समय
यह समय है जरूर बीतेगा,
अच्छा बीता तो बुरा भी बीतेगा।
इंसान समय का खिलौना है,
उसके सामने संसार बौना है।
इंसान सीख ले जिंदगी का जीना,
यही है बुजुर्गों का कहना॥
किसी निर्दोष का अपमान नही करना है,
एक दिन तुझे भी यही सहना है।
जो बोएगा वही तो पाएगा,
वरना इंसान कैसे बन पाएगा।
किसी को छोटा समझने की भूल ना कर,
अपनी ताकत पर ज्यादा गुरूर ना कर।
सभी जीव ईश्वर की संतान हैं,
फिर तू क्यों इस बात से अंजान है।
अपने माँ-बाप की अच्छी संतान बन,
हे मानव अपने कर्म से तू महान बन॥
रचयिता
सीमा अग्रवाल,
सहायक अध्यापिका,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय हाफ़िज़पुर उबारपुर,
विकास क्षेत्र - हापुड़,
जनपद - हापुड़।
अच्छा बीता तो बुरा भी बीतेगा।
इंसान समय का खिलौना है,
उसके सामने संसार बौना है।
इंसान सीख ले जिंदगी का जीना,
यही है बुजुर्गों का कहना॥
किसी निर्दोष का अपमान नही करना है,
एक दिन तुझे भी यही सहना है।
जो बोएगा वही तो पाएगा,
वरना इंसान कैसे बन पाएगा।
किसी को छोटा समझने की भूल ना कर,
अपनी ताकत पर ज्यादा गुरूर ना कर।
सभी जीव ईश्वर की संतान हैं,
फिर तू क्यों इस बात से अंजान है।
अपने माँ-बाप की अच्छी संतान बन,
हे मानव अपने कर्म से तू महान बन॥
रचयिता
सीमा अग्रवाल,
सहायक अध्यापिका,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय हाफ़िज़पुर उबारपुर,
विकास क्षेत्र - हापुड़,
जनपद - हापुड़।
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