लुम्बिनी वन में बाजे बधाई
लुम्बिनी वन में बाजे बधाई,
जन्म गौतम का हुआ है माई।
खुशियाँ चारों तरफ देखो छाईं,
जन्म गौतम का हुआ माई।
लुम्बिनी वन में बाजे-----------
फूल बरसे हवा भी है गाई,
आज शुभ घड़ी कितनी आई।
महामाया लालन को जियाई,
आज वन में है बाजे बधाई।
लुम्बिनी वन में बाजे-----------
राजा सुनके शुद्धोधन
हुए हर्षित मगन मन।
खोले खजाने के द्वार,
जनता धन पाई अपार।
लुम्बिनी वन में बाजे-----------
खुशियाँ जन- जन हुईं।
आज आशा पूरी हुई।
ढोल ताशों ने शोभा बढ़ाई,
लुम्बिनी वन में है बाजे बधाई।
लुम्बिनी वन में बाजे-----------
रचनाकार
दीपमाला शाक्य दीप,
शिक्षामित्र,
प्राथमिक विद्यालय कल्यानपुर,
विकास खण्ड-छिबरामऊ,
जनपद-कन्नौज।
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