४२१~ अशोक कुमार गुप्ता प्राथमिक विद्यालय मुरका, ब्लॉक: मऊ, जनपद: चित्रकूट, उत्तर प्रदेश
🏅अनमोल रत्न🏅
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से एक ऐसे विद्यालय परिवार एवं उनके शिक्षक साथियों से कराने जा रहे हैं। जिन्होंने विद्यालय एवं शिक्षा के उत्थान में शिक्षा के साथ आपसी समन्वय एवं सामन्जस्य को महत्वपूर्ण स्थान दिया। अभी तक हमारे द्वारा हजारों विद्यालयों एवं शिक्षकों के साथ प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष संवाद के बाद यह प्राप्त हुआ कि बेसिक शिक्षा के लगभग चालीस प्रतिशत विद्यालय मात्र एक से दो सत्रों में साधारण से असाधारण अर्थात सामान्य से उत्कृष्ट विद्यालय की श्रेणी में आ सकते हैं विद्यालय के उत्थान के लिए सेवारत शिक्षक भाई बहनों में आपसी सहयोग, समन्वय अर्थात सामन्जस्य हो जाये। मिशन शिक्षण संवाद परिवार की ओर से हम युवा अनमोल रत्न शिक्षक साथी अशोक कुमार गुप्ता जी का बहुत-बहुत आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय परिवार में सामन्जस्य बनाते हुए बहुत कम एवं अप्रत्याशित समय में सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया है। जो हम जैसे सैकड़ों शिक्षक साथियों के लिए अनुकरणीय एवं प्रेरक है।।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और सहयोगात्मक प्रयास:
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2599429573667957&id=1598220847122173
👉1..शिक्षक का परिचय:-
अशोक कुमार गुप्ता प्राथमिक विद्यालय मुरका, ब्लॉक: मऊ, जनपद: चित्रकूट, राज्य: उत्तर प्रदेश
प्रथम नियुक्ति: 02-05- 2018
वर्तमान विद्यालय में नियुक्त: 30- 07- 2018
👉2- विद्यालय की समस्याए:-
1- बच्चों का शैक्षिक स्तर कक्षा के अनुरूप न होना।
2- सामाजिक असहयोग।
3- नामांकन के सापेक्ष कम उपस्थिति।
👉3- विद्यालय की समस्याओं का समाधान:-
1- समस्त स्टाफ की कड़ी मेहनत के बाद अब कक्षा-2 के 50-60% बच्चे उचित लय के साथ किताब पढ़ने में सक्षम एवं स्वयं पाठ पढ़कर अभ्यास प्रश्न के उत्तर देने में सक्षम।
2- बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने हेतु अभिवावक सम्पर्क किया गया और धीरे-धीरे अभिभावकों में विद्यालय के प्रति विश्वास पैदा हुआ कि गाँव के बच्चों का भविष्य जिम्मेदार अध्यापकों के हाथों में सुरक्षित है।
3- गणतंत्र दिवस- 2020 के सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं पढ़ाई को देखकर समाज को विश्वास को रहा है कि हमारे बच्चे किसी प्राइवेट विद्यालय के बच्चों से कम नहीं हैं, फिर भी अभी समाज से अपेक्षित सहयोग की आकांक्षा है।
👉4 - विद्यालय की प्रेरक शिक्षण गतिविधियां : सभी सहयोगी शिक्षकों यथा श्री राजकुमार केसरवानी (प्र.अ.), अरुण कुमार सिंह (स. अ.), श्रीमती प्रतीक्षा श्रीवास्तव (स.अ) एवं अनामिका गुप्ता जी द्वारा TLM निर्माण, sound box की सहायता, शनिवार को NO BAG DAY पर activities के माध्यम से पढ़ाई, 'मात्रा डांस' एवं अन्य गतिविधियों के माध्यम से मात्रा ज्ञान, एक हफ्ते में कक्षा-2 का बच्चा एक मात्रा सीख जाता है, सभी कक्षा के बच्चों में 'ज्ञानगंगा की अनिवार्य पहल, जिससे वह 20 तक पहाड़ा एवं आधारभूत चीजें अपने से भी सीखते रहते हैं। लाइब्रेरी के लिए एक अलमारी है एवं सभी कक्षाओं में किताबें भी डोरी के सहायता से व्यवस्थित हैं, प्रत्येक कक्षा-कक्ष में LEARNING CORNER हैं जिसमें अध्यापक एवं बच्चों द्वारा बनाए एवं बाजार से खरीदे हुए TLM रखे हुए हैं।
👉5- सांस्कृतिक, सामाजिक गतिविधियाँ: प्रत्येक शनिवार को NO BAG DAY, ACTIVITIES DAY एवं बाल सभा का आयोजन जिसमें लघु नाटिका मंचन, नृत्य एवं ज्ञान का अभ्यास होता है। Dumble P.T., लेजियम एवं बैंड की धुन के प्रदर्शन ने गणतंत्र दिवस- 2020 पर समाज का दिल जीत लिया एवं ग्रामीणों ने खुद आगे आ कर इस बार बच्चों को अपनी तरफ से कुछ पुरस्कार जैसे स्टील के गिलास, बिस्किट, पेंसिल, कॉपी का वितरण किया। ग्राम प्रधान एवं smc का विद्यालय परिवार के प्रति भावनात्मक लगाव है तथा उनका पूरा सहयोग मिलता है।
👉6- खेलकूद गतिविधियाँ:- INDOOR GAMES के लिए एक अलग से कक्ष निर्धारित है जहाँ बच्चे LUDO, CARROM, CHESS एवं अन्य खेल खेलते हैं, OUTDOOR GAMES के लिए मैदान कम होने के कारण बैडमिंटन खेलते एवं रस्सी ही कूद पाते हैं, कभी- कभी football, volleyball, Athletics एवं cricket कुछ ही दूर पर स्थित जूनियर स्कूल में खिलाने ले जाते हैं। सप्ताह के प्रत्येक दिन अलग-अलग कक्षाओं के खेलने के दिन निर्धारित है। शनिवार को विशेष रूप से शैक्षिक रूप से पिछड़े बच्चों, को खेल सामग्री दी जाती है जिससे उनकी उपस्थिति में सुधार हुआ है एवं उनमें आत्म विश्वास बढ़ा है एवं शिक्षकों के साथ सहजता एवं निकटता भी महसूस करने लगें हैं।
👉7- विद्यालय और बच्चों की
उपलब्धि:-
A- नामांकन विवरण: 312 नामांकित
B- उपस्थिति: 70%-80%
C- पुरस्कार विवरण:
विशेष अवसरों पर अच्छा कार्य कर रहे बच्चों को विद्यालय परिवार द्वारा पुरस्कृत किया जाता है।
D- प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का विवरण: सकारात्मक प्रयास जारी है।
E- अन्य उपलब्धियाँ:
बच्चे पुराने निमंत्रण पत्रों एवं अन्य बेकार पड़ी वस्तुओं से tlm निर्माण करते हैं।
👉8 - शिक्षक और विद्यालय की उपलब्धियां:-
A- नवाचार: Remedial Class का संचालन (कक्षा- 4 एवं 5 के लिए), कक्षा 1-3 के बच्चों को उनके कक्षा स्तर पर कक्षा 1, 2, या 3 में बैठने की व्यवस्था।
B- सम्मान: खण्ड शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा विद्यालय के निरीक्षण के दौरान विद्यालय के शिक्षकों एवं बच्चों द्वारा किये गए कार्यों को प्रशंसा मिली।
👉9 - मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश: NGO'S की जगह मिशन शिक्षण संवाद को training organisation की मान्यता प्रदान करवाकर, शिक्षकों द्वारा शिक्षकों के लिए ट्रेनिंग करवायी जाये एवं शिक्षकों के नीति निर्धारण में मिशन भी अपना पक्ष जरूर रखे।
👉10 - शिक्षक समाज के लिए संदेश:-
विद्यालय समय से कम से कम 15 min. पहले आना 15 min. बाद जाना.
"ALWAYS SCHOOL FIRST",
हमारे अधिकारी हम खुद और हमारे बच्चे हैं।
मिशन शिक्षण संवाद से जुड़ने के बाद हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा मिली। मिशन के सभी सहयोगियों से बहुत कुछ सीखा और आगे भी सकारात्मक कार्यो में मिशन हमें प्रेरित करता रहेगा।
👉9- संकलन एवं सहयोग-
आर०के० शर्मा
मिशन शिक्षण संवाद चित्रकूट.
नोट: मिशन शिक्षण संवाद परिवार में शामिल होने एवं अपना, अपने जनपद अथवा राज्य के आदर्श विद्यालयों का अनमोल रत्न में विवरण भेजने तथा मिशन शिक्षण संवाद से सम्बंधित शिकायत, सहयोग, सुझाव और विचार को मिशन शिक्षण संवाद के जनपद एडमिन अथवा राज्य प्रभारी अथवा 9458278429 अथवा 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।
🙏विमल कुमार
टीम मिशन शिक्षण संवाद
21-03-2020
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से एक ऐसे विद्यालय परिवार एवं उनके शिक्षक साथियों से कराने जा रहे हैं। जिन्होंने विद्यालय एवं शिक्षा के उत्थान में शिक्षा के साथ आपसी समन्वय एवं सामन्जस्य को महत्वपूर्ण स्थान दिया। अभी तक हमारे द्वारा हजारों विद्यालयों एवं शिक्षकों के साथ प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष संवाद के बाद यह प्राप्त हुआ कि बेसिक शिक्षा के लगभग चालीस प्रतिशत विद्यालय मात्र एक से दो सत्रों में साधारण से असाधारण अर्थात सामान्य से उत्कृष्ट विद्यालय की श्रेणी में आ सकते हैं विद्यालय के उत्थान के लिए सेवारत शिक्षक भाई बहनों में आपसी सहयोग, समन्वय अर्थात सामन्जस्य हो जाये। मिशन शिक्षण संवाद परिवार की ओर से हम युवा अनमोल रत्न शिक्षक साथी अशोक कुमार गुप्ता जी का बहुत-बहुत आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय परिवार में सामन्जस्य बनाते हुए बहुत कम एवं अप्रत्याशित समय में सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया है। जो हम जैसे सैकड़ों शिक्षक साथियों के लिए अनुकरणीय एवं प्रेरक है।।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और सहयोगात्मक प्रयास:
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2599429573667957&id=1598220847122173
👉1..शिक्षक का परिचय:-
अशोक कुमार गुप्ता प्राथमिक विद्यालय मुरका, ब्लॉक: मऊ, जनपद: चित्रकूट, राज्य: उत्तर प्रदेश
प्रथम नियुक्ति: 02-05- 2018
वर्तमान विद्यालय में नियुक्त: 30- 07- 2018
👉2- विद्यालय की समस्याए:-
1- बच्चों का शैक्षिक स्तर कक्षा के अनुरूप न होना।
2- सामाजिक असहयोग।
3- नामांकन के सापेक्ष कम उपस्थिति।
👉3- विद्यालय की समस्याओं का समाधान:-
1- समस्त स्टाफ की कड़ी मेहनत के बाद अब कक्षा-2 के 50-60% बच्चे उचित लय के साथ किताब पढ़ने में सक्षम एवं स्वयं पाठ पढ़कर अभ्यास प्रश्न के उत्तर देने में सक्षम।
2- बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने हेतु अभिवावक सम्पर्क किया गया और धीरे-धीरे अभिभावकों में विद्यालय के प्रति विश्वास पैदा हुआ कि गाँव के बच्चों का भविष्य जिम्मेदार अध्यापकों के हाथों में सुरक्षित है।
3- गणतंत्र दिवस- 2020 के सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं पढ़ाई को देखकर समाज को विश्वास को रहा है कि हमारे बच्चे किसी प्राइवेट विद्यालय के बच्चों से कम नहीं हैं, फिर भी अभी समाज से अपेक्षित सहयोग की आकांक्षा है।
👉4 - विद्यालय की प्रेरक शिक्षण गतिविधियां : सभी सहयोगी शिक्षकों यथा श्री राजकुमार केसरवानी (प्र.अ.), अरुण कुमार सिंह (स. अ.), श्रीमती प्रतीक्षा श्रीवास्तव (स.अ) एवं अनामिका गुप्ता जी द्वारा TLM निर्माण, sound box की सहायता, शनिवार को NO BAG DAY पर activities के माध्यम से पढ़ाई, 'मात्रा डांस' एवं अन्य गतिविधियों के माध्यम से मात्रा ज्ञान, एक हफ्ते में कक्षा-2 का बच्चा एक मात्रा सीख जाता है, सभी कक्षा के बच्चों में 'ज्ञानगंगा की अनिवार्य पहल, जिससे वह 20 तक पहाड़ा एवं आधारभूत चीजें अपने से भी सीखते रहते हैं। लाइब्रेरी के लिए एक अलमारी है एवं सभी कक्षाओं में किताबें भी डोरी के सहायता से व्यवस्थित हैं, प्रत्येक कक्षा-कक्ष में LEARNING CORNER हैं जिसमें अध्यापक एवं बच्चों द्वारा बनाए एवं बाजार से खरीदे हुए TLM रखे हुए हैं।
👉5- सांस्कृतिक, सामाजिक गतिविधियाँ: प्रत्येक शनिवार को NO BAG DAY, ACTIVITIES DAY एवं बाल सभा का आयोजन जिसमें लघु नाटिका मंचन, नृत्य एवं ज्ञान का अभ्यास होता है। Dumble P.T., लेजियम एवं बैंड की धुन के प्रदर्शन ने गणतंत्र दिवस- 2020 पर समाज का दिल जीत लिया एवं ग्रामीणों ने खुद आगे आ कर इस बार बच्चों को अपनी तरफ से कुछ पुरस्कार जैसे स्टील के गिलास, बिस्किट, पेंसिल, कॉपी का वितरण किया। ग्राम प्रधान एवं smc का विद्यालय परिवार के प्रति भावनात्मक लगाव है तथा उनका पूरा सहयोग मिलता है।
👉6- खेलकूद गतिविधियाँ:- INDOOR GAMES के लिए एक अलग से कक्ष निर्धारित है जहाँ बच्चे LUDO, CARROM, CHESS एवं अन्य खेल खेलते हैं, OUTDOOR GAMES के लिए मैदान कम होने के कारण बैडमिंटन खेलते एवं रस्सी ही कूद पाते हैं, कभी- कभी football, volleyball, Athletics एवं cricket कुछ ही दूर पर स्थित जूनियर स्कूल में खिलाने ले जाते हैं। सप्ताह के प्रत्येक दिन अलग-अलग कक्षाओं के खेलने के दिन निर्धारित है। शनिवार को विशेष रूप से शैक्षिक रूप से पिछड़े बच्चों, को खेल सामग्री दी जाती है जिससे उनकी उपस्थिति में सुधार हुआ है एवं उनमें आत्म विश्वास बढ़ा है एवं शिक्षकों के साथ सहजता एवं निकटता भी महसूस करने लगें हैं।
👉7- विद्यालय और बच्चों की
उपलब्धि:-
A- नामांकन विवरण: 312 नामांकित
B- उपस्थिति: 70%-80%
C- पुरस्कार विवरण:
विशेष अवसरों पर अच्छा कार्य कर रहे बच्चों को विद्यालय परिवार द्वारा पुरस्कृत किया जाता है।
D- प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का विवरण: सकारात्मक प्रयास जारी है।
E- अन्य उपलब्धियाँ:
बच्चे पुराने निमंत्रण पत्रों एवं अन्य बेकार पड़ी वस्तुओं से tlm निर्माण करते हैं।
👉8 - शिक्षक और विद्यालय की उपलब्धियां:-
A- नवाचार: Remedial Class का संचालन (कक्षा- 4 एवं 5 के लिए), कक्षा 1-3 के बच्चों को उनके कक्षा स्तर पर कक्षा 1, 2, या 3 में बैठने की व्यवस्था।
B- सम्मान: खण्ड शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा विद्यालय के निरीक्षण के दौरान विद्यालय के शिक्षकों एवं बच्चों द्वारा किये गए कार्यों को प्रशंसा मिली।
👉9 - मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश: NGO'S की जगह मिशन शिक्षण संवाद को training organisation की मान्यता प्रदान करवाकर, शिक्षकों द्वारा शिक्षकों के लिए ट्रेनिंग करवायी जाये एवं शिक्षकों के नीति निर्धारण में मिशन भी अपना पक्ष जरूर रखे।
👉10 - शिक्षक समाज के लिए संदेश:-
विद्यालय समय से कम से कम 15 min. पहले आना 15 min. बाद जाना.
"ALWAYS SCHOOL FIRST",
हमारे अधिकारी हम खुद और हमारे बच्चे हैं।
मिशन शिक्षण संवाद से जुड़ने के बाद हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा मिली। मिशन के सभी सहयोगियों से बहुत कुछ सीखा और आगे भी सकारात्मक कार्यो में मिशन हमें प्रेरित करता रहेगा।
👉9- संकलन एवं सहयोग-
आर०के० शर्मा
मिशन शिक्षण संवाद चित्रकूट.
नोट: मिशन शिक्षण संवाद परिवार में शामिल होने एवं अपना, अपने जनपद अथवा राज्य के आदर्श विद्यालयों का अनमोल रत्न में विवरण भेजने तथा मिशन शिक्षण संवाद से सम्बंधित शिकायत, सहयोग, सुझाव और विचार को मिशन शिक्षण संवाद के जनपद एडमिन अथवा राज्य प्रभारी अथवा 9458278429 अथवा 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।
🙏विमल कुमार
टीम मिशन शिक्षण संवाद
21-03-2020
Comments
Post a Comment