रंगमंच
रंगमंच है बड़ी कला
रंगमंच दुनिया की ऐसी विधा
जहाँ कलाकार कई किरदार निभाते हैं।
वास्तविक जीवन में जो होते नही हैं।
जीवन के हर पहलू को,
बखूबी किरदारों में निभाते हैं
बताते कि मनुष्य में कितनी सम्भावनाएँ होती हैं।
भारत में रंगमंच का स्थान पुराना है।
नाट्यकला का विकास भारत में ही पहले हुआ था।
संवाद इसके ऋग्वेद में भी कहीं दिखते हैं।
रंगमंच ऐसा माध्यम है।
इतिहास से रूबरू करता है
तत्कालीन घटना को हूबहू दिखता है।
कल्पना में यथार्थ
यथार्थ में कल्पना ले आता है।
रंगमंच मानव के कई आयाम दिखता है।
सोचो जीवन ही एक रंगमंच है।।
हर मानव यहाँ मंचन करता है
अपना दायित्व निभाता है।
आओ चलें आज सब,
रंगमंच दिवस मनाएँ।
सभी कद्रदानों को शीश नवाएँ।
रचयिता
सन्नू नेगी,
सहायक अध्यापक,
राजकीय कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय सिदोली,
विकास खण्ड-कर्णप्रयाग,
जनपद-चमोली,
उत्तराखण्ड।
रंगमंच दुनिया की ऐसी विधा
जहाँ कलाकार कई किरदार निभाते हैं।
वास्तविक जीवन में जो होते नही हैं।
जीवन के हर पहलू को,
बखूबी किरदारों में निभाते हैं
बताते कि मनुष्य में कितनी सम्भावनाएँ होती हैं।
भारत में रंगमंच का स्थान पुराना है।
नाट्यकला का विकास भारत में ही पहले हुआ था।
संवाद इसके ऋग्वेद में भी कहीं दिखते हैं।
रंगमंच ऐसा माध्यम है।
इतिहास से रूबरू करता है
तत्कालीन घटना को हूबहू दिखता है।
कल्पना में यथार्थ
यथार्थ में कल्पना ले आता है।
रंगमंच मानव के कई आयाम दिखता है।
सोचो जीवन ही एक रंगमंच है।।
हर मानव यहाँ मंचन करता है
अपना दायित्व निभाता है।
आओ चलें आज सब,
रंगमंच दिवस मनाएँ।
सभी कद्रदानों को शीश नवाएँ।
रचयिता
सन्नू नेगी,
सहायक अध्यापक,
राजकीय कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय सिदोली,
विकास खण्ड-कर्णप्रयाग,
जनपद-चमोली,
उत्तराखण्ड।
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