विश्व योग दिवस

आओ योग दिवस मनाएँ,

सुखमय जीवन को अपनाएँ।

स्फूर्ति ऊर्जा और शांति,

योग से चमके काया कांति।

सुखमय चिंतन सुखमय मंथन,

योग से होता हल्का तन-मन।

योग से तन-मन निर्मल होता,

तन-मन से रोगों को हरता।

ध्यान साधना तप है योग,

सार्थक सरल जीवन है योग।

संकल्प मनोबल दृढ़ता लाता,

जीवन लक्ष्य तक पहुँचाता।

चिंतन मनन लगन है योग,

योग रखे काया निरोग।

जो रोगों से तौबा चाहो,

तो तुम सदा योग अपनाओ।


रचयिता

हेमलता सुयाल,

सहायक अध्यापक,            

राजकीय प्राथमिक विद्यालय जयपुर खीमा,

विकास क्षेत्र-हल्द्वानी,

जनपद-नैनीताल,

उत्तराखण्ड।



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