रे मामा रे मामा

रे मामा रे मामा रे मामा रे - 4

छोटे-छोटे बच्चों की छोटी कहानी
आओ सुनाऊँ मैं तुमको जुबानी
रे मामा रे मामा रे मामा रे - 2

बच्चे गए बाजार में लेने को आलू
आलू वालू कुछ न मिला पीछे पड़ा भालू
रे मामा रे मामा रे मामा रे - 2

बच्चे गए बाजार में लेने को रोटी
रोटी ओटी कुछ न मिला पीछे पड़ी मोटी
रे मामा रे मामा रे मामा रे -2

बच्चे गए बाजार में लेने को गोभी
गोभी ओभी कुछ न मिला पीछे पड़ा धोबी
रे मामा रे मामा रे मामा रे - 2

बच्चे गए बाजार में लेने को पानी
पानी वानी कुछ न मिला पीछे पड़ी कानी
रे मामा रे मामा रे मामा रे - 2

बच्चे गए बाजार में लेने को चाकू
चाकू वाकू कुछ न मिला पीछे पड़ा डाकू
रे मामा रे मामा रे मामा रे-2

बच्चे गए बाजार में लेने को लट्टू
लट्टू वट्टू कुछ न मिला पीछे पड़ा टट्टू
रे मामा रे मामा रे मामा रे - 2

बच्चे गए बाजार में लेने को शक्कर
शक्कर वक्कर कुछ न मिला उन्हें आया चक्कर
रे मामा रे मामा रे मामा रे - 2

बच्चे गए  बाजार में लेने को अंडे
अंडे वंडे कुछ न मिला उन्हें पड़े डंडे
रे मामा रे मामा रे मामा रे -2

पर जब

बच्चे आये स्कूल में लेने को ज्ञान
ज्ञान मिला, मान मिला और मिला सम्मान
रे मामा रे मामा रे मामा रे - 2

इसीलिए कहती ओ बच्चों सयाने
स्कूल जो आये तो बनोगे तुम ज्ञानी
 रे मामा रे मामा रे मामा रे  -2

रचयिता
रिंकू कुमारी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय भिखारीपुर,
विकास खण्ड-सदर,
जनपद-चंदौली।

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