विश्व कपास दिवस
कॉटन, रूई, बिनौला, तुंडकेशी,
समुद्रान्ता, कपास कहा जाता है।
लोग रूई व सूती वस्त्र बनाते इससे,
कपड़े बनाने में उपयोगी माना जाता है।।
कपास एक झाड़ीदार पौधा होता है,
पत्तियाँ मानव पंजे के समान होता है।
इसमें सफेद रंग के फूल हैं होते,
पकने पर इसमें से रूई निकलता है।।
इस वैश्विक वस्तु कपास को,
सफेद सोना भी कहते हैं।
नगदी फसल है कपास होता,
अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहते हैं।।
प्रतिवर्ष सात अक्टूबर को,
विश्व कपास दिवस मनाया जाता है।
कपास उद्योग के संवर्धन हेतु,
बहुउद्देशीय जागरूकता लाया जाता है।।
रचयिता
वन्दना यादव "गज़ल"
सहायक अध्यापक,
अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,
विकास खण्ड-डोभी,
जनपद-जौनपुर।
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