विश्व दृष्टि दिवस
आँखों से दिखती है दुनिया,
आँखों से ही सपने हजार।
बिन आँखें अंधकार मय है,
पर-निर्भरता रहे हर बार।।
दुनिया के ये सुख-दुख निहारे,
शिकवे, शिकायत, प्रेम बरसाये।
कभी भाव की अभिव्यक्ति करता,
शिक्षा का वो सुगम पथ बन जाये।।
प्रतिवर्ष अक्टूबर के दूसरे गुरुवार को,
विश्व दृष्टि दिवस मनाया जाता है।
दृष्टि से सम्बन्धित समस्याओं के बारे में,
जन-जागरूकता लाया जाता है।।
लायंस क्लब इंटरनेशनल साइट फर्स्ट द्वारा,
सर्वप्रथम वर्ष 2000 में शुरू किया गया।
'राइट टू साइट' थीम के संग 2005 से,
दृष्टि से जुड़ी समस्याओं पर ध्यान दिया गया।।
संतुलित आहार, फल-सब्जियों का सेवन हो,
मोतियाबिंद तंत्रिका क्षति का इलाज हो।
अपने आँखों की नियमित जाँच कराये।
नेत्रदान को तत्पर जन-मानस तैयार हो।।
रचयिता
वन्दना यादव "गज़ल"
सहायक अध्यापक,
अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,
विकास खण्ड-डोभी,
जनपद-जौनपुर।
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