विश्व रक्तदान दिवस
दे दो जीवन दान किसी को,
कर के रक्त का दान।
छोटा मोटा दान नहीं ये,
है पुण्य ये बड़ा महान।
होते जो घायल दुर्घटना में,
बहती है रक्त की धार।
घायल व्यक्ति तड़पता है,
रहते ना बचने के आसार।
उजड़ ना जाए घायल का,
प्यारा सा घर संसार।
आओ हम सब मिलकर,
करें ये नेक उपकार।
दुर्घटना हो सकती कभी भी,
संग अपने भी मेरे यार।
रब ने हमें दिया है जो,
दे दो जग को वो उपहार।
ना आती कमजोरी कोई,
करने से रक्तदान।
मानवता की रक्षा को,
आओ करें ये काज महान।
रचनाकार
सपना,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय उजीतीपुर,
विकास खण्ड-भाग्यनगर,
जनपद-औरैया।
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