अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस

सेवा सुश्रूषा करना जिसका है काम,

कार्य करने में बीते जिसका सुबह शाम।

नर्स की जिम्मेदारी का नहीं कोई जवाब,

मरीजों की दुनिया में उसका है बड़ा नाम।।


12 मई को मनाते हैं अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस,

स्वास्थ्य सेवाओं को समर्पित नर्सों का दिवस।

परिश्रम और सेवा को देना है सम्मान,

इस दिन हुआ था फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्मदिवस।।


पहली बार 1953 में इस दिवस को मनाया,

अंतर्राष्ट्रीय नर्स परिषद ने 1965 में मनाया।

12 मई की तिथि 1974 में हुई निश्चित,

फ्लोरेंस ने अपना जीवन सेवा में था बिताया।।


रात दिन फ्लोरेंस करती थी देखभाल,

मरीजों को नहीं रहता था कोई मलाल।

पूरा जीवन गरीबों, दुखियों की सेवा में समर्पित,

हिकारत के काम को सम्मान का बनाया भाल।।


लेडी विद द लैंप नाम से फ्लोरेंस पहचानी गयीं,

आधुनिक नर्सिंग की वे जननी कही गयीं।

कोरोना काल में अनदेखा नहीं कर सकते इनका त्याग,

इनकी महत्ता आज पूरे जग में जानी गयीं।।


रचयिता
नम्रता श्रीवास्तव,
प्रधानाध्यापिका,
प्राथमिक विद्यालय बड़ेह स्योढ़ा,
विकास खण्ड-महुआ,
जनपद-बाँदा।

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