सुनो कहानी
आओ बच्चों सुनो कहानी
एक था राजा एक थी रानी।
रानी बोली राजा आओ
मुझे राज्य की सैर कराओ।
रानी की जब निकली सवारी
देखने आये सब नर नारी।
रानी ने वहाँ जो कुछ देखा
उससे उनका माथा ठनका।
कूड़े कचड़े के ढेर खड़े थे
नाली गड्ढे भरे पड़े थे।
खुले में सब शौच कर रहे
बहुत लोग बीमार पड़े थे।
कहीं हैजा कहीं मलेरिया बुखार
कोई गरीबी से लाचार।
रानी की तबियत घबरायी
राजा को ये सलाह बतायी।
ऐसा कुछ कानून बनाओ
इन्हें सफाई का महत्व समझाओ।
आसपास जो गन्दगी फैलाये
उसे जेल की हवा खिलाओ।।
रचयिता
जमीला खातून,
प्रधानाध्यापक,
बेसिक प्राथमिक पाठशाला गढधुरिया गंज,
नगर क्षेत्र मऊरानीपुर,
जनपद-झाँसी।
एक था राजा एक थी रानी।
रानी बोली राजा आओ
मुझे राज्य की सैर कराओ।
रानी की जब निकली सवारी
देखने आये सब नर नारी।
रानी ने वहाँ जो कुछ देखा
उससे उनका माथा ठनका।
कूड़े कचड़े के ढेर खड़े थे
नाली गड्ढे भरे पड़े थे।
खुले में सब शौच कर रहे
बहुत लोग बीमार पड़े थे।
कहीं हैजा कहीं मलेरिया बुखार
कोई गरीबी से लाचार।
रानी की तबियत घबरायी
राजा को ये सलाह बतायी।
ऐसा कुछ कानून बनाओ
इन्हें सफाई का महत्व समझाओ।
आसपास जो गन्दगी फैलाये
उसे जेल की हवा खिलाओ।।
रचयिता
जमीला खातून,
प्रधानाध्यापक,
बेसिक प्राथमिक पाठशाला गढधुरिया गंज,
नगर क्षेत्र मऊरानीपुर,
जनपद-झाँसी।
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