देखो बच्चों छुट्टी आयी
मुख्यतः सभी विद्यालयों में छुट्टियां आरम्भ हो चुकी हैं ,उसी के मद्देनजर प्रस्तुत हैं छुट्टियों को लेकर बच्चों की ख़ुशी के लिए लिखी एक छोटी सी कविता-
देखो बच्चों छुट्टी आयी
रंग बिरंगे सपने लायी ।
सपने खेल खिलौनों वाले,
सपने दही जलेबी वाले,
खेल कूद कर,झूम झूम कर,
आओ ढेरों रंग जमा लें।
सभी के चेहरे खिले हुए हैं ,
रोज़ घूमने जाएँगे,
दादी,नानी,नाना के संग,
रस-मलाई खाएँगे।
भोलू सीखेगा साइकिल,
पिंकी घर-घर खेलेगी ।
चिंटू-मिंटू ,रोली-पप्पू,
सिनेमा देखने जाएँगे।
ध्यान अपना रखना बच्चों ,
गर्मी बहुत है पड़ रही,
कुछ दिन की बस बात है अब,
काले मेघ छा जाएँगे।
उमड़ घुमड़ कर बरसेंगे जब,
गर्मी दूर भगाएँगे,
चाय की चुस्की के संग हम भी,
खूब पकौड़े खाएँगे।
मौज मस्ती के बीच में,
थोड़ी सी पढ़ाई भी करना,
अभ्यास नहीं करोगे गर तुम,
सब कुछ भूल तुम जाओगे।
ज्यादा खेल खेलने में फिर ,
डाँट बड़ों की खाओगे।।
रचयिता
पूजा सचान,
(सहायक अध्यापक),
English Medium
Primary School Maseni,
Block-Barhpur,
District-FARRUKHABAD.
देखो बच्चों छुट्टी आयी
रंग बिरंगे सपने लायी ।
सपने खेल खिलौनों वाले,
सपने दही जलेबी वाले,
खेल कूद कर,झूम झूम कर,
आओ ढेरों रंग जमा लें।
सभी के चेहरे खिले हुए हैं ,
रोज़ घूमने जाएँगे,
दादी,नानी,नाना के संग,
रस-मलाई खाएँगे।
भोलू सीखेगा साइकिल,
पिंकी घर-घर खेलेगी ।
चिंटू-मिंटू ,रोली-पप्पू,
सिनेमा देखने जाएँगे।
ध्यान अपना रखना बच्चों ,
गर्मी बहुत है पड़ रही,
कुछ दिन की बस बात है अब,
काले मेघ छा जाएँगे।
उमड़ घुमड़ कर बरसेंगे जब,
गर्मी दूर भगाएँगे,
चाय की चुस्की के संग हम भी,
खूब पकौड़े खाएँगे।
मौज मस्ती के बीच में,
थोड़ी सी पढ़ाई भी करना,
अभ्यास नहीं करोगे गर तुम,
सब कुछ भूल तुम जाओगे।
ज्यादा खेल खेलने में फिर ,
डाँट बड़ों की खाओगे।।
रचयिता
पूजा सचान,
(सहायक अध्यापक),
English Medium
Primary School Maseni,
Block-Barhpur,
District-FARRUKHABAD.
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