राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस
हो जरा सी खाँसी चाहे,
रोग बड़ा चाहे कोई।
याद आती है डॉक्टर की,
याद ना आए दूजा कोई।।
आला लिए हाथ में और,
चोगा पहने उजला सा।
करे इलाज हर बीमारी का,
डेंगू हो या चिकनगुनिया।।
हर रोग की दवाई देते हैं,
इंजेक्शन लगाते कभी कोई।
कोई ऐसा रोग नहीं है,
जो ना डरे इनसे कोई।।
आओ मिलकर सम्मान करें हम,
मार्च ३० है डॉक्टर्स डे।
धरती पे भगवान कहलाते,
करते जीवन रक्षा ये।।
रचयिता
अंजली मिश्रा,
सहायक शिक्षिका,
प्राथमिक विद्यालय टिकरा,
विकास खण्ड-देवमई,
जनपद-फतेहपुर।
रोग बड़ा चाहे कोई।
याद आती है डॉक्टर की,
याद ना आए दूजा कोई।।
आला लिए हाथ में और,
चोगा पहने उजला सा।
करे इलाज हर बीमारी का,
डेंगू हो या चिकनगुनिया।।
हर रोग की दवाई देते हैं,
इंजेक्शन लगाते कभी कोई।
कोई ऐसा रोग नहीं है,
जो ना डरे इनसे कोई।।
आओ मिलकर सम्मान करें हम,
मार्च ३० है डॉक्टर्स डे।
धरती पे भगवान कहलाते,
करते जीवन रक्षा ये।।
रचयिता
अंजली मिश्रा,
सहायक शिक्षिका,
प्राथमिक विद्यालय टिकरा,
विकास खण्ड-देवमई,
जनपद-फतेहपुर।
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