सा रे गा मा
जीवन का संगीत सीख ले,
खुशियाँ घर में आएँगी।
दुःख चिन्ता सब दूर रहेगी,
सुख की घड़ियाँ आएँगी।
सा रे गा मा जिसने सीखा,
उसने जीवन आसान किया,
सीख सका ना जो इसको,
उसने जीवन बर्बाद किया।
सुर लय ताल से जीना सीखो,
जीवन सफल हो जाएगा।
जीवन की कठिन परीक्षा में,
सदा सफलता पाएगा।
कब थमना है कब चलना है?
कैसे जीवन मधुर बनाना है?
कब झुकना है कब लड़ना ह?
क्या हमको नहीं करना है?
खोजे जिसने उत्तर इनके,
उसको ही जीना आया है।
आया हुनर जीने का जिसको,
उसी ने परचम लहराया है।
कानों में रस घोले जो,
वो ही संगीत प्यारा है।
बेसुरा राग अलापना,
इसे सभी ने नकारा है।
संगीत दिवस के अवसर पे,
सात सुरों को गायें हम।
एक बार मिला है जो जीवन,
उसको सफल बनायें हम।
रचनाकार
सपना,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय उजीतीपुर,
विकास खण्ड-भाग्यनगर,
जनपद-औरैया।
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