५४०~ अनमोल रत्न डॉ० विनीता खाती रा०उ०प्रा० वि० गाड़ी, ताड़ीखेत, जनपद- अल्मोड़ा, उत्तराखण्ड
🏅अनमोल रत्न🏅
👉1..शिक्षक का परिचय:-
डॉ० विनीता खातीरा०उ०प्रा० वि० गाड़ी, ताड़ीखेत, जनपद- अल्मोड़ा, उत्तराखण्ड
प्रथम नियुक्ति: 27-10-2005
वर्तमान विद्यालय में नियुक्त: 02-11-2015
https://www.facebook.com/1598220847122173/posts/3236063330004575/?sfnsn=wiwspmo
👉2- विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के प्रयास :
🥀A- स्वयं के प्रयास:
➡️नियुक्ति के पश्चात मैंने विद्यालय की व्यवस्थाओं को प्रार्थना सभा के माध्यम से ठीक करने की शुरुआत की। सप्ताह में दो दिन हिन्दी, दो दिन इंग्लिश फिर संस्कृत व कुमाऊँनी भाषा में प्रार्थना, भाव गीत और प्रतिज्ञा को कराने का प्रयास किया। प्रतिदिन नए विचार सामान्य ज्ञान, स्वरचित कहानी, कविता, समाचार और अन्य गतिविधियों को शामिल किया।
➡️विद्यार्थियों को गणित, विज्ञान विषय के प्रति रुचि जागृत करने के लिए स्थानीय भ्रमण, शैक्षिक भ्रमण, दीवार पत्रिका, नाटक, कविताओं के माध्यम से तथा अन्य गतिविधियों द्वारा पढ़ाने कि प्रयास किया गया।
➡️ छात्रों को स्वस्थ तथा क्रियाशील बनाने के उद्देश्य से प्रतिदिन प्राणायाम, योग, व्यायाम कराया गया।
➡️छात्रों को पाठ्य सहगामी क्रिया कलाप के अन्तर्गत पुरानी बोतलों, बेकार वस्तुओं से विभिन्न प्रकार के सजावटी सामान फूल, वॉल हैंगिंग अनेक प्रकार के उपयोगी सामान कुशन, फुटमेैट, डस्टर आदि का निर्माण कराया जाता है। छात्र-छात्राओं को थंब पेंटिंग, ग्लास पेंटिंग, फैब्रिक पेंटिंग, फ्लावर मेकिंग, साफ्ट टाईज मेकिंग आदि का भी प्रशिक्षण दिया गया।
➡️विद्यालय में बीच-बीच में रंगोली प्रतियोगिता, मेहंदी प्रतियोगिता, राखी प्रतियोगिता व ग्रीटिंग कार्ड प्रतियोगिता आयोजित कराई गई।
➡️झाड़ियों को काटकर उसमें सुन्दर-सुन्दर क्यारियाँ बनाई गईं जिस पर फूल तथा अनेक फलदार वृक्ष, छायादार वृक्ष, नीबू, माल्टा, अमरूद, केला, बाँज़, रीठा, के अलावा आंँवला, मोरपंखी तुलसी,ब्राह्मी, गिलोय आदि औषधीय पेड़ पौधे भी लगाए गये।
➡️पर्यावरण के प्रति सजकता लिए वृक्षारोपण कार्यक्रम को सफल बनाया, वनाग्नि रोकने हेतु गांव में रैली द्वारा लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास किया गया।
➡️विद्यालय की एक महत्वपूर्ण क्षतिग्रस्त दीवार के लिए स्वयं प्रयास द्वारा जिला विकास अधिकारी महोदय को प्रार्थना पत्र द्वारा मरम्मत कार्य स्वीकृत कराया गया।
➡️विद्यालय में मैटिंग तथा दीवार पेंटिंग का कार्य स्वयं द्वारा किया गया तथा पुस्तकालय का निर्माण किया गया, जिसमें अनेक पत्र पत्रिकाएँ समाचार पत्रों को विद्यार्थियों के लिए आज भी निश्चित समयावधि में उपलब्ध कराया जाता है।
➡️विशेष अवसरों पर विद्यालय में विशेष भोज का आयोजन कराया जाता है, जिसमें स्थानीय अभिभावक तथा शिक्षा अधिकारी, संयुक्त मजिस्ट्रेट महोदय को आमंत्रित कर उन्हें स्कूल की गतिविधियों तथा समस्याओं के बारे में अवगत कराया गया और उत्कृष्ट छात्र छात्राओं को उनके द्वारा सम्मानित किया गया।
➡️मध्यान भोजन में बच्चों को साबुन से हाथ धुलवाकर अलग भाषाओं में भोजन मंत्र को प्रतिदिन कराया जाता है।
➡️विज्ञान विषय व गणित विषय को अधिक रुचिकर बनाने के लिए छोटी-छोटी कविताओं के द्वारा बच्चों को कठिन पाठ्यवस्तु को सरलता से स्पष्ट कराया गया।
➡️ग्लोबल शिक्षा द्वारा पेनड्राइव मंगवाकर छात्रों को गणित तथा विज्ञान शिक्षण को रुचिकर बनाने हेतु शिक्षण की कराया गया।
➡️छात्र-छात्राओं को मेहंदी प्रतियोगिता, ऐपण प्रतियोगिता, राखी तथा ग्रिटिंग कार्ड प्रतियोगिता मिट्टी कार्य प्रतियोगिता जैसे आकर्षक प्रतियोगिताओं को करा कर उन्हें सृजनशील बनाने का प्रयास किया गया।
➡️विद्यार्थियों को उनकी रीति-रिवाज, परंपराओं व संस्कृति से जोड़ने के लिए समय-समय पर विभिन्न त्योहारों में उनसे सम्बंधित सुंदर-सुंदर सामग्रियांँ बनवाई जाती हैं तथा उन्हें मनाया भी जाता है।
➡️कोविड-19 संक्रमण काल में भी छात्र-छात्राओं को सरलतम ढंग से विषयोपयोगी वीडियो बनाकर तथा घर-घर पाठ्य सहायक सामग्री पहुंँचा कर उनका पठन-पाठन सुचारू रूप से कराया गया।
🥀B- अन्य शिक्षकों के सहयोग से:
➡️विद्यालय सौंदर्यीकरण का कार्य अन्य शिक्षकों की मदद से किया गया, जिसमें बागवानी विद्यालय पेंटिंग, पुताई का कार्य में उनके द्वारा सहायता प्रदान की गई।
🥀C- जनप्रतिनिधि के सहयोग से:
➡️भोजन माता के सहयोग से विद्यालय के आसपास कंटीली झाड़ियों को काटकर उनमें क्यारियाँ बनाई गयी।
➡️अभिभावकों के सहयोग से विद्यालय में वृक्षारोपण का कार्य तथा दीवार का निर्माण तथा पानी की व्यवस्थाओं को ठीक करने में लिया जाता है।
🥀D- शासन के सहयोग से:
➡️शासन के सहयोग से विद्यालय में सुंदर फर्नीचर प्रदान किया गया। एन०जी०ओ० की सहायता से विद्यालय में स्वच्छ पेयजल हेतु वाटर प्यूरीफायर लगाया गया।
➡️हमारे विद्यालय की क्षतिग्रस्त दीवार तथा मैदान के निर्माण के लिए शासन द्वारा 6 लाख रुपए प्रदान किए गए और इस कार्य को मनरेगा योजना के द्वारा पूर्ण किया गया।
🥀E- जन सहभागिता से:
➡️विद्यालय में शिक्षा समिति की बैठक के माध्यम से जनप्रतिनिधियों द्वारा विद्यालय को पूर्ण सहयोग प्राप्त होता है। बच्चों के पठन-पाठन तथा विद्यालय विकास में पूर्ण योगदान देते हैं। विशेष भोज के द्वारा बार-बार जनप्रतिनिधियों को विद्यालय में आमंत्रित किया जाता है।
🥀F- अन्य सहयोग से:
➡️ग्रामीणों की सहायता से विद्यालय में बागवानी का निर्माण किया गया।
पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम को जनप्रतिनिधियों तथा ग्रामीणों द्वारा पूर्ण सहयोग दिया गया और व वनाग्नि को रोकने हेतु सभी ग्रामीणों ने सहयोग प्रदान किया।
👉3- किए गये प्रयासों का परिणाम:
➡️किये गए प्रयास से रोज़ नई-नई भाषाओं में प्रार्थनाएं होने लगी।विद्यार्थी स्वरचित कहानी, कविता तथा सामान्य ज्ञान के प्रस्तुतिकरण के लिए आगे आकर उत्सुकता पूर्व प्रतिभाग करने लगे जिससे उनमें बोलने की क्षमता,आत्मविश्वास की वृद्धि हुई।
➡️सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा अन्य पाठ्य सहगामी क्रिया कलाप से विद्यार्थियों में आपसी सहभागिता तथा आत्मविश्वास की भावना विकसित हुई।
➡️गतिविधि आधारित शिक्षा से बच्चों में कठिन विषयों के प्रति रुचि, पठन-पाठन उत्साह दिखाई दिया।
➡️उत्कृष्ट विद्यार्थियों को पुरस्कृत करने से अन्य विद्यार्थियों को भी अच्छे कार्य करने की प्रेरणा मिली तथा अन्य विद्यार्थी भी अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित हुए।
➡️विद्यालय में बागवानी निर्माण करने से लगभग 10 फलदार पेड़ और छायादार वृक्ष विद्यालय के आसपास लगाने से विद्यालय हरा भरा दिखाई देता है।
➡️पर्यावरण जागरूकता अभियान से पर्यावरण संरक्षण प्रति जागरूकता दिखाई देने लगी। आसपास आग लगते ही वे आग बुझाने का प्रयास करने लगे।
➡️विज्ञान, गणित शिक्षण में गतिविधि को शामिल करने से छात्रों में विज्ञान तथा गणित के प्रति समझ विकसित हुई जिससे वे आसानी से विषय को समझने लगे। परिणाम स्वरूप विद्यालय के विद्यार्थियों ने विज्ञान आविष्कार अभियान तथा शैक्षिक स्टाल के लिए माडल, चार्ट निर्माण में भाग लिया। इसके अतिरिक्त बाल शोध में भी बच्चों ने उत्सुकतापूर्वक कार्य किया।
➡️छात्र-छात्राएँ प्रति शनिवार बाल सभा में स्वयं सुंदर कार्यक्रम प्रस्तुत करने लगे।
➡️पुराने कपड़ों से डोरमेट, डस्टर कुशन, वॉल हैंगिंग, पेन होल्डर, स्पंज व अण्डों के कैरेट से सुंदर फूल तथा अनेक प्रकार के सजावटी सामान तैयार कर विद्यालय में क्राफ्ट विषय के अंतर्गत बच्चे बनाने लगे हैं।
➡️योग को भी छात्रों ने रुचि पूर्ण ढंग से प्रतिदिन करना आरम्भ कर दिया है, अब स्वयं भी अनुशासन में रहकर योग करने लगे
➡️खेल-कूद, खेल महाकुंभ में भी छात्र छात्राओं ने सामग्री उपलब्ध होने के बाद विभिन्न खेलों को खेलना प्रारम्भ किया जिसमें रिंग बॉल, बैडमिंटन, कैरम, शतरंज, फुटबॉल, ऊंँची कूद, कबड्डी,खो-खो, तथा अन्य खेल सामग्रियों के द्वारा खेलों के प्रति रुचि दिखाना आरंभ किया।
🥀A- प्रयास से पहले और प्रयास के बाद नामांकन
पूर्व में सेवित गांव से दूर के छात्र अन्य विद्यालयों में नामांकन करते थे लेकिन मेरे प्रयास के बाद अन्य गांँव के बच्चे भी विद्यालय में नामांकन कराते हैं। वर्तमान में हमारे विद्यालय की छात्र संख्या- 58 है जो ब्लॉक में तृतीय स्थान पर है।
छात्र संख्या -
2020-21 = 56
2021-22 = 57
2022-23 = 58
🥀B- वर्तमान उपस्थिति का प्रतिशत
90% रहता है लेकिन दूर दराज के बच्चे जो कि दूर क्षेत्र से आते हैं उनकी उपस्थिति 80% प्रतिशत तक रहती है।
🥀C- प्रतियोगिताओं में सफल छात्रों की संख्या
50%बच्चों द्वारा लगभग किसी ने किसी प्रतियोगिता में भाग अवश्य लिया जाता है खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक, विज्ञान क्विज, शैक्षिक स्टॉल तथा बाल शोध, योग ओलंपियाड, स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ अभियान, पर्यावरण संरक्षण, नशामुक्ति अभियान, पर
प्रतिवर्ष हमारे विद्यार्थी ब्लॉक स्तर तथा जिला स्तर तक प्रतिभाग करते हैं।
👉4- विद्यार्थियों की उपलब्धियाँ:-
🥀A- विद्यार्थियों द्वारा प्राप्त पुरस्कार विवरण:
1-स्कूल के विद्यार्थियों ने 2015 से अब तक लगातार ब्लॉक स्तर पर प्रतिभाग किया है 2015 में नीरज कुमार, नीरज गोस्वामी और महेंद्र बिष्ट ने ब्लॉक स्तर पर विज्ञान, गणित क्विज प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर जिला स्तर पर प्रतिभाग किया।
2-अंकिता, रेनू जोशी ने बालशोध में ब्लॉक स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त कर जिला स्तर पर तृतीय स्थान प्राप्त किया।
3-प्रेरणा जोशी, निशिका व धीरज गोस्वामी ने जिला स्तर पर बाल शोध कार्यक्रम को चार्ट, मॉडल तथा प्रयोग के द्वारा प्रस्तुतीकरण किया।
4-सांस्कृतिक कार्यक्रम में रश्मि, तनुजा, कविता,उषा, साक्षी, ने ब्लॉक स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया।
5-शैक्षिक स्टॉल में प्रेरणा, कोमल, निशिका के कुशल प्रस्तुतीकरण जिले स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया।
6-हमारे विद्यालय से प्रतिवर्ष योग ओलंपियाड में छात्र जिला स्तर तक प्रतिभाग, 2022 में बालक तथा बालिका वर्ग ने जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा एक छात्रा हर्षिता महरा ने राज्य स्तर पर प्रतिभाग किया और सुन्दर प्रदर्शन किया।
7-नुक्कड़ नाटक, निबंध, कविता आदि सपनों की उड़ान कार्यक्रमों में छात्र -छात्राओं द्वारा प्रतिवर्ष ब्लॉक स्तर तक प्रतिभाग कर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया जाता है।
अविष्कार अभियान में ब्लॉक स्तर पर मनीष कड़ाकोटी,कोमल, विशाल, खुशी पूजा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
🥀B- विद्यार्थियों की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का विवरण:
1- 2022 में श्री देव सुमन छात्रवृत्ति परीक्षा में विद्यालय के छात्र लक्ष्य कुमार ने परीक्षा उत्तीर्ण की।
2- NMMS छात्रवृत्ति परीक्षा 2022 को तरुण कुमार ने उत्तीर्ण किया।
🥀C- विद्यार्थियों की अन्य उपलब्धियाँ:
विज्ञान कक्षा 8 पास होने के बाद भी 10वीं तथा 12वीं की परीक्षा में प्रतिवर्ष विद्यालय के बच्चे स्थान प्राप्त करते हैं। विद्यार्थियों ने 80% से अधिक अंक प्राप्त किए हैं।
👉5 - विद्यालय की प्रेरक शिक्षण, सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियाँ:-
विद्यालय में प्रति सप्ताह शनिवार को बाल सभा में अनेक प्रकार की गतिविधियों का प्रस्तुतीकरण करवाया जाता है। निबंध प्रतियोगिता कविता लेखन, कहानी लेखन, नाटक आदि बच्चों के द्वारा विद्यालय में प्रस्तुतीकरण किया जाता है तथा राष्ट्रीय पर्वों में छात्रों द्वारा सुंदर-सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रस्तुतीकरण किया जाता है।
स्थानीय मेले आदि में भी छात्रों का प्रतिभाग रहता है तथा हर वर्ष पुरस्कार प्राप्त करते हैं।
खेल महाकुंभ में प्रतिवर्ष विद्यालय के छात्र छात्राएं ब्लॉक स्तर स्थान प्राप्त करते हैं।
👉6 - शिक्षकों और विद्यालय की उपलब्धियां:-
विद्यालय ने 2018 में स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार जिला स्तर पर प्राप्त किया विद्यालय को जिलाधिकारी महोदय द्वारा ₹2000 की धनराशि प्रदान की गई।
🥀A- शिक्षकों के नवाचारों का विवरण:-
शिक्षा को रुचि पूर्व प्रभावशाली बनाने के लिए गतिविधि आधारित शिक्षा को प्रमुखता देना।
विदयालय के वातावरण को आनंदमय एवं खुशहाल बनाने हेतु भयमुक्त शिक्षा प्रणाली को अपनाना।
अधिक से अधिक शिक्षण सामग्रियों के द्वारा विषय को रोचक व प्रभावशाली बनाना।
कठिन विषयों को रुचि पूर्ण बनाने के लिए उन्हें सरलतम ढंग से कविता, कहानी के माध्यम से तथा शैक्षिक भ्रमण के माध्यम से स्पष्ट कराना।
करके सीखे, अनुभव से सीखे प्रयोग करके सीखे शिक्षण प्रणाली को विद्यालय में अपनाना।
विज्ञान, गणित दीवार पत्रिका का निर्माण करवाना।
विज्ञान विषय के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण तथा ऊर्जा संरक्षण में बाल शोध पर कार्य कर अल्मोड़ा डाइट में प्रस्तुतीकरण किया गया।
मिशन शिक्षण संवाद में सदस्य के रूप में मैंने विज्ञान विषय में ऑनलाइन शिक्षण के दौरान शिक्षण सामग्री तैयार की गयी। वर्तमान में योग तथा काव्यांँजलि में कार्य कर रही हूंँ।
🥀B- शिक्षकों के विभिन्न सम्मानों एवं पुरस्कारों का विवरण:
🥀C- शिक्षकों की अन्य उपलब्धियाँ:
2005 से ही प्रतिवर्ष ब्लॉक स्तर तक प्रतिभाग किया तथा जिला स्तर पर 2016 में शैक्षिक स्टॉल पर प्रथम स्थान प्राप्त किया।
2017 में गवर्नर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
2018 में जिला स्तरीय ओलंपियाड कार्यक्रम में प्रशस्ति पत्र दिया गया।
2018 में जिलाधिकारी महोदय द्वारा गणतंत्र दिवस पर प्रशस्ति पत्र दिया गया।
2019 में ब्लॉक स्तर पर उप शिक्षा अधिकारी तथा खंड शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा महिला दिवस में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
2019 में जिलाधिकारी महोदय द्वारा स्वयं विद्यालय सौंदर्यीकरण के लिए रूपांतरण कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशस्ति पत्र दिया गया।
2020- 21 में मिशन शिक्षण संवाद की ओर से प्रशस्ति पत्र दिया गया।
👉7 - मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश:
मिशन शिक्षण संवाद कोविड समय में जब विद्यालय बंद थे उस समय से ही उपयोगी शिक्षण सामग्री छात्रों तक पहुंँचाने का प्रयास कर रहा है। यह छात्रों के पठन-पाठन को सुचारू रखने के लिए एक बहुत ही आवश्यक विकल्प है, आज भी बच्चों के हित के लिए अनेक प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित किए जा रही हैं। प्रतिदिन योग, सामान्य ज्ञान तथा अनेक प्रकार की गतिविधियों द्वारा छात्रों को लाभान्वित किया जा रहा है, यह अनुकरणीय है, तथा मैं मिशन शिक्षण संवाद में जुड़ कर स्वयं को सौभाग्यशाली समझती हूंँ।
👉8 - शिक्षक समाज के लिए संदेश:-
वर्तमान समय में छात्रों को अच्छी पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराना आसान हो गया है। मिशन शिक्षण संवाद एक प्रकार से छात्रों को लाभान्वित करने तथा उन्हें अच्छी शिक्षा प्रदान करने का कार्य कर रहा है, सभी शिक्षक इसमे स्वेच्छा से प्रतिभाग करें।
👉9- संकलन एवं सहयोग
माधव सिंह नेगी
टीम मिशन शिक्षण संवाद उत्तराखण्ड
Comments
Post a Comment