४६६~ डॉ० दीपिका सिंह (सहायक अध्यापक - विज्ञान) उच्च प्राथमिक विद्यालय कादराबाद ब्लॉक - समरेर, जनपद - बदायूं (उत्तर प्रदेश)

      🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद - बदायूँ से अनमोल रत्न शिक्षिका बहन डॉ दीपिका सिंह जी से करा रहे हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को विविध शिक्षण गतिविधियों और उपलब्धियों के द्वारा बच्चों एवं अभिभावकों के लिए आकर्षण एवं विश्वास का केन्द्र बना दिया है। जो हम सभी के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय प्रयास हैं।


आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को:-

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👉1..शिक्षक का परिचय:-
डॉ. दीपिका सिंह (सहायक अध्यापक - विज्ञान)
उच्च प्राथमिक विद्यालय कादराबाद
ब्लॉक - समरेर, जनपद - बदायूं (उत्तर प्रदेश)
प्रथम नियुक्ति : 22/09/2015
वर्तमान विद्यालय में नियुक्त : 22/09/2015

FB page- Upper Primary School Qadrabaad Block Samrer District Badaun

👉2- विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के प्रयास :
A- स्वयं के प्रयास:
लगभग बंद पड़े इस विद्यालय में नियुक्ति के समय अन्य अध्यापक न होने के कारण शिक्षण कार्य से पहले बड़ी चुनौती नियमित उपस्थिति की थी। इसके लिए नियमित आने वाले छात्रों को लेकर एक ग्रुप बनाया और आर्ट क्राफ्ट, खेल-खेल में सीखना, रेडियो कार्यक्रम और आईसीटी का प्रयोग कर बच्चों में उत्सुकता और रुचि जागृत करने का प्रयास शुरू किया। इसका परिणाम सुखद रहा, धीरे-धीरे नियमित छात्र संख्या बढ़ने लगी। बंद पड़े एक कक्ष को एक्टिविटी रूम की संकल्पना पर विकसित करने की शुरुआत कर छात्र छात्राओं को इसमें संलग्न किया, जिससे अपने कौशल को व्यक्त करने के साथ-साथ उनका भावनात्मक जुड़ाव भी विद्यालय से बढ़ने लगा। चारदीवारी ना होने के बावजूद भी छात्र-छात्राओं के साथ मिलकर पौधारोपण शुरू किया और उनकी देखभाल की जिम्मेदारी पौधों पर उनके नाम की स्लिप के साथ बच्चों को दी। इसके साथ ही विद्यालय में विज्ञान कक्ष की स्थापना भी की, जिस में विषय से संबंधित मॉडल चार्ट आदि बच्चों के साथ मिलकर बनाएं इन सब का सुखद परिणाम मिला और ग्रामवासियों का ध्यान भी इस बंद पड़े विद्यालय की शिक्षण व्यवस्था की ओर गया और परिणाम स्वरूप विद्यालय में नामांकन बढ़ता रहा।







B- अन्य शिक्षकों के सहयोग से:
विद्यालय में अतिक्रमण को रोकने के लिए तथा पेड़ पौधों की सुरक्षा के लिए स्टाफ एवं प्रभारी प्रधानाध्यापक से विचार विमर्श के पश्चात मेन गेट लगवाने का निर्णय लिया गया इसी के साथ-साथ विद्यालय के भौतिक परिवेश में परिवर्तन किया गया जिससे कि विद्यालय परिसर स्वच्छ और आकर्षक हो गया इससे आसपास के गांव के बच्चे भी विद्यालय की ओर आकर्षित हुए और नामांकन में वृद्धि हुई। प्रभारी प्रधानाध्यापक के सहयोग से पेयजल व्यवस्था हेतु सबमर्सिबल फिटिंग कराई गई जिससे पेयजल सुविधा, रसोईघर का संचालन और पेड़ पौधों की देखभाल आसान हुई।

C- जनप्रतिनिधि के सहयोग से:
D- शासन के सहयोग से:
विद्यालय में शासन की ओर से विद्युत व्यवस्था की गई जिससे बच्चों का हर मौसम में पढ़ना सुविधाजनक हो गया। शासन की ओर से मिली कंपोजिट ग्रांट से मीना मंच कक्ष का जीर्णोद्धार किया गया। शासन द्वारा उपलब्ध विज्ञान किट, खेल का सामान, पुस्तकालय, यूनिफार्म, बैग और पुस्तकों की व्यवस्था से सरकारी स्कूलों के प्रति छात्रों का आकर्षण बढ़ा। शासन के सहयोग से शौचालय के साथ इनसीनेटर और रसोईघर घर हेतु गैस कनेक्शन मिला तथा विद्यालय में चारदीवारी का निर्माण पूर्ण हुआ।
E- जन सहभागिता से:
F- अन्य सहयोग से:
सामाजिक संस्था के सहयोग से विद्यार्थियों के लिए योगा और ध्यान का कैंप आयोजित किया गया, जिससे उनकी एकाग्रता क्षमता बढ़ाने में सहयोग मिला। इसी के साथ साथ संस्था द्वारा विद्यार्थियों के लिए खेल का सामान तब उपलब्ध कराया गया जब यह सुविधा किसी सरकारी विद्यालय में उपलब्ध नहीं थी। इसकी व्यापक मीडिया कवरेज जगह-जगह पहुँची।

👉3- किए गये प्रयासों का परिणाम :
A- प्रयास से पहले और प्रयास के बाद नामांकन :
वर्ष 2015 मैं नियुक्ति के समय नामांकन 72 था जो प्रतिवर्ष क्रमशः 90, 108, 123, 123 अर्थात बढ़ता रहा।

B- वर्तमान उपस्थिति का प्रतिशत-
वर्तमान में विषम परिस्थितियों के बावजूद 70 से अधिक 80% तक उपस्थिति रहती है, जो बच्चों की शिक्षा के प्रति जागरूकता और रुचि का परिणाम है।

👉4- विद्यार्थियों की
उपलब्धियाँ:-
A- विद्यार्थियों द्वारा प्राप्त पुरस्कार विवरण:
- नियुक्ति के प्रथम वर्ष 2015 में ही बने दो विज्ञान प्रोजेक्ट को इंस्पायर प्रोग्राम के अंतर्गत जनपद स्तर पर रु 5000 प्रति प्रोजेक्ट छात्रवृत्ति प्रदान की गई यह पुरस्कार 2 छात्रों को मिला।

- विभिन्न खेल प्रतियोगिता में विद्यालय के 20 छात्र-छात्राओं को प्रथम पुरस्कार तथा 12 छात्र छात्राओं को द्वितीय पुरस्कार मिला।
- वर्ष 2019 में राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के अंतर्गत जनपद स्तरीय विज्ञान गणित मॉडल प्रतियोगिता में विद्यालय के विज्ञान मॉडल को प्रथम पुरस्कार 5000 की पारितोषिक के साथ मिला।
- वर्ल्ड 2019 में आयोजित जिला स्तरीय नवप्रवर्तन प्रदर्शनी में विद्यालय के छात्र के विज्ञान मॉडल को प्रथम पुरस्कार रु 1000 की धनराशि के साथ मिला।

-मानव सेवा क्लब बरेली द्वारा आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में विद्यालय के छात्रों ने प्रथम द्वितीय तृतीय पुरस्कार जीते।

B- विद्यार्थियों की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का विवरण:
C- विद्यार्थियों की अन्य उपलब्धियाँ:
विद्यालय के पूर्व छात्रों ने वर्ष 2019 की हाईस्कूल परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन किया तथा 70% तक अंक अर्जित किए।

बदायूँ में आयोजित टीएलएम मेले में विद्यालय के छात्रों का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा।

विद्यालय की छात्राएं मीना मंच पावर एंजेल प्रशिक्षण में प्रथम बार बदायूँ गई और उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा।

👉5 - विद्यालय की प्रेरक शिक्षण, सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियाँ:-

विद्यालय में विभिन्न महत्वपूर्ण दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जैसे स्वतंत्रता दिवस , गणतंत्र दिवस, मीना मंच जन्म दिवस, बाल दिवस, शिक्षक दिवस, बालसभा, जयंती समारोह। इसके अतिरिक्त सामाजिक गतिविधियों के अंतर्गत स्कूल चलो अभियान रैली, मतदाता जागरूकता रैली, स्वच्छता हेतु जागरूकता रैली, वृक्षारोपण कार्यक्रम, स्वास्थ्य कार्यक्रम, चुनाव पाठशाला, टीकाकरण अभियान, कृमि मुक्ति दिवस को समय-समय पर आयोजित किया जाता है। खेलकूद को भी पाठ्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हुए पढ़ाई के साथ गतिविधि आधारित शिक्षण कराया जाता है। इसके अतिरिक्त विभिन्न प्रकार की खेल प्रतियोगिताएं छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित की जाती हैं और उनके उत्साहवर्धन हेतु इन अवसरों पर पुरस्कार वितरण भी किया जाता है।

👉6 - शिक्षकों और विद्यालय की उपलब्धियां:-
A- शिक्षकों के नवाचारों का विवरण:-
सर्वप्रथम मेरा प्रयास रहा कि छात्र-छात्राओं का भावनात्मक जुड़ाव विद्यालय से हो इसके लिए विद्यालय में एक्टिविटी रूम विज्ञान कक्ष और मीना मंच कक्ष की स्थापना की।

विद्यालय के छात्र-छात्राओं को आईसीटी के प्रयोग से अवगत कराने के साथ-साथ विभिन्न एप्लीकेशन जैसे दीक्षा आदि का प्रयोग करना सिखाया।

कक्षा में विषय शिक्षण में आवश्यक टीएलएम बनाने में छात्र-छात्राओं को संलग्न किया जिससे उसे बनाते समय उससे संबंधित आवश्यक जानकारी से भी वह अवगत होते रहे।

विद्यार्थियों को स्वच्छता की आदत डलवाने के लिए उन्हें नियमित यूनिफॉर्म में आने को प्रेरित करने के लिए टाई, बेल्ट, आई कार्ड और हेयर बैंड का प्रबंध किया। जिससे उनके व्यक्तित्व में परिवर्तन आया और वह स्वच्छता के प्रति जागरूक हुए।

बच्चों में नेतृत्व क्षमता और सहयोग की भावना को विकसित करने के लिए क्लास मॉनिटर और मीना मंच सदस्यों के लिए badges की व्यवस्था शुरू की।

विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करने हेतु विभिन्न प्रकार की शिक्षण विधियों को रोचक बनाया और विद्यार्थियों को कलर डायग्राम बनाने के लिए प्रेरित किया। जिससे उनकी कार्यपुस्तिका का काम सुंदर एवं व्यवस्थित होना शुरू हुआ तथा सूक्ष्मदर्शी के प्रयोग की जानकारी के साथ-साथ उससे चित्र लेने की तकनीकी जानकारी भी छात्रों को दी, जिससे उसमें उनकी उत्सुकता और रुचि जागृत हुई।

विद्यालय में प्रार्थना स्थल की गतिविधियों को आईसीटी के प्रयोग द्वारा नया स्वरूप दिया तथा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक का आयोजन विद्यालय में आरंभ किया।

विद्यालय में पैरंट्स टीचर मीटिंग आयोजित कर अभिभावक संपर्क बढ़ाया और उन्हें लड़कियों के लिए भी शिक्षा की आवश्यकता के प्रति जागरूक किया जिससे आज विद्यालय में नामांकन संख्या में 50% बालिका है।

विद्यार्थियों की कम्युनिकेशन स्किल को बेहतर करने के लिए We Learn English प्रोग्राम के साथ-साथ खेलों को भी माध्यम बनाकर प्रस्तुतीकरण देने के लिए छात्र छात्राओं को प्रोत्साहित किया जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा।

B- शिक्षकों के विभिन्न सम्मानों एवं पुरस्कारों विवरण:
मैं अध्यापन के क्षेत्र में गत 19 वर्षों से संलग्न हूँ, पहले 15 वर्ष कॉलेज स्तर पर शिक्षण के दौरान भी कई बार उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान से सम्मानित होने का सौभाग्य मिलता रहा है।
वर्ष 2004, 2007, 2015 में खंडेलवाल कॉलेज बरेली द्वारा बेस्ट टीचर अवार्ड दिया गया।

वर्ष 2004 में रोटरी क्लब बरेली द्वारा उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान मिला।

वर्ष 2018 में टी एल एम मेला बदायूँ में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।

वर्ष 2018 में भारतीय पत्रकारिता संस्थान बरेली द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान हेतु "शिक्षा सेवा सम्मान" से सम्मानित होने का अवसर मिला।

वर्ष 2018 में मंडल स्तरीय शैक्षिक नवाचार कार्यशाला में नवाचार प्रस्तुतीकरण हेतु सम्मानित किया गया।

वर्ष 2018 में विद्यालय का नाम जनपद बदायूँ के उत्कृष्ट विद्यालय की सूची में चयनित हुआ।

शिक्षक दिवस पर बेसिक शिक्षा विभाग बदायूँ द्वारा वर्ष 2018 में उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान से सम्मानित होने का सौभाग्य मिला।

वर्ष 2018 में महाराणा प्रताप सेवा समिति बरेली द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों के लिए उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान मिला।

वर्ष 2019 में जनपद स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में उत्कृष्ट प्रदर्शन के मार्गदर्शक के रुप में सम्मानित किया गया।

















C- शिक्षकों की अन्य उपलब्धियाँ:
मेरे विद्यार्थियों का विभिन्न प्रतियोगिता में प्रतिभाग करना और न्याय पंचायत, ब्लॉक और जनपद स्तर पर उनका उत्कृष्ट प्रदर्शन करना एक शिक्षिका के रूप में निश्चित थी मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि है।

👉7 - मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश:
मिशन शिक्षण संवाद का उद्देश्य शिक्षकों को आपस में एक साथ जोड़ कर, एक दूसरे के सहयोग से, सकारात्मक सोच की शक्ति से बेसिक शिक्षा को नई पहचान दिलाने का प्रयास करना है तथा यह सीखने सिखाने की स्वयंसेवी एवं स्वैच्छिक पहल है क्योंकि शिक्षण ही शिक्षक का अस्तित्व होता है अतःशिक्षा के उत्थान के लिए किए गए प्रयासों को साझा करने के लिए यह उत्तम मंच है। मुझे मिशन शिक्षण संवाद से जोड़ने के लिए हार्दिक आभार।
भविष्य में भी मैं शिक्षा के लिए और बेहतर करने का अपना प्रयास अनवरत जारी रखूँगी।

👉8 - शिक्षक समाज के लिए संदेश:-
एक अच्छा शिल्पकार किसी भी प्रकार के पत्थर को तराश कर उसे सुन्दर आकृति का रूप दे देता है। किसी भी सुन्दर मूर्ति को तराशने में शिल्पकार की बहुत बड़ी भूमिका होती है। इसी प्रकार सभी शिक्षकों का भी प्रथम दायित्व है कि वह अपने विद्यार्थियों को इस प्रकार से संवारे और सजाये कि उनके द्वारा शिक्षित किये गये सभी बच्चे 'विश्व का प्रकाश' बनकर सारे विश्व को अपनी रोशनी से प्रकाशित कर सकें। इस प्रकार शिक्षक उस शिल्पकार की भाँति होता है जो प्रत्येक बालक को समाज की आवश्यकताओं के अनुरूप, एक सुन्दर आकृति का रूप प्रदान कर, उसे 'समाज का प्रकाश' बना सकता है। परिस्थितियाँ विषम हो सकती हैं लेकिन एक शिक्षक को अपने प्रयास कभी नहीं छोड़ना चाहिए।

👉9- संकलन एवं सहयोग :
सचिन सक्सेना बदायूँ
टीम मिशन शिक्षण संवाद
20-07-2020

नोट: मिशन शिक्षण संवाद में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर - 9458278429 पर लिखें। 

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