४६९~ वंदना (स०अ०) प्राथमिक विद्यालय, गुमानीखेड़ा, ब्लॉक - मोहनलालगंज, जनपद -लखनऊ

         🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद - लखनऊ से अनमोल रत्न शिक्षिका बहन वन्दना जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को बच्चों के लिए विविध रुचिपूर्ण गतिविधियों का केन्द्र एवं समाज के लिए विश्वास का केन्द्र बनाने का सफलतम प्रयास किया है जो हम सभी के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय प्रयास हैं।

आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को :-

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👉1- शिक्षक परिचय :
वंदना (स०अ०)
प्राथमिक विद्यालय, गुमानीखेड़ा, ब्लॉक - मोहनलालगंज, जनपद -लखनऊ

प्रथम नियुक्ति तिथि - 6 जुलाई, 2011
वर्तमान विद्यालय में नियुक्ति तिथि - 08-10-2013

👉 विद्यालय की समस्याएं :-
•बच्चों की उपस्थिति कम होना।
•बच्चों का कक्षा के अनुरूप अधिगम स्तर न होना।

👉 मेरे द्वारा किए गए प्रयास :-

•विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए रचनात्मक विकास हेतु आर्ट एंड क्राफ्ट एवं टी.एल.एम. के द्वारा बच्चे के शिक्षण को रुचिपूर्ण बनाया गया।
•बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटीज पर फोकस, जिसमें नाटक, गीत -संगीत, खेल आदि द्वारा शिक्षण को रुचिपूर्ण बनाया गया।
•मुझे विज्ञान और गणित विषय में ज्यादा रुचि है इसलिए मैंनें इस विषय को रोचक बनाने के लिए विभिन्न प्रयोग एवं आईसीटी का शिक्षण में उपयोग किया गया।
•विद्यालय में हर एक बच्चे का मानसिक स्तर अलग - अलग होता है। इसको ध्यान में रखते हुए शिक्षा में सुधार हेतु नित नवीन गतिविधियों एवं टी.एल.एम को शिक्षण में शामिल किया।
•खेल - खेल में बच्चों को स्वयं समस्याओं का समाधान निकालने के लिए प्रेरित किया।
•बच्चों की उपस्थिति में वृद्धि के लिए पेरेंट्स टीचर मीटिंग के अतिरिक्त बच्चों की माताओं से समय-समय पर मिलकर उनको बच्चों की शिक्षा के प्रति जागरूक किया।
•हर वर्ष मीना के जन्मदिवस पर मेरे द्वारा लाए केक को बच्चों से कटवा कर बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है एवं बालिका शिक्षा को बढ़ाने के लिए विद्यालय की 5 सर्वश्रेष्ठ बालिकाओं को मेरे द्वारा पुरस्कृत किया जाता है।
•बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए समय-समय पर बच्चों को मेरे द्वारा पुरस्कृत किया गया।
•बच्चों को अपनी तरफ से स्टेशनरी एवं आर्ट एंड क्राफ्ट की वस्तुएं उपलब्ध कराई।
•हर वर्ष शैक्षिक सत्र के फाइनल रिजल्ट आने पर विद्यालय के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय आने वाले छात्रों को मेरी ओर से पुरस्कृत किया गया।
•विद्यालय के बच्चों एवं समुदाय के लोगों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए मेरे द्वारा तैयार नाटक को विद्यालय एवं समुदाय के बीच में जाकर प्रस्तुत किया एवं लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया।
•राष्ट्रीय पर्व पर मेरे द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम तैयार किया गया।
• विद्यालय के बच्चे उम्र में छोटे हैं परंतु उनको पर्यावरण, कन्या भूण हत्या, पेड़ लगाओ, पानी बचाओ आदि समस्याओं पर नाटक एवं गीत संगीत द्वारा जागरूक किया गया और उनके मन में इस समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता का बीज बोने का प्रयास किया गया।
•बच्चों के अधिगम स्तर को बढ़ाने के लिए उनकी कक्षा के अनुरूप विभिन्न गतिविधियों का शिक्षण में उपयोग किया गया।
•बच्चों के अधिगम स्तर एवं उपस्थिति ब बढ़ाने के लिए अपने साथी शिक्षामित्रों को प्रेरित किया।
•विद्यालय को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए विद्यालय में होने वाली प्रत्येक रैली एवं कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।




👉 पुरस्कार :-
•न्याय पंचायत स्तर पर खेल प्रतियोगिता में पुरस्कार।
•जिले एवं ब्लॉक स्तर पर राष्ट्रीय एकांकी में प्रथम स्थान एवं मंडल स्तर पर द्वितीय पुरस्कार प्राप्त किया।
•मिशन शिक्षण संवाद द्वारा 2019 में पुरस्कार प्राप्त किया।

👉अन्य उपलब्धि :-
•विद्यालय पर तैयार डॉक्यूमेंट्री फिल्म (जिसमें मेरे द्वारा तैयार कराया गया नुक्कड़ नाटक एवं स्वच्छता का पहाड़ा) का दूरदर्शन पर प्रदर्शन किया गया।
•मेरे द्वारा तैयार कराए गए नुक्कड़ नाटक (स्वच्छता पर) को लखनऊ महोत्सव में भी प्रस्तुत करने का अवसर प्राप्त हुआ।
•उत्तरप्रदेश- प्रेरकप्रदेश मिशन प्रेरणा के अंतर्गत बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा मेरे विद्यालय का चयन जिसमें मुझे भी प्रतिभाग करने का अवसर प्राप्त हुआ।














👉 मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश :-

मिशन शिक्षण संवाद का बहुत-बहुत धन्यवाद करना चाहती हूँ कि उसने हम शिक्षकों को ऐसा स्वस्थ मंच प्रदान किया है। जहाँ शिक्षक बिना ईर्ष्या के एक दूसरे के साथ अपने नए नवाचारों को आदान - प्रदान करते हैं। मिशन शिक्षण संवाद द्वारा हमें अपने कार्यों को और श्रेष्ठ बनाने में काफी मदद मिलती हैं क्योंकि इस मंच पर इतनी उत्कृष्ट सामग्री उपलब्ध है।

मिशन शिक्षण से जुड़ने के बाद मुझे अपने आप को और अधिक पहचानने का मौका मिला। मैं श्री सुरेश जायसवाल सरजी का बहुत-बहुत शुक्रिया अदा करना चाहती हूँ। जो स्वयं इस मंच के लिए इतना उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं और उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं। मैं इस ग्रुप के सभी माननीय सदस्यों का बहुत-बहुत आभार व्यक्त करती हूँ।

👉 शिक्षकों के लिए संदेश :-

मैं अपने शिक्षक साथियों से यह कहना चाहती हूँ कि शिक्षण में नई गतिविधियाँ, नए प्रयोग हम शिक्षकों को तो ऊर्जावान रखते हैं बल्कि छात्रों को भी उत्सुक एवं जिज्ञासु बनाते हैं। इसलिए हम शिक्षकों को सकारात्मक ऊर्जा के साथ कार्य करना चाहिए क्योंकि समस्याएं हमें रुकने का संकेत नहीं देती बल्कि हमारा मार्गदर्शन करती हैं।

👉सहयोग/संकलन :-
सुरेश जायसवाल
मिशन शिक्षण संवाद लखनऊ
23-07-2020

नोट : मिशन शिक्षण संवाद में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर- 9458278429 पर लिखें ✍🏽🙏

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