पापा
तर्ज - तेरे जैसा यार कहाँ
तेरे जैसा कोई नहीं,
कोई नहीं मेरे पापा।
खोया है जब से तुम्हें,
सोए नहीं हम पापा।
गोदी हमें उठाया,
चलना हमें सिखाया।
आँसू जो मेरे आए,
तुमने हमें चुपाया।
मैं धड़कन तेरी पापा,
तुम दिल हो मेरे पापा।
खोया है जब से तुम्हें,
सोए नहीं हम पापा।
तेरे जैसा कोई ............
रब ने तुझे है छीना,
मुश्किल हुआ है जीना।
पूछे ना हाल कोई,
दिन रात मैं हूँ रोई।
अब सूना हुआ जीवन,
तेरे बिना मेरे पापा।
खोया है जब से तुम्हें,
सोए नहीं हम पापा।
तेरे जैसा कोई ............
दुःख दर्द अपने सारे,
बोलो किसे सुनाऊँ।
हैं घाव दिल में गहरे,
बोलो किसे दिखाऊँ।
याद आती है तेरी पापा,
तड़पाती मुझे पापा।
खोया है जब से तुम्हें,
सोए नहीं हम पापा।
तेरे जैसा कोई ............
मिले जो तेरा साया,
छोडूँ ये सारी माया।
तुझको गले लगाऊँ,
गम सारे मैं भुलाऊँ।
तेरे बिना मेरे पापा,
कुछ रास ना आए पापा,
खोया है जब से तुम्हें,
सोए नहीं हम पापा।
तेरे जैसा कोई ............
रचनाकार
सपना,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय उजीतीपुर,
विकास खण्ड-भाग्यनगर,
जनपद-औरैया।
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