प्राथमिक विद्यालय चककलूटी-काव्यात्मक परिचय

मिशन शिक्षण संवाद की क्षेत्रीय कार्यशाला वाराणसी दिनांक 3 जून 2018 को मेरे द्वारा दिया गया विद्यालय का काव्यात्मक प्रस्तुतीकरण-

 वरिष्ठ गुरुजनों को प्रणाम है।
साथी शिक्षकों को राम-राम है।
आयोजक मंडल का बहुत-बहुत एहतराम है।
शिक्षिका बहनों को नमन और भाभियों को सलाम  है।

जी नाम है मेरा विनोद कुमार।
प्रधानाध्यापक पद पर हूँ सवार।
प्राथमिक विद्यालय चककलूटी मेरा परिवार।
साथ मेरे 325 बच्चे और सहायक शिक्षक चार।

 जिला भदोही ब्लॉक ज्ञानपुर।
मुख्यालय से 4 किमी दूर।
अंग्रेजी माध्यम विद्यालय मशहूर।
विशाल प्रांगण भौतिक सुविधाएँ भरपूर।

अरविंद, पीयूष, बृजेश, रविशंकर।
पी एस चककलूटी के बंकर।
आशीष दे रहे भोले शंकर।
विनोद कुमार हैं बने शुभंकर।

नामांकन ठहराव और उपस्थिति उन्नत ।
शिक्षक छात्र सम्बंध समुन्नत ।
समय सारिणी शासित हर जन ।
सृजित उच्च शैक्षिक वातावरण।

पाठ्येतर गतिविधियाँ भरसक।
प्रातः कालीन सभा आकर्षक।
लखे सराहे हर अभिभावक।
अनुशासित बच्चे समर्पित शिक्षक।

पढने का माहौल है अच्छा।
सीख रहा हर बच्ची बच्चा।
निजी विद्यालय को दे के गच्चा।
नाम लिखवाये बच्चों का चच्चा।

दस गाँवों तक है विस्तार।
नामांकन की लगती कतार।
सत्र 2018-19 में इस बार।
छात्र संख्या लक्ष्य 350 के पार।

बाल संसद की जिम्मेदारी।
दैनिकचर्या वाटिका फुलवारी।
पुस्तकालय, वाचनालय, क्यारी।
एमडीएम वितरण, स्वच्छता सारी।

परिवेश बने नित सौम्य सुहानी।
शुरू की बागवानी से आगवानी।
ऊर्जा बचे बचा रहे पानी।
एलईडी सोकपिट सौर यंत्र निशानी।

अन्तर्गत स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार।
प्राप्त हुआ हमें इस बार।
हरी श्रेणी संग पाँच सितार।
थे पिछली बार सितारे चार ।

कुशल प्रबंधन की बदौलत।
मिली हमें है इतनी शोहरत।
जनसहयोग मिला भरपूर।
पर निजी धन भी खूब लगा हुजुर।

बेसिक शिक्षा का सम्मान कीजिए।
स्कूल जाओ अभियान कीजिए।
शिकायत नहीं समाधान कीजिए।
सरकारी स्कूलों को दान दीजिए।

प्राईवेट को जाओ भूल।
सभी चलो सरकारी स्कूल।
भविष्य निर्माण की पक्की खूँटी।
प्राथमिक विद्यालय चक कलूटी।

रचयिता
विनोद कुमार,
प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय चककलूटी,
विकास खण्ड-ज्ञानपुर,
जनपद-भदोही। 

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