प्रेरणा सूची हिंदी की बात

प्रेरणा सूची हिंदी की बात
 कुछ बातें रखनी हैं याद।
कक्षा 3 तक मानक  9 हैं
 चार-पाँच में मानक सात।
एक का बच्चा सुनकर समझे
 स्मृतियों से अपने हल दे।
खुद के बारे में कर ले बात
 रोजमर्रा की चीजें भी हों ज्ञात।
हो जाए वर्णमाला ज्ञान
परिचित ध्वनियों की हो पहचान।
तीन अक्षर के शब्द पढ़ेगा
गलती इसमें नहीं करेगा।
बच्चा पढ़े सरल पाठ्यांश
हो जिसमें 4, 5 ही वाक्य।
आओ करें अब दो की बात
मौखिक बातों में हों निष्णात।
बच्चा अब जानेगा संयुक्ताक्षर
7-10 वाक्य पढ़ेगा बेहतर।
क्या, क्यों वाले करें सवाल
मिल जाए बच्चों से हल।
लिख लेगा 2-3 वाक्य
चित्र और अनुभव का ले आधार।
अब आई है कक्षा तीन
स्तर हुआ और बेहतरीन।
शब्दावली हुई परिष्कृत
कथा सुनाए चित्र आधारित।
10, 12 पढ़ ले वाक्य
शुद्धता, प्रवाह के साथ।
तार्किक कौशल होता विकसित
छात्र करेगा राय भी निर्मित।
संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण,
वाक्य संरचना इस्तेमाल।
लिख लेगा 5-6 वाक्य
लिखेगा संरचनाबद्ध जवाब
भले रहें 2-3 ही वाक्य।
आओ देखें कक्षा चार
पढ़कर, सुनकर, देखकर
छात्र बनाएगा खुद के विचार।
 व्याकरणिक समझ
हुई अब विस्तृत।
वृहद शब्दावली
 हुई अब निर्मित।
पाठ के सीधे प्रश्नों का
हल संरचनाबद्ध करेगा
वाक्य 3-5 रहेगा।
लेकर भाषा की उपयुक्त संरचना
छात्र करेगा पाठ की रचना।
वाक्य भले हों 5-6
हैं ये 9 साल के बच्चे।
 पत्र लेखन की हुई शुरुआत
कक्षा 4 की ख़तम हुई बात।
सबसे अंत में कक्षा पाँच
छात्र करेगा अभिनय, संवाद।
छोटी कविताएँ निर्माण
दे लेगा छोटा भाषण।
अपनी त्रुटियाँ स्वयं सुधार
व्याकरण में आया परिष्कार।
पाठ  प्रश्नों के लिखे जवाब
वाक्य रहेंगे 5 से 7।
लेख, कहानी, पत्र, आवेदन
7-8 वाक्य में करेगा लेखन।

रचयिता
डॉ0 निशा मौर्या, 
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय मीरजहांपुर,
विकास खण्ड-कौड़िहार-1,
जनपद-प्रयागराज।

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