पेड़ हैं धरती का आभूषण
पेड़ हैं धरती का आभूषण,
करें दूर ये वायु प्रदूषण।
बनता है जब इसका भोजन,
देते हैं ये तब ऑक्सीजन।
जब होता सूरज चमकीला,
लेते हैं प्रकाश ये पीला।
कार्बन डाई-आॅक्साइड अन्दर लाकर,
पर्णहरिम को उसमें मिलाकर।
ग्लूकोज का करते निर्माण,
करते हैं सबका कल्याण ।
बड़ा प्रदूषण है गाँव-शहर,
घुला हवा में बहुत ज़हर।
शुद्ध हवा के बिना हमारी,
तड़ रही है पीढ़ी सारी।
धरती पर अगर बचाना है जीवन को,
वृक्षारोपण करना होगा हर जन को।
रचयिता
सुधा,
प्राथमिक विद्यालय महमूदपुर,
विकास खंड-लोनी,
जनपद-ग़ाज़ियाबाद।
करें दूर ये वायु प्रदूषण।
बनता है जब इसका भोजन,
देते हैं ये तब ऑक्सीजन।
जब होता सूरज चमकीला,
लेते हैं प्रकाश ये पीला।
कार्बन डाई-आॅक्साइड अन्दर लाकर,
पर्णहरिम को उसमें मिलाकर।
ग्लूकोज का करते निर्माण,
करते हैं सबका कल्याण ।
बड़ा प्रदूषण है गाँव-शहर,
घुला हवा में बहुत ज़हर।
शुद्ध हवा के बिना हमारी,
तड़ रही है पीढ़ी सारी।
धरती पर अगर बचाना है जीवन को,
वृक्षारोपण करना होगा हर जन को।
रचयिता
सुधा,
प्राथमिक विद्यालय महमूदपुर,
विकास खंड-लोनी,
जनपद-ग़ाज़ियाबाद।
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