शहीदों की शहादत को नमन
उन वीरों को शत - शत नमन,
देश के लिए जिन्होंने ओढ़ा कफ़न।
पुलवामा अटैक में,
शहीद हुए भारतीय फौजी।
घर - परिवार छोड़,
देश के लिए अपनी जान झोंकी।
उन वीरों को शत - शत नमन,
देश के लिए जिन्होंने ओढ़ा कफ़न।
माँ का न पूछो हाल,
पिता हुआ बेहाल
पत्नी की न रुकती अश्रुधार,
जिसका उजड़ गया संसार।
उन वीर जवानों को शत - शत नमन,
देश के लिए जिन्होंने ओढ़ा कफ़न।
बच्चों के सर से छिना,
बाप का साया
इन आतंकियों को,
तनिक भी रहम न आया।
उन वीर जवानों को शत- शत नमन,
देश के लिए जिन्होंने ओढ़ा कफ़न।
शहीद हुए जवानों को भावभीनी,
श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
हम भारत के वासी हैं,
हम न किसी से डरते हैं।
खत्म कर देंगे आतंक को,
आज प्रण ये करते हैं।
उन वीरों को शत - शत नमन,
देश के लिए जिन्होंने ओढ़ा कफ़न।
रचयिता
रीनू पाल,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय दिलावलपुर,
विकास खण्ड - देवमई,
जनपद-फतेहपुर।
देश के लिए जिन्होंने ओढ़ा कफ़न।
पुलवामा अटैक में,
शहीद हुए भारतीय फौजी।
घर - परिवार छोड़,
देश के लिए अपनी जान झोंकी।
उन वीरों को शत - शत नमन,
देश के लिए जिन्होंने ओढ़ा कफ़न।
माँ का न पूछो हाल,
पिता हुआ बेहाल
पत्नी की न रुकती अश्रुधार,
जिसका उजड़ गया संसार।
उन वीर जवानों को शत - शत नमन,
देश के लिए जिन्होंने ओढ़ा कफ़न।
बच्चों के सर से छिना,
बाप का साया
इन आतंकियों को,
तनिक भी रहम न आया।
उन वीर जवानों को शत- शत नमन,
देश के लिए जिन्होंने ओढ़ा कफ़न।
शहीद हुए जवानों को भावभीनी,
श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
हम भारत के वासी हैं,
हम न किसी से डरते हैं।
खत्म कर देंगे आतंक को,
आज प्रण ये करते हैं।
उन वीरों को शत - शत नमन,
देश के लिए जिन्होंने ओढ़ा कफ़न।
रचयिता
रीनू पाल,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय दिलावलपुर,
विकास खण्ड - देवमई,
जनपद-फतेहपुर।
Ryming Nhe ban the hai
ReplyDeleteAnd every thing is ok