कोरोना वायरस
कहीं 'लॉक डाउन' तो कोई
'जनता कर्फ्यू' लगा गया,
चारों खाने चित्त हो गये
'कोरोना वायरस' ने फँसा लिया।
पूरा विश्व परेशां है
इस आयी महामारी से,
दवा अभी तक नहीं है कोई
कैसे बचें इस बीमारी से।
साफ-सफाई से ही हम
इस आफत से बच पाएँगे,
जो लापरवाही करेंगे भाई
बिन मारे मर जाएँगे।
जिनको भी ये बीमारी है
वे लोगों से अलग रहें,
निर्देशों का पालन करके
नियमित, हर पल सजग रहें।
मिलना-जुलना कुछ दिन तक
बिल्कुल बंद कर देना होगा,
यदि संसार देखना है तो
इतनी जिम्मेदारी लेना होगा।
कुछ लोग आज भी खतरे को
अफवाहें कहकर डोल रहे,
इटली, चीन, अमेरिका से पूछो
वे कैसे भोग रहे।
विनती है मित्रों से ये
खतरे से मत खेलो तुम,
तुमसे ही ये दुनिया है
इसका संज्ञान ले लो तुम।
रचयिता
प्रेम तिवारी,
प्राथमिक विद्यालय भुआकलां,
विकास खण्ड-सिकरारा,
जनपद-जौनपुर।
'जनता कर्फ्यू' लगा गया,
चारों खाने चित्त हो गये
'कोरोना वायरस' ने फँसा लिया।
पूरा विश्व परेशां है
इस आयी महामारी से,
दवा अभी तक नहीं है कोई
कैसे बचें इस बीमारी से।
साफ-सफाई से ही हम
इस आफत से बच पाएँगे,
जो लापरवाही करेंगे भाई
बिन मारे मर जाएँगे।
जिनको भी ये बीमारी है
वे लोगों से अलग रहें,
निर्देशों का पालन करके
नियमित, हर पल सजग रहें।
मिलना-जुलना कुछ दिन तक
बिल्कुल बंद कर देना होगा,
यदि संसार देखना है तो
इतनी जिम्मेदारी लेना होगा।
कुछ लोग आज भी खतरे को
अफवाहें कहकर डोल रहे,
इटली, चीन, अमेरिका से पूछो
वे कैसे भोग रहे।
विनती है मित्रों से ये
खतरे से मत खेलो तुम,
तुमसे ही ये दुनिया है
इसका संज्ञान ले लो तुम।
रचयिता
प्रेम तिवारी,
प्राथमिक विद्यालय भुआकलां,
विकास खण्ड-सिकरारा,
जनपद-जौनपुर।
Kya baat hai uncle g
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