कपिलवस्तु शैक्षिक गुणवत्ता सेमिनार
*मिशन शिक्षण संवाद शैक्षिक गुणवत्ता सेमिनार ने पूरे प्रदेश में फैलाया स्कुलों में गुणवत्ता का संदेश*
*कपिलवस्तु महोत्सव सिद्दार्थनगर में आयोजित सेमिनार में प्रदेश के सभी जनपदों के आदर्श शिक्षको ने किया प्रतिभाग और अपने नवाचारों को प्रस्तुत करते हुए लिया स्कूलो में शैक्षिक उन्नयन का संकल्प*
*सेमिनार आयोजन से जनपद के शिक्षको में हुआ सकारात्मक ऊर्जा का संचार*
*सेमिनार आयोजन में माननीय जनप्रतिनिधियों और लोकप्रिय अधिकारियों का मिला सहयोग और पूरे प्रदेश में गूंजा भगवान बुद्ध का संदेश*
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*कपिलवस्तु महोत्सव 2017*
में बेसिक शिक्षा विभाग सिद्दार्थनगर द्वारा आयोजित मिशन शिक्षण संवाद शैक्षिक गुणवत्ता सेमिनार पूरे प्रदेश में गुणवत्तायुक्त शिक्षा का संदेश फैला गया। खासकर प्रदेश के बेसिक शिक्षा में शैक्षिक गुणवत्ता का जो संदेश इस सेमिनार से निकला उसकी रोशनी से पूरे प्रदेश के सभी 75 जनपदों के स्कूलो में उजाला फैल रहा है। जनपद के युवा और सकारात्मक सोच के प्रतीक जिलाधिकारी श्री कुणाल सिल्कू जी के निर्णय और मुख्य विकास अधिकारी श्री अनिल कुमार मिश्र के सहयोग से बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा अयोजित इस सेमिनार को कराने का जो निर्णय जिले के कर्मठ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री मनिराम सिंह ने लिया उसका ताना बाना बुनने और उसे पूरा करने की महती जिम्मेदारी प्रदेश के नवाचारी शिक्षक डॉ सर्वेष्ट मिश्र, प्रधनाध्यापक, आदर्श प्राथमिक विद्यालाय मूड़घाट बस्ती ने अपनी मिशन शिक्षण संवाद की टीम के साथ उठायी। इस तरह दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन दिनाँक 29 व 30 दिसम्बर 2017 को कुशलता पूर्वक सम्पन्न हुआ।
में बेसिक शिक्षा विभाग सिद्दार्थनगर द्वारा आयोजित मिशन शिक्षण संवाद शैक्षिक गुणवत्ता सेमिनार पूरे प्रदेश में गुणवत्तायुक्त शिक्षा का संदेश फैला गया। खासकर प्रदेश के बेसिक शिक्षा में शैक्षिक गुणवत्ता का जो संदेश इस सेमिनार से निकला उसकी रोशनी से पूरे प्रदेश के सभी 75 जनपदों के स्कूलो में उजाला फैल रहा है। जनपद के युवा और सकारात्मक सोच के प्रतीक जिलाधिकारी श्री कुणाल सिल्कू जी के निर्णय और मुख्य विकास अधिकारी श्री अनिल कुमार मिश्र के सहयोग से बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा अयोजित इस सेमिनार को कराने का जो निर्णय जिले के कर्मठ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री मनिराम सिंह ने लिया उसका ताना बाना बुनने और उसे पूरा करने की महती जिम्मेदारी प्रदेश के नवाचारी शिक्षक डॉ सर्वेष्ट मिश्र, प्रधनाध्यापक, आदर्श प्राथमिक विद्यालाय मूड़घाट बस्ती ने अपनी मिशन शिक्षण संवाद की टीम के साथ उठायी। इस तरह दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन दिनाँक 29 व 30 दिसम्बर 2017 को कुशलता पूर्वक सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम का शुभारम्भ इटवा के विधायक डॉ सतीश द्विवेदी जी व शोहरतगढ़ के विधायक श्री अमरसिंह चौधरी जी द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यर्पण व पूजन करके किया गया। जिसके बाद बीएसए श्री मनिराम सिंह, संयोजक डॉ सर्वेष्ट मिश्र द्वारा सभी अतिथियो का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। बीएसए मनिराम सिंह ने अपने स्वागत भाषण में सभी अतिथियों और शिक्षको का हार्दिक स्वागत करते हुए कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डाला । उन्होंने बताया कि किस तरह प्रदेश के सभी जनपदों में बेहतरीन कार्य कर रहे शिक्षको को एक मच देकर उन सभी अच्छे कार्यो को जनपद ही नही पूरे प्रदेश के स्कूलों में गुणवत्ता की नई अलख जगेगी।कार्यक्रम का संयोजन कर रहे डॉ सर्वेष्ट मिश्र ने सेमिनार के उद्देश्यों, नवाचारी शिक्षको के कार्यो आदि का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि यह सेमिनार शिक्षा जगत में एज महत्वपूर्ण कार्य के रूप में जाना जाएगा।
इस अवसर पर विधायक डॉ सतीश चंद्र द्विवेदी द्वारा प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा गया कि "प्राथमिक शिक्षा किसी देश की रीढ़ होती है पर बेसिक शिक्षा को अपने यहां रीढ़ नही समझा गया। उन्होंने कहा कि "कच्ची मिट्टी का घड़ा बनाना बेहद कठिन कार्य है जबकि उसमे कुछ फूल सजा देना बेहद आसान,और आप कच्ची मिट्टी का घड़ा बनाते है जबकि उच्च कक्षाओं के शिक्षक उस घड़े में फूल सजाते है।" इसके साथ उन्होंने नवाचार की विस्तृत व्याख्या कर अध्यापक के कर्तव्यों पर प्रकाश डाला। विधायक अमर सिंह चौधरी ने कहा कि वे स्वयं एक शिक्षक रहे है इसलिए वे जानते है किस तरह स्कूलों में विभिन्न दुश्वारियों के बीच यहाँ आए नवाचारी सथियो ने कड़ी मेहनत और लगन से अपने स्कुलो को बेहतर बनाया है। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष श्री राधे रमण त्रिपाठी ने सभी शिक्षको का स्वागत करते हुए अपने विचार व्यक्त किए। अतिथियों के उदबोधन के बाद शिक्षको द्वारा अपने पॉवर पॉइंट प्रस्तुतिकरण देने का सिलसिला शुरू हुआ जो देर रात लगभग 9 बजे तक चलता रहा। जिसमे
प्रदेश के 75 जनपदों से आये प्रतिभागियों द्वारा अपने स्कूल में किये गए अभिनव प्रयासों व उस प्रयास के फलस्वरूप विद्यालय व बच्चो में विकसित हुई उपलब्धियों का पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुतिकरण किया।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में पहुँचे सेमिनार के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री राजा जयप्रताप सिंह जी और जिलाधिकारी श्री कुणाल सिल्कू जी ने सबसे पहले प्रदेश भर के उत्कृष्ठ शिक्षको द्वारा तैयार टीएलएम की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। जिसके बाद बीएसए श्री मनिराम सिंह जी ने मुख्य अतिथि राजा जय प्रताप सिंह जी और जिलाधिकारी श्री कुणाल सिल्कू जी को पुष्पगुच्छ और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री श्री राजा जय प्रताप सिंह जी ने अपने सम्बोधन में कहा कि शिक्षको द्वारा इतना भव्य आयोजन और उनके द्वारा बनाये गए टीएलएम और उनके स्कूलों में किए गए कार्यो से वह बहुत प्रभावित है। उन्होंने इसकी प्रशंशा करते हुए जिलाधिकारी श्री कुणाल सिल्कू, बीएसए श्री मनिराम सिंह और मिशन शिक्षण संवाद और उसकी पूरी टीम की प्रंशसा करते हुए कहा कि वे प्रयास करेंगे कि ऐसा ही एक कार्यक्रम राजधानी लखनऊ में भी हो। उन्होंने गैलरी में लगाये गए टीएलएम पर राजकुमार जी की विशेष प्रसंशा की। उन्होने शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाये जाने हेतु मिशन शिक्षण संवाद के प्रयास की सराहना करते हुए इसे और भी प्रचारित व प्रसारित करने की आवश्यकता बताते हुए एक पोर्टल बनाये जाने का प्रस्ताव रखा। जिस पर सभागार में बैठे सभी शिक्षको ने जोरदार तालियों से उनका और उनके विचारों का स्वागत किया। सेमिनार में आयोजन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए जिलाधिकारी श्री कुणाल सिल्कूू जी ने कहा कि इस सेमिनार से निकले निष्कर्षों से पूरी बेसिक शिक्षा में गुणात्मक सुधार होगा। उन्होंने अपने संबोधन में शिक्षको द्वारा किये जा रहे अपने अच्छे कार्यों को शेयर करने हेतु एक पोर्टल बनाने जा प्रस्ताव मिशन शिक्षण संवाद टीम को देते हुए कहा कि यदि सबकी सहमति होगी तो एनआईसी से पोर्टल बनवा दिया जाएगा। सभी ने जिलाधिकारी महोदय के इस प्रस्ताव और उनकी सकारात्मक सोच का तालियों से स्वागत किया। फिर शुरू हुआ शिक्षको का प्रस्तुतिकरण जो बीएसए और निर्णायकों की उपस्थिति में देर रात तक चलता रहा। इसी बीच मिशन के मुखिया विमल कुमार, ज्योति, शिवम, संतोष, आशीष, अवनींद्र सहित कार्यक्रम की टेक्निकल टीम ने अपने विचार व्यक्त किए।
सेमिनार के द्वितीय दिवस का प्रारम्भ अवशेष प्रतिभागियों के प्रस्तुतीकरण के साथ प्रारम्भ हुआ और तय अवधि में सबका प्रस्तुतीकरण पूर्ण हुआ। दूसरे दिन भदोही टीम का टीएलएम लोगो के आकर्षण का केंद्र रहा।
अंत मे मिशन के प्रेरणास्रोत विमल कुमार का उदबोधन हुआ।
दूसरे दिन के मुख्य अतिथि के रूप में सांसद जगदम्बिका पाल, डुमरियागंज के विधायक श्री राघवेंद्र सिंह जी और विधायक श्यामधनी रही जी रहे। विधायक श्री राघवेंद्र सिंह जी ने अपने उद्बोधन ने सेमिनार की प्रसंशा करते हुए परिषदीय स्कूलों की बेहतरी के लिए उनके द्वारा किये जा रहे प्रयासों की विधिवत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस तरह वह अपने विधानसभा के एक साथ 30 स्कूलो को गोद लेकर विकसित कर रहे है और प्रदेश के सभी प्राइमरी स्कूलों में बच्चो को बैठने के लिए सीट बेंच की व्यवस्था माननीय मुख्यमंत्री से मिलकर करवाने जा रहे हैं। उनके इन प्रयासों का सभी ने जोरदार स्वागत किया।विधयाक श्यामधनी रही ने भी सेमिनार की प्रसंशा करते हुए सभी शिक्षको को बधाई दी। मुख्य विकास अधिकारी श्री अनिल कुमार मिश्र ने सेमिनार के आयोजन की सार्थकता को रेखांकित करते हुए सभी शिक्षको का आभार ज्ञापन किया और सभी को कपिलवस्तु का भ्रमण कराने की व्यवस्था किया।
सभी अतिथियों ने सेमिनार की उपयोगिता के बारे में बताते हुए कहा कि कपिलवस्तु महोत्सव के सभी कार्यक्रमो में यह सर्वोत्कृष्ट कार्यक्रम है और राज्य व केंद्र सरकार से ऐसे कार्यक्रम कराए जाते रहने का प्रस्ताव किया जाएगा। सेमिनार में अपने ओजपूर्ण संबोधन से सांसद श्री जगदम्बिका पाल जी ने सभी शिक्षको का मन मोह लिया। उन्होंने कहा कहा कि आज कपिलवस्तु की धरती ने पूरे प्रदेश को एक सकारात्मक व स्वस्थ परंपरा का संदेश दिया है और वे प्रदेश सरकार के उच्च अधिकारियों और माननीय मंत्रीगण को इस तरह के और आयोजन कराने की पहल करेंगे। कार्यक्रम में सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक डॉ सत्य प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि जिस तरह इस सेमिनार में प्रदेश भर के उत्कृष्ठ शिक्षको ने अपने बेहतरीन अनुभव यहाँ प्रस्तुत किये है वह काफी प्रसंशनीय है और उससे लगता है कि बहुत जल्दी ही परिषदीय विद्यालयों की खोई पहचान और प्रतिष्ठा पुनः वापस आ जायेगी। कार्यक्रम के अंत मे
आभार ज्ञापन के दौरान जिला बेसिक शिक्षाधिकारी श्री मनिराम सिंह जी ने कहा कि दो दिनों में सभी नवाचारी शिक्षकों द्वारा किये जा रहे कार्यो को लोगो ने जो देखा व सुना जो वास्तव के काफी उत्साहवर्धक और प्रसंशनीय है।उन्होंने कहा कि सभी का नवाचार जनपद के शिक्षकों के लिए मील का पत्थर साबित होगा उससे प्रेरणा लेकर यहां के शिक्षक अनुसरण कर अपने स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता व भौतिक परिवेश में सुधार कर एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे। कार्यक्रम के अंत मे 17 बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले शिक्षको को कपिलवस्तु महोत्सव के मुख्य मंच से प्रस्तुतिकरण करने के लिए चुना गया जिसमें बस्ती से डॉ सर्वेष्ट मिश्र, मऊ से सतीश सिंह, सिध्दर्थनगर से दुर्गेश मिश्र, भदोही से पाल सहित विभिन्न शिक्षको ने मुख्य मंच से हजारों जनता के समछ अपने स्कूलो के कर्यो को पॉवरपॉइंट प्रस्तुतीकरण किया।मुख्य मंच से सेमिनार के संयोजन के लिए डॉ सर्वेष्ट मिश्र को एडी बेसिक डॉ सत्य प्रकाश त्रिपाठी, बीएसए मनिराम सिंह, प्राचार्य डायट श्री केसी भारती ने स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।साथ ही मिशन शिक्षण संवाद के प्रणेता विमल कुमार जी और पूरी टेक्निकल टीम को मुख्य मंच से सम्मनित किया गया। इसके अलावा सेमिनार में प्रस्तुतिकरण देने वाले सभी प्रतिभागियों को सांसद श्री जगदम्बिका पाल, विधायक श्री राघवेंद्र सिंह, श्री श्यामधनी राही, मुख्य विकास अधिकारी श्री अनिल मिश्र, एडी बेसिक श्री डॉ सत्य प्रकाश त्रिपाठी, बीएसए श्री मनिराम सिंह ने मंच पर प्रमाणपत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
जनपद के बेसिक शिक्षा विभाग जनपद के युवा और सकारात्मक सोच के जिलाधिकारी श्री कुणाल सिल्कू जी और उनकी इस सोच को साकार रूप देने ने साथ देने वाले मुख्य विकास अधिकारी श्री अनिल कुमार मिश्र जी और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी श्री पांडेय जी द्वारा इस भव्य आयोजन की अनुमति देने के साथ ही पूरी व्यवस्था देने, आयोजन हेतु पूरे प्रदेश से शिक्षको को भेजने तथा अपनी सकारात्मक सोच से हम सब को प्रेरित करने वाले बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह जी, सेमिनार के संयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डॉ सर्वेष्ट मिश्र, विमल कुमार सहित जनपद के सभी खंड शिक्षा अधिकारीगण, समस्त जिला समन्वयकों, शिक्षक प्रतिनिधियों, शिक्षको और इस सेमिनार में अपनी महती भूमिका निभाने वाले सभी लोगो के प्रति बेसिक शिक्षा विभाग कृतज्ञता ज्ञापित करता है।
सौजन्य से-
इस अवसर पर विधायक डॉ सतीश चंद्र द्विवेदी द्वारा प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा गया कि "प्राथमिक शिक्षा किसी देश की रीढ़ होती है पर बेसिक शिक्षा को अपने यहां रीढ़ नही समझा गया। उन्होंने कहा कि "कच्ची मिट्टी का घड़ा बनाना बेहद कठिन कार्य है जबकि उसमे कुछ फूल सजा देना बेहद आसान,और आप कच्ची मिट्टी का घड़ा बनाते है जबकि उच्च कक्षाओं के शिक्षक उस घड़े में फूल सजाते है।" इसके साथ उन्होंने नवाचार की विस्तृत व्याख्या कर अध्यापक के कर्तव्यों पर प्रकाश डाला। विधायक अमर सिंह चौधरी ने कहा कि वे स्वयं एक शिक्षक रहे है इसलिए वे जानते है किस तरह स्कूलों में विभिन्न दुश्वारियों के बीच यहाँ आए नवाचारी सथियो ने कड़ी मेहनत और लगन से अपने स्कुलो को बेहतर बनाया है। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष श्री राधे रमण त्रिपाठी ने सभी शिक्षको का स्वागत करते हुए अपने विचार व्यक्त किए। अतिथियों के उदबोधन के बाद शिक्षको द्वारा अपने पॉवर पॉइंट प्रस्तुतिकरण देने का सिलसिला शुरू हुआ जो देर रात लगभग 9 बजे तक चलता रहा। जिसमे
प्रदेश के 75 जनपदों से आये प्रतिभागियों द्वारा अपने स्कूल में किये गए अभिनव प्रयासों व उस प्रयास के फलस्वरूप विद्यालय व बच्चो में विकसित हुई उपलब्धियों का पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुतिकरण किया।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में पहुँचे सेमिनार के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री राजा जयप्रताप सिंह जी और जिलाधिकारी श्री कुणाल सिल्कू जी ने सबसे पहले प्रदेश भर के उत्कृष्ठ शिक्षको द्वारा तैयार टीएलएम की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। जिसके बाद बीएसए श्री मनिराम सिंह जी ने मुख्य अतिथि राजा जय प्रताप सिंह जी और जिलाधिकारी श्री कुणाल सिल्कू जी को पुष्पगुच्छ और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री श्री राजा जय प्रताप सिंह जी ने अपने सम्बोधन में कहा कि शिक्षको द्वारा इतना भव्य आयोजन और उनके द्वारा बनाये गए टीएलएम और उनके स्कूलों में किए गए कार्यो से वह बहुत प्रभावित है। उन्होंने इसकी प्रशंशा करते हुए जिलाधिकारी श्री कुणाल सिल्कू, बीएसए श्री मनिराम सिंह और मिशन शिक्षण संवाद और उसकी पूरी टीम की प्रंशसा करते हुए कहा कि वे प्रयास करेंगे कि ऐसा ही एक कार्यक्रम राजधानी लखनऊ में भी हो। उन्होंने गैलरी में लगाये गए टीएलएम पर राजकुमार जी की विशेष प्रसंशा की। उन्होने शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाये जाने हेतु मिशन शिक्षण संवाद के प्रयास की सराहना करते हुए इसे और भी प्रचारित व प्रसारित करने की आवश्यकता बताते हुए एक पोर्टल बनाये जाने का प्रस्ताव रखा। जिस पर सभागार में बैठे सभी शिक्षको ने जोरदार तालियों से उनका और उनके विचारों का स्वागत किया। सेमिनार में आयोजन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए जिलाधिकारी श्री कुणाल सिल्कूू जी ने कहा कि इस सेमिनार से निकले निष्कर्षों से पूरी बेसिक शिक्षा में गुणात्मक सुधार होगा। उन्होंने अपने संबोधन में शिक्षको द्वारा किये जा रहे अपने अच्छे कार्यों को शेयर करने हेतु एक पोर्टल बनाने जा प्रस्ताव मिशन शिक्षण संवाद टीम को देते हुए कहा कि यदि सबकी सहमति होगी तो एनआईसी से पोर्टल बनवा दिया जाएगा। सभी ने जिलाधिकारी महोदय के इस प्रस्ताव और उनकी सकारात्मक सोच का तालियों से स्वागत किया। फिर शुरू हुआ शिक्षको का प्रस्तुतिकरण जो बीएसए और निर्णायकों की उपस्थिति में देर रात तक चलता रहा। इसी बीच मिशन के मुखिया विमल कुमार, ज्योति, शिवम, संतोष, आशीष, अवनींद्र सहित कार्यक्रम की टेक्निकल टीम ने अपने विचार व्यक्त किए।
सेमिनार के द्वितीय दिवस का प्रारम्भ अवशेष प्रतिभागियों के प्रस्तुतीकरण के साथ प्रारम्भ हुआ और तय अवधि में सबका प्रस्तुतीकरण पूर्ण हुआ। दूसरे दिन भदोही टीम का टीएलएम लोगो के आकर्षण का केंद्र रहा।
अंत मे मिशन के प्रेरणास्रोत विमल कुमार का उदबोधन हुआ।
दूसरे दिन के मुख्य अतिथि के रूप में सांसद जगदम्बिका पाल, डुमरियागंज के विधायक श्री राघवेंद्र सिंह जी और विधायक श्यामधनी रही जी रहे। विधायक श्री राघवेंद्र सिंह जी ने अपने उद्बोधन ने सेमिनार की प्रसंशा करते हुए परिषदीय स्कूलों की बेहतरी के लिए उनके द्वारा किये जा रहे प्रयासों की विधिवत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस तरह वह अपने विधानसभा के एक साथ 30 स्कूलो को गोद लेकर विकसित कर रहे है और प्रदेश के सभी प्राइमरी स्कूलों में बच्चो को बैठने के लिए सीट बेंच की व्यवस्था माननीय मुख्यमंत्री से मिलकर करवाने जा रहे हैं। उनके इन प्रयासों का सभी ने जोरदार स्वागत किया।विधयाक श्यामधनी रही ने भी सेमिनार की प्रसंशा करते हुए सभी शिक्षको को बधाई दी। मुख्य विकास अधिकारी श्री अनिल कुमार मिश्र ने सेमिनार के आयोजन की सार्थकता को रेखांकित करते हुए सभी शिक्षको का आभार ज्ञापन किया और सभी को कपिलवस्तु का भ्रमण कराने की व्यवस्था किया।
सभी अतिथियों ने सेमिनार की उपयोगिता के बारे में बताते हुए कहा कि कपिलवस्तु महोत्सव के सभी कार्यक्रमो में यह सर्वोत्कृष्ट कार्यक्रम है और राज्य व केंद्र सरकार से ऐसे कार्यक्रम कराए जाते रहने का प्रस्ताव किया जाएगा। सेमिनार में अपने ओजपूर्ण संबोधन से सांसद श्री जगदम्बिका पाल जी ने सभी शिक्षको का मन मोह लिया। उन्होंने कहा कहा कि आज कपिलवस्तु की धरती ने पूरे प्रदेश को एक सकारात्मक व स्वस्थ परंपरा का संदेश दिया है और वे प्रदेश सरकार के उच्च अधिकारियों और माननीय मंत्रीगण को इस तरह के और आयोजन कराने की पहल करेंगे। कार्यक्रम में सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक डॉ सत्य प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि जिस तरह इस सेमिनार में प्रदेश भर के उत्कृष्ठ शिक्षको ने अपने बेहतरीन अनुभव यहाँ प्रस्तुत किये है वह काफी प्रसंशनीय है और उससे लगता है कि बहुत जल्दी ही परिषदीय विद्यालयों की खोई पहचान और प्रतिष्ठा पुनः वापस आ जायेगी। कार्यक्रम के अंत मे
आभार ज्ञापन के दौरान जिला बेसिक शिक्षाधिकारी श्री मनिराम सिंह जी ने कहा कि दो दिनों में सभी नवाचारी शिक्षकों द्वारा किये जा रहे कार्यो को लोगो ने जो देखा व सुना जो वास्तव के काफी उत्साहवर्धक और प्रसंशनीय है।उन्होंने कहा कि सभी का नवाचार जनपद के शिक्षकों के लिए मील का पत्थर साबित होगा उससे प्रेरणा लेकर यहां के शिक्षक अनुसरण कर अपने स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता व भौतिक परिवेश में सुधार कर एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे। कार्यक्रम के अंत मे 17 बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले शिक्षको को कपिलवस्तु महोत्सव के मुख्य मंच से प्रस्तुतिकरण करने के लिए चुना गया जिसमें बस्ती से डॉ सर्वेष्ट मिश्र, मऊ से सतीश सिंह, सिध्दर्थनगर से दुर्गेश मिश्र, भदोही से पाल सहित विभिन्न शिक्षको ने मुख्य मंच से हजारों जनता के समछ अपने स्कूलो के कर्यो को पॉवरपॉइंट प्रस्तुतीकरण किया।मुख्य मंच से सेमिनार के संयोजन के लिए डॉ सर्वेष्ट मिश्र को एडी बेसिक डॉ सत्य प्रकाश त्रिपाठी, बीएसए मनिराम सिंह, प्राचार्य डायट श्री केसी भारती ने स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।साथ ही मिशन शिक्षण संवाद के प्रणेता विमल कुमार जी और पूरी टेक्निकल टीम को मुख्य मंच से सम्मनित किया गया। इसके अलावा सेमिनार में प्रस्तुतिकरण देने वाले सभी प्रतिभागियों को सांसद श्री जगदम्बिका पाल, विधायक श्री राघवेंद्र सिंह, श्री श्यामधनी राही, मुख्य विकास अधिकारी श्री अनिल मिश्र, एडी बेसिक श्री डॉ सत्य प्रकाश त्रिपाठी, बीएसए श्री मनिराम सिंह ने मंच पर प्रमाणपत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
जनपद के बेसिक शिक्षा विभाग जनपद के युवा और सकारात्मक सोच के जिलाधिकारी श्री कुणाल सिल्कू जी और उनकी इस सोच को साकार रूप देने ने साथ देने वाले मुख्य विकास अधिकारी श्री अनिल कुमार मिश्र जी और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी श्री पांडेय जी द्वारा इस भव्य आयोजन की अनुमति देने के साथ ही पूरी व्यवस्था देने, आयोजन हेतु पूरे प्रदेश से शिक्षको को भेजने तथा अपनी सकारात्मक सोच से हम सब को प्रेरित करने वाले बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह जी, सेमिनार के संयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डॉ सर्वेष्ट मिश्र, विमल कुमार सहित जनपद के सभी खंड शिक्षा अधिकारीगण, समस्त जिला समन्वयकों, शिक्षक प्रतिनिधियों, शिक्षको और इस सेमिनार में अपनी महती भूमिका निभाने वाले सभी लोगो के प्रति बेसिक शिक्षा विभाग कृतज्ञता ज्ञापित करता है।
सौजन्य से-
*टीम मिशन शिक्षण संवाद*
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