प्यारे बच्चों एक बात सुनो
प्यारे बच्चों एक बात सुनो ये वक्त जरा सा मुश्किल है,
ये वक्त गुजर ही जाएगा आगे देखो वो मंजिल है।।
1-घर में ही रहकर पढ़ना है,
सब काम समय पर करना है।
ये घना अंधेरा छँट जाएगा, छाये जो काले बादल हैं।।
2-यह समय न व्यर्थ गँवाना तुम,
ना खेल में गुम हो जाना तुम।
मानव जीवन आसान नहीं,
सुख दुःख जीवन के पहलू हैं।।
3-चारों ओर बच्चों देखो फैली ये महामारी है,
हाथों को अपने धोने में ही हम सबकी समझदारी है।
नहीं बाहर कहीं भी जाना,
तुम्हें घर में ही अपने रहना है।।
4-हम सब जल्दी मिल पाएँगे,
मिल-जुलकर पढ़ें पढ़ाएँगे।
विपरीत समय की धारा है,
हमको भी मंजिल की धुन है।।
प्यारे बच्चों--------------------
ये वक्त गुजर-----------------
रचयिता
ऋतु श्रीवास्तव,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय- भौंरी- 2,
विकास खण्ड-मानिकपुर,
जनपद-चित्रकूट।
ये वक्त गुजर ही जाएगा आगे देखो वो मंजिल है।।
1-घर में ही रहकर पढ़ना है,
सब काम समय पर करना है।
ये घना अंधेरा छँट जाएगा, छाये जो काले बादल हैं।।
2-यह समय न व्यर्थ गँवाना तुम,
ना खेल में गुम हो जाना तुम।
मानव जीवन आसान नहीं,
सुख दुःख जीवन के पहलू हैं।।
3-चारों ओर बच्चों देखो फैली ये महामारी है,
हाथों को अपने धोने में ही हम सबकी समझदारी है।
नहीं बाहर कहीं भी जाना,
तुम्हें घर में ही अपने रहना है।।
4-हम सब जल्दी मिल पाएँगे,
मिल-जुलकर पढ़ें पढ़ाएँगे।
विपरीत समय की धारा है,
हमको भी मंजिल की धुन है।।
प्यारे बच्चों--------------------
ये वक्त गुजर-----------------
रचयिता
ऋतु श्रीवास्तव,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय- भौंरी- 2,
विकास खण्ड-मानिकपुर,
जनपद-चित्रकूट।
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