शिक्षक दिवस

शिक्षक की इस दुनिया में,एक पावन सी गाथा है

वेद, पुराण, भगवद्गीता, महिमा सब गाता है।

जो लोग कहते हैं ये तो बड़े निठल्ले हैं

आधुनिक भारत का निर्माण, शिक्षक ही करता है।।


शिक्षक बिन इस दुनिया की, सिर्फ़ कोरी कल्पना है।

जमीं से आसमां तक पहुँचे, उसका एक सपना है।।

निष्ठा हो, चाहें दीक्षा हो, चाहें प्रथम संग प्रेरणा हो,

दुनिया के कण-कण में, गुरुजन की महिमा है।।


रचयिता

अजय विक्रम सिंह, 
प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय मरहैया,
विकास क्षेत्र-जैथरा,
जनपद-एटा।

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