तथागत बुद्ध
द्वेष क्लेश सब त्याग दें, शुद्ध करें आचार|
बुद्ध के उपदेश सभी, निर्मल करें विचार||
करुणा का ध्यान धरें, जगे दया का भाव|
दुःख सागर पार करें, सुख मांझी की नाव||
विकारों को दूर करें, यही मुक्ति की राह|
पावन चित जागरण हो, अपनी सम्यक चाह||
कटुता का विनाश करें, कोमल बने स्वभाव|
प्रेम भावना जग उठे, मिटे सभी दुर्भाव||
शील-संयम पालन हो, नहीं रहें फिर लोभ|
पंचशील धारण करें, दूर रहें सब क्षोभ||
रचयिता
संगीता गौतम जयाश्री,
सहायक अध्यापक,
उच्च प्राथमिक विद्यालय ऐमा,
विकास खण्ड-सरसौल,
जनपद-कानपुर नगर।
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