पुण्य दिवस- चाचा नेहरू
14 नवम्बर 1889 को जन्म था धरा,
सदा विश्व में अमर रहेगा नाम तुम्हरा।
पाकर तुमसा लाल,
ऊँचा हुआ था देश का भाल।।
अमन-शांति का पैगाम था दिया,
स्वतन्त्र भारत माँ को किया।
गुलाब फूल था तुमको प्यारा,
सदा अमर रहेगा नाम तुम्हारा।।
1928 में साइमन कमीशन विरोध किया,
आराम है हराम नारा भी आपने दिया।
बच्चों से बहुत करते थे प्यार,
1930 में नमक आंदोलन में हुए गिरफ्तार।
गुलाब अचकन में लगाते थे,
बच्चे प्यार से चाचा तुम्हें बुलाते थे।
1935 में अल्मोड़ा जेल में आत्मकथा की पूरी,
9 बार जेल की यात्राएँ भी कीं।।
स्वतन्त्र देश के प्रथम प्रधानमंत्री हुए नामित,
मृत्यु पर्यंत प्रधानमंत्री पद पर थे आसीत।
कांग्रेस अध्यक्ष बने थे 6 बार,
देश को दिया प्रगति का उपहार।।
1954 में भारत रत्न था पाया,
चाचा नेहरू का जन्म दिवस,
बाल दिवस के रूप में,
हमने है हर वर्ष मनाया।
रचयिता
ब्रजेश सिंह,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय बीठना,
विकास खण्ड-लोधा,
जनपद-अलीगढ़।
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