२४०~ आशुतोष कुमार सिंह प्रा० वि० आराजी बसडीहा, पिपराइच, गोरखपुर

🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से बेसिक शिक्षा की जनपद गोरखपुर से एक ऐसी अनमोल रत्न टीम से परिचय करा रहे हैं। जिन्होंने अपने सामूहिक और संगठित प्रयासों से मात्र कुछ सत्रों में अपने विद्यालय को शून्य से शिखर की दिशा में पहुँचा दिया है।
हमारे अनेकों साथी कहते थे कि इतने कम समय में क्या कोई विद्यालय बदला जा सकता है? आज इस विद्यालय की टीम भावना ने यह प्रमाणित कर दिया है यदि विद्यालय के समस्त शिक्षक आपस में टीम भावना के साथ हाथ से हाथ मिलाकर काम करें तो बेसिक शिक्षा के हजारों विद्यालय शिखर पर पहुँचते नजर आने लगे। क्योंकि आज अनेकों विद्यालय आपसी तालमेल के अभाव में बेबस और असहाय नजर आ रहे हैं।
लेकिन प्राथमिक विद्यालय आराजी बसडीहा के प्रधानाध्यापक आशुतोष कुमार सिंह जी ने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता के साथ विद्यालय के सभी सहयोगियों की संगठित शक्ति से विद्यालय को मात्र कुछ समय में जनपद के श्रेष्ठ विद्यालयों के बीच स्थापित कर दिखाया। जो हम सबके लिए अनुकरणीय और प्रेरक है।
आइए देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-


मेरे विद्यालय का नाम प्राथमिक विद्यालय आराजी बसडीला है| यह विद्यालय पिपराइच ब्लॉक में गोरखपुर जिले में स्थित है|
इस विद्यालय में मेरी नियुक्ति प्रधानाध्यापक पद पर 2 जुलाई 2016 में हुई थी| विद्यालय में कुल 4 टीचिंग स्टॉफ हैंं
1)श्री आशुतोष कुमार सिंह (प्रधानाध्यापक)
2)श्रीमती अर्चना सिंह (सहायक अध्यापक)
3)श्रीमती संयोगिता सिंह (सहायक अध्यापक)
4)मोनिका श्रीवास्तव (सहायक अध्यापक)
मेरी ज्वाइनिंग के समय विद्यालय की दशा अत्याधिक खराब थी| अतः मैंने विद्यालय की दशा सुधारने के लिए योजना बनाई| पहले भवन के टूटे -फूटे फर्श की मरम्मत करवायी| प्रत्येक कक्षा में ब्लैकबोर्ड सही कराया| ऑफिस व सभी कक्षा में लाइट व पंखे की व्यवस्था की| विगत वर्ष मात्र विद्यालय में 55 छात्रों का नामांकन था और 15-20 बच्चे ही प्रतिदिन स्कूल आते थे| मैंने अपने स्कूल स्टाफ के सहयोग से गाँव जाकर अभिभावकों से सम्पर्क किया और सभी बच्चों को विद्यालय आने के लिए प्रेरित किया| इससे 2017 -2018 में 55 से बढ़कर नामांकन 147 हो गया। इस सत्र में बच्चों की कक्षावार प्रवेश परीक्षा लेकर उनका नामांकन किया गया| वर्तमान सत्र 2018-19 में मेरे विद्यालय में कुल छात्रों का नामांकन 190 हो गया है|
हमारे विद्यालय में मात्र 3 कमरे ही हैं। जिसके वजह से उससे अधिक नामांकन नहीं कर पा रहे है।
मैंने अपने विद्यालय को कान्वेंट मॉडल स्कूल के तर्ज पर विकसित करने की योजना बनाई| जिससे छात्रों को वह सभी सुविधाएँ प्राप्त हो सके जो एक कान्वेंट स्कूल का बच्चा प्राप्त करता है और छात्रों के मन में किसी प्रकार की हीन भावना न विकसित हो| इसके लिए मैंने अपने स्कूल स्टाफ के सहयोग से प्रत्येक कक्षा में कार्पेट व कॉलीन की व्यवस्था की| हर कमरे में डेस्क व बेंच की व्यवस्था की| आज के समय में हमारे स्टॉफ के आर्थिक सहयोग से हर कक्षा में व्हाइट बोर्ड लग गया है| इसके बाद हम सभी ने मिलकर अपने स्कूल के लिए प्रोजेक्टर, स्पीकर, साउंड सिस्टम व लैपटॉप की व्यवस्था की| जिससे शिक्षण कार्य अत्याधिक सुगम हो गया है| सभी छात्र प्रोजेक्टर की सहायता से अपने विषय के तथ्यों को मूर्त उदाहरण के रूप में देखते हैं और सरलतापूर्वक समझ जाते हैं|
प्रतिदिन स्पीकर की सहायता से प्रार्थना स्थल पर विभिन्न गतिविधियां करायी जाती हैं|
इसके अतिरिक्त सभी कक्षा में विषय व कक्षा स्तर के अनुकूल शिक्षकों द्वारा निर्मित टीएलएम (टीचिंग लर्निंग मेटैरियल), चित्र चार्ट व मॉडल की व्यवस्था की गयी हैं|
हमारे विद्यालय के बी.डी.ओ. (ब्लॉक डेवलपमेंट आफिसर) श्री ज्ञानेंद्र सिंह व संयुक्त निदेशक श्री एस. एन. सिंह द्वारा निरीक्षण किया गया|इसके अतिरिक्त स्वयं बीएसए महोदय एवम स्थानीय अधिकारीगण विद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता, प्रबंधन व व्यवस्था को देखकर अत्यधिक प्रभावित व संतुष्ट हुए|
शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए हमारे विद्यालय परिवार को कई बार सम्मानित किया जा चुका है:-
1) कपिलवस्तु शैक्षिक गुणवत्ता सेमिनार में मुझे उत्कृष्ट शैक्षिक कार्य के लिए सिद्धार्थ नगर के बीएसए के द्वारा सम्मानित किया गया|
2) मिशन शिक्षण संवाद कार्यशाला, लखनऊ में मुझको प्रतिभाग करने का अवसर प्राप्त हुआ जहाँ मुझे सम्मानित किया गया|
3) नई उम्मीद सामाजिक संस्था के द्वारा मेरे पूरे विद्यालय परिवार को गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक योगदान के लिए सम्मानित किया गया|
4) मेरे पूरे विद्यालय परिवार को गोरखपुर BSA के द्वारा सम्मानित किया जा चुका है|
हमारे विद्यालय की उपलब्धियों का कई बार समाचार पत्रों जैसे-दैनिक जागरण, अमर उजाला, हिंदुस्तान, सहारा, नव भारत टाइम्स, वूमेन एक्सप्रेस, रफ्तार में प्रकाशन हुआ है| हमारे विद्यालय को दो बार मीडिया के द्वारा डॉक्यूमेंट्री मूवी बनाने के लिए भी चुना गया|
हमारे विद्यालय के बारे में टीवी के India news, News Nation, Prime news, ETv चैनल पर दिखाया जा चुका है|
आज के समय में गोरखपुर के उत्कृष्ट विद्यालयों की सूची में हमारा विद्यालय का भी स्थान पर है|
सभी शिक्षकों के प्रयास से आज के समय में सभी बच्चे अंग्रेज़ी में अपना परिचय दे सकते है और अंग्रेजी के छोटे- छोटे वाक्यों को भी बोलना सीख रहे हैं| छात्रों के अधिगम स्तर में भी बहुत सुधार हुआ है|



मित्रों आप भी यदि बेसिक शिक्षा के सम्मानित शिक्षक हैं या शिक्षा को मनुष्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण मानते हों और शिक्षा का प्रचार-प्रसार करना अपना कर्तव्य मानते है तो इस मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से शिक्षा के उत्थान एवं शिक्षक के सम्मान की रक्षा के लिए आपस में हाथ से हाथ मिला कर, मिशन शिक्षण संवाद के अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाने में सहयोगी बनकर, शिक्षक स्वाभिमान की रक्षा के लिए आगे बढ़ें। हमें विश्वास है कि अगर आप सब अनमोल रत्न शिक्षक साथी हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सवेरा अवश्य आयेगा। इसलिए--
आओ हम सब हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक साथी प्रेरक कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों और गतिविधियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ और गतिविधियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।
उपलब्धियों का विवरण, ऑडियो, वीडियो और फोटो भेजने का Whatsapp No.- 9458278429 एवं ईमेल- shikshansamvad@gmail.com है।
साभार: मिशन शिक्षण संवाद उ० प्र०
निवेदन:- मिशन शिक्षण संवाद की समस्त गतिविधियाँ निःशुल्क, स्वैच्छिक एवं स्वयंसेवी हैं। जहाँ हम आप सब मिलकर शिक्षा के उत्थान और शिक्षक के सम्मान के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसलिए यदि कहीं कोई लोभ- लालच या पद प्रतिष्ठा की बात कर, अपना व्यापारिक हित साधने की कोशिश कर रहा हो, तो उससे सावधान रहकर टीम मिशन शिक्षण संवाद को मिशन के नम्बर-9458278429 पर अवश्य अवगत कराकर सहयोग करें।
धन्यवाद अनमोल रत्न शिक्षक साथियों
विमल कुमार
कानपुर देहात
06/06/2018

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