आओ अपनायें जीवन में योग
विश्व में प्राचीन भारतीय संस्कृति
भारतवर्ष में हुई योग की उत्त्पत्ति
'युज' संस्कृत शब्द से योग बना
अर्थ होता जिसका जुड़ना या जोड़ना।
यम, नियम, आसन, प्राणायम करना
प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि लगाना
जीवन में योग को अवश्य अपनाना
जीवन को सरल, सहज, सौम्य बनाना
योग ख़ुद से ख़ुद का परिचय करवाता
शारीरिक, मानसिक उन्नति करवाता
शरीर को स्वस्थ, सुडौल, सुन्दर बनाता
मुखमण्डल में दिव्य आलोक झलकाता
धैर्य, संयम, अनुशासन का भाव जगाता
ईर्ष्या, द्वेष को भगा प्रतिस्पर्धा सिखाता
मन अवसाद, चिंता, तनाव से मुक्त हो जाता
आलस्य भगा, तन -मन को ऊर्जावान बनाता
स्वस्थ तन -मन जीवन को सुपथ पर ले जाता
सद- चित -आनन्द की सुखद अनुभूति कराता
सत्यं, शिवं, सुन्दरम् का पाठ पढ़ाता
सुख, शान्ति, प्रसन्नता जीवन में लाता
भारत ने विश्व में योग का झण्डा लहराया
उत्तराखण्ड का ऋषिकेश योग नगरी कहलाया
21 जून अंतर्राष्टीय योग दिवस घोषित कराया
भारत ने अखिल विश्व में योग गुरू का सम्मान पाया
रचयिता
विमला रावत,
सहायक अध्यापक,
राजकीय जूनियर हाईस्कूल नैल गुजराड़ा,
विकास क्षेत्र-यमकेश्वर,
जनपद-पौड़ी गढ़वाल,
उत्तराखण्ड।
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