थाॅयराइड जागरूकता
तितली जैसी गले में होती,
ग्रन्थि थाॅयराइड की।
जब होता असंतुलन हार्मोन का
लग जाती बीमारी थाॅयराइड की।।
गले के अगले हिस्से में,
होता है ये हार्मोन।
आकार है इसका तितली जैसा,
आपदा से इसकी बच सकता है कौन?
तनाव और अनियमित खान-पान,
हैं बड़ी जड़ इसके।
जो अपनाता है भागम-भाग,
लग जाती है उसके।।
मेटाबाॅलिज्म कंट्रोलिंग का,
बनाती ये हार्मोन।
ग्रन्थि थाॅयराइड की करती,
मेटाबाॅलिज्म का कंट्रोल।।
कभी वजन बढ़ता है इसमें,
कभी है जाता घट।
दिल की धङकन में बदलाव,
झनझनाहट हो हाथ-पैर में,
गर्दन में हो सूजन,
बालों का गिरना हो अतिशय,
लो परामर्श चिकित्सक का झट।।
विश्व थाॅयराइड दिवस को हम सभी,
जागरूकता फैलाएँ।
स्वस्थ जीवन -शैली अपनाकर,
थाॅयराइड को विश्व से दूर भगाएँ।।
रचयिता
सरिता तिवारी,
सहायक अध्यापक,
कम्पोजिट विद्यालय कन्दैला,
विकास खण्ड-मसौधा,
जनपद-अयोध्या।
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