राजा राममोहन राय
समाज की उन्नति के लिए
जिसने जीवन भर प्रयास किया
ब्रह्म समाज की स्थापना और
सामाजिक कुरीतियों का विरोध किया।
22 मई 1772 को बंगाल में जन्मे
समाज सुधारक राजा राममोहन राय
बंगाल में नवजागरण के पितामह
कहलाए राजा राममोहन राय।।
अंधविश्वास और कुरीतियों को
जड़ से मिटाया आपने
बाल विवाह, सती प्रथा, पर्दा प्रथा
का घोर विरोध किया आपने।।
कुप्रथा से जकड़े भारतीयों में
विश्वास जगाया राजा राममोहन राय ने
भारतीय पुनर्जागरण के अग्रदूत की
भूमिका निभाई राजा राममोहन राय ने
पत्रकारिता में अपना विशिष्ट योगदान
देकर अंधविश्वास को दूर किया
27 सितंबर 1833 को महान समाज
सुधारक में दुनिया से विदा किया।
रचनाकार
मृदुला वर्मा,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय अमरौधा प्रथम,
विकास खण्ड-अमरौधा,
जनपद-कानपुर देहात।
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