४१८~ रामेश्वरी लिंगवाल (स०अ०) रा०क०उ० प्रा०वि० ज्ञानसू (नवीन) ब्लाक- भटवाड़ी, जनपद- उत्तरकाशी, उत्तराखंड

       🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से देवभूमि उत्तराखंड से अनमोल रत्न शिक्षिका बहन रामेश्वरी लिंगवाल जी से करा रहे हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशल से शिक्षा के उत्थान के स्वप्न को हर परिस्थिति में साकार करने की सफलतम कोशिश की है। जिसके परिणाम में अनेकों विद्यालयों को सामाजिक विश्वास का केन्द्र एवं बाल आकर्षण के प्रेरक केन्द्र बनाने में सफलता प्राप्त की है जो हम जैसे हजारों शिक्षक साथियों के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय प्रयास है।

आइये जानते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-
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👉शिक्षक का परिचय: श्रीमती रामेश्वरी लिंगवाल (स०अ०)
रा०क०उ० प्रा०वि० ज्ञानसू (नवीन) ब्लाक- भटवाड़ी, जनपद- उत्तरकाशी, उत्तराखंड

नियुक्ति वर्ष- प्रथम नियुक्ति वर्ष 06/12/2001 रा०प्रा०वि० बनोट
वर्तमान विदयालय में नियुक्ति- 07/08/2019

👉 विद्यालय की समस्याएं:
प्रथम नियुक्त विद्यालय की भौतिक व शैक्षणिक स्थिति संतोष जनक न होना। छात्र संख्या मात्र 20 के लगभग थी। बालिकाओं का बहुत कम नामांकन। विद्यालय में बाउंड्री वॉल का न होना। अन्य विद्यालयों में भी शौचालय का जीर्ण शीर्ण होना, छात्र नामांकन, अभिव्यक्ति व लेखन कौशल न्यून होना। वर्तमान विद्यालय में शौचालय जीर्ण-शीर्ण अवस्था में, विद्यालय भवन की छत टपकना, पूरा विद्यालय भवन वृहद मरम्मत योग्य फर्नीचर टूटे-फूटे आदि समस्याएं।

👉समस्या समाधान:-
1-👉 वर्ष- 2001 में सर्व प्रथम मैंने गांव के सभी अभिभावकों से संपर्क किया और बालिकाओं का दाखिला विद्यालय में करवाया।
2-👉 बालिकाओं को मैंने अपने साथ ही रख कर पढ़ाया।
3-👉 स्कूल की छुट्टी के बाद भी सभी बच्चों को अतिरिक्त समय देकर शिक्षण कार्य किया।
4-👉 अगल- बगल के गांव के लोगों ने भी अपने बच्चों को मेरे विद्यालय में दाखिला करवाया। जिससे छात्र संख्या 20 से 52 तक हुई।
5-👉 विद्यालय में सौंदर्यीकरण करवाया गया। बाउंड्री वाल व फुलवारी बनाई गई। इसके पाँच साल बाद मेरा स्थानांतरण रा०प्रा०वि० हिटानू में हुआ। इस विद्यालय में भी छात्र नामांकन में वृद्धि हुई। वर्ष 2006-07 में छात्र संख्या 80 से 105 तक हुई।
वर्ष- 2007-08 में बच्चों का विभिन्न खेलों में जिलास्तर पर चैम्पियनशिप व राज्य स्तर तक चयन।
फिर से अन्यत्र विद्यालय में स्थानांतरण हुआ जहाँ पर बहुत से नवाचार किए।

👉विद्यालय की प्रेरक शिक्षण गतिविधि:
1-👉 बच्चों में अभिव्यक्ति विकास हेतु स्कूल समय से 30 मिनट पहले बच्चों से हिदी, इंग्लिश कविताएं बुलवाना।
2-👉 बच्चों को खेल-खेल में अनेक गतिविधियों को करवाना।
3-👉 अक्सर टी एल एम के माध्यम से शिक्षण कार्य करना।
4-👉 विद्यालय की पत्रिका बाल हिमालिका को हर साल बनाना।
5-👉 जब कभी भी समय मिलता है तो स्कूल के बच्चों को नि:शुल्क घर पर पढ़ाती हूँ।
6-👉 विद्यालय विकास हेतु 9-10 वर्षों से हर महीने 1000 की धनराशि प्रदान करना।
7-👉 वर्ष- 2017-18 में विभाग द्वारा विद्यालय में बाल लेखन कार्यशाला का आयोजन।









👉विद्यालय और बच्चों की उपलब्धि:
1-👉 विद्यालय में छात्र संख्या अच्छी होने व पठन-पाठन अच्छा होने के कारण उत्तराखंड केदार जन समिति के द्वारा रा प्रा वि ज्ञानसू पुराना को वर्ष-2016 में लेपटॉप, प्रोजेक्टर, इन्वर्टर आदि दिए गए।
2-👉 शिक्षा में नवाचार लाने के लिए आई सी टी का उपयोग जैसे- पपेट शो, प्रोजेक्टर व मोबाइल के माध्यम से शिक्षण कार्य किया।
3-👉 वर्ष 2010-11 में ऋषि वैली अंद्र प्रदेश से ट्रेनिंग लेकर मल्टी ग्रेड मल्टी लेवल कक्षा शिक्षण में कार्य किया। इस कार्य में मेरा सहयोग श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम प्लान ने विद्यालय को बहुत सारा टीचिंग लर्निंग मेटीरियल फर्नीचर, लार्निग कार्ड आदि देकर किया है। जिसका भरपूर उपयोग बच्चों के द्वारा अपने सीखने- सिखाने में किया गया।
4- 👉विद्यालय में काफी टी एल एम् निर्मित कर शिक्षण कार्य किया।
5-👉 मैने समय-समय पर अपवंचित और ड्रापआउट बालिकाओं व विद्यालय न जाने वाले बच्चों को मुख्य धारा से जोड़कर उन्हें पूर्ण सुविधा उपलब्ध करवाकर शिक्षण कार्य किया। इनमें एक बालिका संजली है जिसका लेख व चित्रकारी बहुत ही काबिले तारीफ है। और आज मुझे इन बच्चों को देखकर बहुत सुकून मिलता है। इन बच्चों के बारे मैं इसलिए लिख रही हूँ, क्योंकि ये बच्चे बहुत अभाव ग्रस्त जीवन यापन करते हैं। रहने के लिए घर तक नहीं है। प्लास्टि के तंबुओं के अंदर गुजर बसर करने के बावजूद ये बच्चे बहु प्रतिभा के धनी हैं।
6- 👉 विद्यालय के बच्चों की स्वरचित कविताओं का प्रकाशन बल प्रहरी पत्रिका अल्मोड़ा व सर्व शिक्षा अभियान उत्तरकाशी की पत्रिका बाल धमाल में प्रकाशित।
7-👉 गूंज संस्था के द्वारा विद्यालय को बैठने के लिए मैट, खेल के सामान ,फिल्टर, बच्चों को जूते, स्वॉटर, स्कूल बैग, वॉटर बॉटल आदि उलब्ध करवाया गया।
8-👉 निजी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को अपने विद्यालय में एडमिशन करवाया।
9- 👉 सेन्ट्रल बैंक ज्ञानसू की शाखा से विद्यालय के लिए दो पंखों की व्यवस्था।
10- 👉 विभाग द्वारा आयोजित की जाने वाली क्विज, सुलेख, नाटक, बालशोध, मॉडल, अन्त्याक्षरी, पेंटिग, निबंध, भाषण, योग ओलंपियाड आदि में हर वर्ष बच्चों का किसी न किसी प्रतियोगिता में जिलास्तर तक प्रतिभाग रहता है।

👉 शिक्षक और विद्यालय की उपलब्धि:-
1-👉 विद्यालय के जीर्ण शीर्ण शौचालय को अपने स्टाफ के साथ मिलकर बहुत अच्छा बनाया।
2- मेथस विजार्ड प्रतियोगिता में बच्चों का राज्य स्तर में प्रतिभाग।
3-👉 विद्यालय के बच्चों को सांस्कृतिक कार्यक्रमों (माघ मेला) आदि में हर वर्ष प्रतिभाग करवाकर पुरस्कार प्रदान करवाया।
4-👉 वर्ष 2003-04 से कई वर्षों तक मेरा टी एल एम् प्रतियोगिता में अक्सर प्रथम, द्वितीय स्थान।
5-👉 विद्यालय में वर्ष 2011-12 से मैट्रिक मेले का आयोजन किया गया। जिसमें समुदाय के लोगों को जोड़ा गया तथा छात्र/छात्राओं के अंदर गणितीय करण की भावना का विकास हुआ।
6-👉 वर्ष 2012-13 में टी एच डी सी ऋषिकेश द्वारा आयोजित पेंटिग प्रतियोगिता में स्कूल के दो बच्चों का राज्य स्तर में चयन।
7-👉 विदयालय प्रवंधन समिति को वर्ष 2014 में उत्कृष्ट एस एम सी पुरस्कार प्राप्त हुआ।
8-👉 अपने शिक्षण कार्य में भ्रमण विधि का अक्सर प्रयोग किया जाता है।
9-👉 एम् एच आर डी द्वारा स्वच्छ विद्यालय अभियान के तहत वर्ष 2017 में विद्यालय को जिला स्तर पर स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार प्राप्त हुआ।
10-👉 शिक्षक दिवस के अवसर पर 2015 में जिलाधिकारी महोदय द्वारा मुझे उत्कृष्ट शिक्षक के रूप में सम्मानित किया गया।
11-👉 वर्ष 2015 में उत्कृष्ट शिक्षक के रूप में गवर्नर अवार्ड द्वारा सम्मानित किया गया।
12-👉 शैक्षिक सेमिनार एवं अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के द्वारा आयोजित शीत कालीन व ग्रीष्म कालीन अवकाश के दौरान स्वैच्छिक शैक्षणिक कार्यशालाओं में प्रतिभाग कर उसका लाभ छात्रों तक पहुँचती हूँ।
13-👉 वर्तमान विद्यालय में मुझे थोड़ा ही वक्त हुआ है, तथा विद्यालय की भौतिक स्थिति अत्यंत खराब है। सर्व प्रथम जीर्ण शीर्ण शौचालय व विद्यालय परिसर की मरम्मत अपनी सहयोगी शिक्षिकाओं व जन समुदाय के सहयोग से ठीक करवाया गया।
14-👉 विद्यालय में फर्नीचर- जीर्णशीर्ण था तो विभाग के द्वारा फर्नीचर की व्यवस्था भी कर ली गई है।
15- 👉विद्यालय में गेट, कीचन गार्डन व सूखा गीला कचरे हेतु कूड़ेदान का निर्माण।
16-👉 विद्यालय की छत टपकने के कारण उसे जन समुदाय व विभाग के माध्यम से ठीक करवाया जा रहा हैं। तथा मरम्मत कार्य प्रगति पर है।

👉 मिशन शिक्षण संवाद परिवार के लिए संदेश:
मिशन शिक्षण संवाद समूह से जुड़ना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। इस समूह से जुड़कर मुझे वह हर चीज सीखने समझने को मिल रही हैं जिसकी मुझे अपने शिक्षण कार्य में जरूरत थी और इस समूह की सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें नियम बहुत अच्छे हैं। मिशन शिक्षण संवाद की संकलन कर्ता टीम नियत समय पर डेली इंग्लिश लर्निंग, समाचार बुलेटिन, योग संदेश, दैनिक प्रतियोगिता प्रभात, दैनिक नैतिक प्रभात, दैनिक श्यामपट्ट संदेश कार्य, दैनिक बाल विज्ञान प्रश्नोत्तरी, के द्वारा हमें व हमारे नन्हे मुन्ने बच्चों के लिए बड़ी निष्ठा, ईमानदारी व कड़ी मेहनत से रात दिन एक कर के लाभ पहुंचा रहीं है। यह मिशन बच्चों व शिक्षकों को अपनी प्रतिभाओं को निखारने को मंच प्रदान कर रहा है। मैं आदरणीय मिशन शिक्षण संवाद के संस्थापक विमल कुमार जी, उत्तराखण्ड प्रभारी बड़े भाई श्रीमान लक्ष्मण सिंह मेहता जी जिनके कुशल मार्गदर्शन में मिशन अच्छा काम कर रहा है और जिन्होंने पूरे उत्तराखंड के उम्मीद जागते शिक्षकों को एक सूत्र में पिरो दिया है और साथ ही मिशन शिक्षण संवाद समूह की इस निष्ठावान सदस्य टीम को बहुत- बहुत बधाई व शुभकामनाएं ज्ञापित करती हूँ।

👉 शिक्षक समाज के लिए सन्देश:-
हमेशा तालमेल और प्रेम से कार्य करना चाहिए। हमें अपना काम पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करना चाहिए। जिस तरह से हम अपने बच्चों के बारे में सोचते हैं, उसी प्रकार से हमें अपने स्कूल के बच्चों के प्रति सोच रखनी चाहिए। तन, मन, धन से शिक्षण कार्य कर इन बच्चों का भविष्य संवारना चाहिए।

साभार:- माधव सिंह नेगी जी

📝🖊️💐 संकलन, सहयोग व प्रस्तुतीकरण के लिए --मिशन शिक्षण संवाद परिवार की ओर से उत्तराखंड राज्य प्रभारी श्रीमान लक्ष्मण सिंह मेहता जी का हार्दिक आभार व धन्यवाद।


नोट: मिशन शिक्षण संवाद परिवार में शामिल होने एवं अपना, अपने जनपद अथवा राज्य के आदर्श विद्यालयों का अनमोल रत्न में विवरण भेजने तथा मिशन शिक्षण संवाद से सम्बंधित शिकायत, सहयोग, सुझाव और विचार को मिशन शिक्षण संवाद के जनपद एडमिन अथवा राज्य प्रभारी अथवा 9458278429 अथवा 7017626809 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।

🙏विमल कुमार
टीम मिशन शिक्षण संवाद
07-03-2020

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