

4-) विद्यालय प्रबंध समिति / स्थानीय समाज द्वारा दिया गया सहयोग
विद्यालय के समस्त कार्यक्रमों का आयोजन विद्यालय प्रबन्ध समिति के सहयोग से ही होता है। विद्यालय प्रबन्ध समिति के सहयोग से ही समाज में शिक्षा सहित विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली 80 प्रतिभाओं को अब तक "उत्तराञ्चल शिशुलोक गौरव सम्मान" से  सम्मानित किया जा चुका है।
2- समुदाय के सहयोग से विशेष दिवसों पर विशिष्ट भोज का आयोजन-अब तक 87 विशेष भोज हो चुके हैं।
5-) राष्ट्रीय पर्वों, राजकीय कार्यक्रमों का क्रियान्वयन- उत्कृष्टता से आयोजन।

6-) शिक्षकों का विवरण
1- माधव सिंह नेगी (प्रधानाध्यापक)
2-श्रीमती संगीता राणा (आंगनवाड़ी शिक्षिका)

7-) विद्यालय में उपलब्ध भौतिक संसाधन -
1- कम्प्यूटर व प्रोजेक्टर की उपलब्धता।
2-फर्नीचर की उपलब्धता।
3-खेलकूद के सामान की उपलब्धता।
4- पुस्तकालय की उपलब्धता।

8-) विद्यालय परिसर का विवरण(किचन गार्डन, झूले, क्रीड़ास्थल आदि)
गमलों पर कीचन गार्डन तैयार किया गया है।

संकलन- कमल सिंह बिष्ट (जिला संयोजक)
जनपद-रुद्रप्रयाग

सहयोग- हर्षवर्द्धन जमलोकी, टीम मिशन शिक्षण संवाद उत्तराखण्ड






Comments

  1. मिशन शिक्षण संवाद टीम का बहुत-बहुत धन्यवाद 🙏 💐 💐 💐 💐

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