प्यारी नानी
रोज रात को एक कहानी
प्यार से मुझे सुनातीं नानी,
चंदा वाले, ईश्वर वाले
गाने मुझे सिखातीं नानी।
चाट पकौड़ा, कुल्फी, जामुन
भी मुझको दिलवाती नानी,
कोई मुझको आँख दिखाये,
उसको डाँट लगाती नानी।
रूठूँ तो फिर गले लगाकर
झट से मुझे हँसाती नानी।
मम्मी से ज्यादा प्यारी मैं उनको,
रोज मुझे बतलाती नानी।
छुट्टी खत्म फिर वापस आओ
याद मुझे खूब आती नानी।
जब भी ज्यादा याद सताती,
सपने में आ जाती नानी।
रचयिता
ममता मिश्रा,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय तेंदुआवन,
विकास खण्ड-चाका,
जनपद-इलाहाबाद।
प्यार से मुझे सुनातीं नानी,
चंदा वाले, ईश्वर वाले
गाने मुझे सिखातीं नानी।
चाट पकौड़ा, कुल्फी, जामुन
भी मुझको दिलवाती नानी,
कोई मुझको आँख दिखाये,
उसको डाँट लगाती नानी।
रूठूँ तो फिर गले लगाकर
झट से मुझे हँसाती नानी।
मम्मी से ज्यादा प्यारी मैं उनको,
रोज मुझे बतलाती नानी।
छुट्टी खत्म फिर वापस आओ
याद मुझे खूब आती नानी।
जब भी ज्यादा याद सताती,
सपने में आ जाती नानी।
रचयिता
ममता मिश्रा,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय तेंदुआवन,
विकास खण्ड-चाका,
जनपद-इलाहाबाद।
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