भाई दूज

आया पावन यह त्योहार,

 खुशी बहुत मन में छाई।

 भाई दूज पर आज बहना,

 देखो दौड़ी- दौड़ी आई।।


 भाँति-भाँति रखी मिठाइयाँ,

 कुमकुम थाली खूब सजाई।

 तिलक लगा कर माथे पर,

 भाई की फिर ली बलाई।।


 भाई दूज पर देखो बहना।

 आज दौड़ी-दौड़ी आई।।


 नेक दिया भैया ने प्यारा,

 तो बहना मन अति हर्षाई।

 सदा सुखी का दे आशीष,

 लाखों की खुशियाँ हैं पाई।।


 भाई दूज पर बहना देखो।

 आज तो दौड़ी-दौड़ी आई।।


 रचयिता

गीता देवी,

सहायक अध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय मल्हौसी,

विकास खण्ड- बिधूना, 

जनपद- औरैया।



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