चींटी और फ़ाख्ता
कक्षा 5 अंग्रेजी पाठ-the🐜 ant and the🕊 dove का हिन्दी कविता रूपांतरण 🙏🏻🙏🏻
🐜चींटी एक बहुत प्यासी थी,
दिन था बड़ा ही गरम ।
पानी पीने गयी नदी पर,
और गिर गयी धड़म ।।
जोर जोर से वह चिल्लायी,
बचाओ-बचाओ आवाज लगायी ।
वहीं पेड़ पर बैठी फाख्ता,
एक बड़ा सा पत्ता गिरायी।।
पत्ते पर चढ़कर चींटी ,
धीरे-धीरे किनारे आयी।
फाख्ता पक्षी ने समझदारी से,
चींटी की थी जान बचायी ।।
🕊फाख्ता बैठी थी पेड़ पर,
शिकारी पेड़ के नीचे आया ।
तीर रखकर कमान पर,
पक्षी पर ही ध्यान लगाया ।।
चींटी मामला समझ गयी,
दौड़कर शिकारी के पास आयी ।
पैर पर चढ़कर उसके,
पैर को काट खायी।।
तीर छूटा हाथ से उसके,
निशाना हुआ भंग ।
चींटी के इस मदद से ,
फाख्ता रह गयी दंग ।।
दोनों ने एक-दूसरे को,
कहा धन्यवाद ।
दोस्ती चींटी और फाख्ता की,
बच्चों रखना याद ।।
रचयिता
🙏🏻🙏🏻🐜🕊🙏🏻🙏🏻
🐜चींटी एक बहुत प्यासी थी,
दिन था बड़ा ही गरम ।
पानी पीने गयी नदी पर,
और गिर गयी धड़म ।।
जोर जोर से वह चिल्लायी,
बचाओ-बचाओ आवाज लगायी ।
वहीं पेड़ पर बैठी फाख्ता,
एक बड़ा सा पत्ता गिरायी।।
पत्ते पर चढ़कर चींटी ,
धीरे-धीरे किनारे आयी।
फाख्ता पक्षी ने समझदारी से,
चींटी की थी जान बचायी ।।
🕊फाख्ता बैठी थी पेड़ पर,
शिकारी पेड़ के नीचे आया ।
तीर रखकर कमान पर,
पक्षी पर ही ध्यान लगाया ।।
चींटी मामला समझ गयी,
दौड़कर शिकारी के पास आयी ।
पैर पर चढ़कर उसके,
पैर को काट खायी।।
तीर छूटा हाथ से उसके,
निशाना हुआ भंग ।
चींटी के इस मदद से ,
फाख्ता रह गयी दंग ।।
दोनों ने एक-दूसरे को,
कहा धन्यवाद ।
दोस्ती चींटी और फाख्ता की,
बच्चों रखना याद ।।
रचयिता
मनोहर जौनपुरी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय कनिगवाॅ,
विकास खंड -बीसलपुर,
🙏🏻🙏🏻🐜🕊🙏🏻🙏🏻
Nice
ReplyDeleteNice guru ji
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