21 दिन में जंग जीत जाएँगे हम

देश के प्रिय नागरिको आज पूरी दुनिया एक भयंकर वैश्विक महामारी नोवेल कोरोना - 19 से जूझ रही है। जिसमें चाइना, इटली, स्पेन, अमेरिका, फ्रांस, और भारत समेत दुनिया भर के आर्थिक, वैज्ञानिक रूप से शक्तिशाली देश वैश्विक महामारी कोरोना से डटकर मुकाबला कर रहे हैं। जिसमें इटली, स्पेन और चाइना में तो इस महामारी से बहुत बड़ी जनहानि हुई है। वर्तमान में इस महामारी से दुनियाभर से लाखों लोग इस कोरोना - 19 से ग्रसित है और हजारों लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। मित्रो यह नजारा देखते हुए बड़ा दुःख होता है। मित्रो आज हम भारत में इस वैश्विक महामारी पर विश्लेषण करते हैं। भारत के प्रधानमंत्री जी ने देश को इस महामारी से बचाने के देशवासियों से 21 दिन का समय माँगा है क्योंकि इस महामारी से भारत में दिनो - दिन संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ रही है तथा कोरोना 19 से मरने वालों की संख्या भी प्रतिदिन बढ़ रही है। जो हमारे लिए एक बहुत बड़ा चिंता का विषय है क्योंकि इस महामारी ने अगर अपनी जड़ें जमा लीं तो फिर उन जड़ों को काटना हमारे लिए मुश्किल हो सकता है। मित्रो इस वैश्विक महामारी कोरोना - 19 की जो संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है उस चेन को रोकने के लिए, उस चेन का क्रम तोड़ने के लिए भारत सरकार के निर्देशानुसार 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान सभी नागरिकों से हाथ जोड़कर विनती है कि अपने-अपने घरों में रहें। बेहवजह, बिना कार्य घर के बाहर एक कदम भी ना बढ़ाएँ क्योंकि ये कदम हमारे खुद के लिए, हमारे परिवार के लिए और अपने देश के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। मित्रों हमे प्रशासन, पुलिस, चिकित्सा और मीडिया का सहयोग करना होगा क्योंकि वे हमारे लिए अपनी जान की परवाह किए बगैर 24 घंटे हमारे लिए तत्पर हैं। 

मित्रो ये 21 दिन घर में रहकर बड़ी आसानी से हम अपने परिवारो के साथ बिता सकते हैं क्योकि वर्तमान समय में लोग धन की भाग दौड़ में लगे हुए थे और अपने परिवार के साथ एक पल भी बिताने का उनके पास समय नहीं था, परिवार टूट रहे थे, बच्चे बिगड़ रहे थे... ऐसी हजारों समस्या हमारे सामने खड़ी हो गई थीं। मित्रो आज वो समय आ गया है हम हमने परिवार के साथ 21 दिन रहकर अपने खोए हुए परिवार को पुनः वास्तविक स्थिति में ला सकते हैं। अपने बच्चों को शिक्षा - दीक्षा की अच्छी जानकारी दे सकते हैं। परिवार में अच्छे संस्कारों को दे सकते हैं क्योकि वर्तमान स्थिति में युवाओं में संस्‍कारों की बहुत बड़ी कमी देखी जा सकती है। मित्रो ये 21 दिन गुजर जाएँगे परन्तु हमें और हमारे परिवार के लिए एक बड़ी सीख देकर जाएँगे। 

मित्रो इस वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर दिनों - दिन कई असामाजिक तत्व झूठी अफवाहें फैलाने का मौका नहीं छोड़ते हैं परन्तु हमे सजग रहना होगा इस महामारी को जड़ से मिटाने के लिए हमे इन अफवाहों पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देना होगा। दूसरी ओर देखा गया है कि कुछ लोग अंधविश्वास फैलाकर इस बीमारी का विभिन्न प्रकार के इलाज से लोगो को भ्रमित कर रहे हैं। मित्रो एक बात कहना चाहूँगा कि वर्तमान में इस वैश्विक महामारी का अब तक कोई पुख्ता ईलाज या कोई दवा नहीं बन पाई है। दुनियाभर के डॉ0, वैज्ञानिक अपने प्रयास कर रहे हैं। परन्तु अफवाहों और अंधविश्वास से दूर रहकर अपने घरों में रहना एकमात्र बेहतरीन उपाय है  क्योंकि यह बीमारी किसी से भेदभाव नहीं करती है। किसी क्षण किसी को भी हो सकती है अगर हमने जरा भी थोड़ी सी लापरवाही बरत ली तो मित्रो वर्तमान में हम सब एक संकट के दौर से गुजर रहे हैं और हमने इस वैश्विक महामारी के विरुद्ध उसे जड़ से खत्म करने के लिए युद्ध छेड़ा है। इस युद्ध में हम 130 करोड़ देश के महारथियों के भरोसे जरूर जीतेंगे। बशर्ते हमे जितना जल्दी हो लोगों की गलतफ़हमी से बाहर निकलना होगा। मित्रो 21 दिन के लॉकडाउन में हमें घबराना नहीं है बल्कि धैर्य के साथ जीवन जीना है। मित्रो देश के सभी नागरिकों के साथ मिलकर हम 21 दिन में यह जंग जीत जाएँगे। अफवाहों और अंधविश्वास से दूर रहकर सावधान रहें, सतर्क रहे, घर में रहे और सुरक्षित रहें। मित्रो जीवन बड़ा अनमोल है।
  
लेखक
कुमार जितेन्द्र,
वरिष्ठ अध्यापक गणित,
तहसील-सिवाना,
जनपद-बाड़मेर,
राजस्थान।

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