४७१~ राजीव कुमार गुप्ता (इं.प्र.अ.) प्राथमिक विद्यालय कवा ब्लॉक - ऐरवाकटरा जनपद - औरैया
🏅अनमोल रत्न🏅
💁🏻♂️ मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- औरैया से अनमोल रत्न शिक्षक भाई राजीव कुमार गुप्ता जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया। जिससे बेसिक शिक्षा की सबसे जटिल समस्याओं में से एक नामांकन एवं उपस्थिति पर सफलता प्राप्त की जा सकी। आपके प्रेरक प्रयास हम सभी के लिए अनुकरणीय हैं।
💁🏻♂️ आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक एवं अनुकरणीय प्रयासों को :
https://www.facebook.com/1598220847122173/posts/2708203032790610/
🥀1 - शिक्षक का परिचय :-
राजीव कुमार गुप्ता (इं.प्र.अ.)
प्राथमिक विद्यालय कवा
ब्लॉक - ऐरवाकटरा
जनपद - औरैया
प्रथम नियुक्ति - 30 दिसंबर 2010
शहबाजपुर (सहार)
वर्तमान विद्यालय नियुक्ति -16 मार्च 2011
दिसंबर 2015 से प्रभारी प्रधानाध्यापक के रूप में दायित्वों का निर्वाहन।
🥀2 - विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के प्रयास :
A- स्वयं के प्रयास
👉 घर-घर जाकर संपर्क करना शुरू किया। बेहतर शिक्षा का वायदा कर नामांकन व ठहराव बढ़ाने का कार्य शुरू किया।
👉 विद्यालय की बाउंड्री टूटी होने के कारण आवारा जानवर विद्यालय के प्रांगण में गंदगी करते थे। स्वयं प्रयास कर चारों तरफ लकड़ी के खम्बों में कटीले तारों को लगवाया।
👉 एक कमरे का फर्श खराब होने के कारण फर्श बनबाया। विद्यालय गेट की मरम्मत करवाकर लगवाया।
👉 अनियमित व अनुपस्थिति रहने वाले बच्चों के अभिभावकों से सतत संपर्क कर उन्हें विद्यालय से जोड़ा।
👉 सभी बच्चों को स्वयं व्यय पर सर्दी में ऊनी कैप का वितरण किया।
👉 निःशुल्क ड्रेस के साथ - साथ निजी प्रयास से सभी बच्चों को आईकार्ड, टाई व बेल्ट का वितरण किया।
👉 प्रत्येक वर्ष रसोइया माताओं को विद्यालय परिवार की तरफ से उपहार सम्मानित किया जाता है।
👉 मेघावी बच्चों को सत्रांत में भव्य समारोह में सम्मानित किया जाता है।
👉 सभी बच्चों का माह के अंत में जन्मदिन मनाया जाता है।
👉 छात्र - छात्राओं द्वारा वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया।
🥀 B - अन्य शिक्षकों का सहयोग
👉श्री अशोक कुमार (शिक्षा मित्र) व श्रीमती अमलेश कुमारी (शिक्षा मित्र) की कर्मठता व लगनशीलता से विद्यालय व्यवस्था एवं शिक्षण में विशेष सहयोग रहा। साथ ही शिक्षा मित्र समायोजन निरस्त होने पर पुनः श्री अशोक कुमार अपने मूल विद्यालय चले गए। उनके स्थान पर श्री अवधेश कुमार पुनः अपने मूल विद्यालय लौटना पड़ा परंतु गत वर्ष उनका चयन सहायक अध्यापक के पद पर इलाहाबाद हो गया। इसके बाद विद्यालय में श्री रविराज पोरवाल का चयन सहायक अध्यापक के पद पर हुआ। जो कि बहुत ही कर्मठ व लगनशील शिक्षक हैं।
🥀C - विद्यालय प्रबन्ध समिति की सहभागिता से बच्चों की उपस्थिति व ठहराव में वृद्धि हुई। जिससे विद्यालय की सकारात्मक छवि बनी।
🥀D - उच्च प्राथमिक विद्यालय एक ही प्रांगण में होने पर वहां के वरिष्ठ अध्यापक श्री सुघरसिंह जी से विद्यालय संचालन हेतु निरन्तर मार्गदर्शन मिलता रहा।
🥀E- वर्ष 2019-20 में ग्रामप्रधान श्री शैलेन्द्र कुमार जी के द्वारा कायाकल्प के अंतर्गत विद्यालय में मॉडल शौचालय व सभी कमरों में टायल्स लगवाये, साथ ही विद्यालय की बाउंड्री का निर्माण भी पूरा कराया।
🥀3 - किये गए प्रयासों का परिणाम।
A- प्रयास से पहले और प्रयास के बाद नामांकन।
👉 जब मुझे वर्ष 2015 में प्रभारी प्रधानाध्यापक का दायित्व मिला तब नामांकन बहुत कम था। पास में दो प्राइवेट स्कूल चल रहे थे पर मैंने हार नहीं मानी। लगातार प्रयास जारी रहा और एक दिन सफलता मिल ही गई।प्रतिवर्ष नामांकन में वृद्धि होती गई और अंत मे प्राइवेट स्कूलों को बंद होना ही पड़ा।
वर्ष 2014-15 में - 71
2015-16 में - 104
2016-17 में - 113
2017-18 में - 124
2018-19 में - 153
2019-20 में - 157
B - 👉 वर्तमान उपस्थिति का प्रतिशत 90% तक रहता है।
👉 छात्रों के स्तरानुसार व गतिविधि आधारित कक्षा शिक्षण।
👉 विद्यालय में प्रतिवर्ष बच्चों के साथ वृक्षारोपण किया जाता हैं।
👉मीना मंच, बालसंसद, माँ समूह की निरंतर सक्रिय सहभागिता से विद्यालय का माहौल अच्छा बना।
👉 बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चलाकर बेटियों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा गया।
👉 नियमित रूप से खेल कूद सामिग्री के उपयोग के साथ बच्चों को शिक्षकों के मार्गदर्शन में दौड़, कबड्डी, खों-खों आदि का निरंतर अभ्यास कराया गया।
👉 बच्चों को प्रार्थना सभा में सामान्यज्ञान जानकारी के साथ - साथ योगा का भी अभ्यास भी शुरू किया गया।
C - प्रतियोगिताओं में सफल छात्रों की संख्या।
🎖️ब्लॉक स्तर पर बालक वर्ग में कक्षा - 4 के छात्र धीरज कुमार ने 200 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान व लंबी कूद में द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
🎖️जनपद स्तर पर बालक वर्ग में शनि कुमार कक्षा-5 ने 200 मीटर दौड़ में तृतीय स्थान व धीरज कुमार ने 100 मीटर दौड़ में द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
4 - विद्यार्थियों की उपलब्धियाँ :-
👉 ब्लॉक स्तर पर बच्चों के खेल प्रतियोगिता में भाग लेने पर श्रीमान खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा सम्मानित ✨🎖️किया गया।
👉 जनपद स्तर पर खेल प्रतियोगिता में भाग लेने पर श्रीमान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा सम्मान प्राप्त 📜🎖️।
🥀5 - सभी विद्यार्थी विद्यालय की प्रेरक शैक्षिक, सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियों में बढ़ चढ़कर प्रतिभाग करते हैं।
🥀6 -शिक्षकों और विद्यालय की उपलब्धियाँ।
A- शिक्षकों के नवाचारों का विवरण।
👉 श्री रविराज पोरवाल (स.अ.) व श्री मती अमलेश कुमारी (शिक्षा मित्र) के द्वारा विभिन्न गतिविधि आधारित शिक्षण व नवाचारों के माध्यम से बच्चों में पठन-पाठन के प्रति रुचि ।
👉 खेल-खेल के माध्यम से शिक्षण कार्य, कविताओं व कहानियों के माध्यम से स्वनिर्मित पोस्टर नवाचारों का प्रयोग करके बच्चों को शिक्षण कार्य कराया जाता हैं।
B - शिक्षकों के विभिन्न सम्मानों एवं पुरस्कारों के विवरण।
👉 जनपद स्तर पर दो बच्चों के विजेता बनने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा 'मार्गदर्शक खेल शिक्षक' 📜का प्रशस्ति पत्र प्राप्त हुआ।
🥀7 - मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश :
मिशन शिक्षण संवाद से शिक्षण व्यवस्था, नवाचारों, गतिविधियों से प्रेरित होकर मैंने भी इसे अपनाकर बच्चों को उनकी उपलब्धि स्तर की ओर ले जाने का प्रयास प्रारंभ किया जिसके सकारात्मक परिणाम भी मिले।
🥀8 - बेसिक शिक्षा बच्चे की आधारभूत नींव है। हम अधिकांश शिक्षक बेसिक के विद्यालयों से ही पढ़कर यहां पहुँचे हैं। मैं मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से सभी साथियों से निवेदन करना चाहूँगा कि बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ हम उन्हें दक्ष बनाने का प्रयास भी करते रहें।
साभार -
राजीव कुमार गुप्ता (इं.प्र.अ.)
प्राथमिक विद्यालय कवा,
विख - ऐरवाकटरा
जनपद - औरैया
संकलन - ज्ञान प्रकाश
टीम मिशन शिक्षण संवाद औरैया
25-07-2020
नोट : मिशन शिक्षण संवाद में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर - 9458278429 पर लिखें ✍🏽🙏
💁🏻♂️ मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद- औरैया से अनमोल रत्न शिक्षक भाई राजीव कुमार गुप्ता जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को सामाजिक विश्वास का केन्द्र बना दिया। जिससे बेसिक शिक्षा की सबसे जटिल समस्याओं में से एक नामांकन एवं उपस्थिति पर सफलता प्राप्त की जा सकी। आपके प्रेरक प्रयास हम सभी के लिए अनुकरणीय हैं।
💁🏻♂️ आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक एवं अनुकरणीय प्रयासों को :
https://www.facebook.com/1598220847122173/posts/2708203032790610/
🥀1 - शिक्षक का परिचय :-
राजीव कुमार गुप्ता (इं.प्र.अ.)
प्राथमिक विद्यालय कवा
ब्लॉक - ऐरवाकटरा
जनपद - औरैया
प्रथम नियुक्ति - 30 दिसंबर 2010
शहबाजपुर (सहार)
वर्तमान विद्यालय नियुक्ति -16 मार्च 2011
दिसंबर 2015 से प्रभारी प्रधानाध्यापक के रूप में दायित्वों का निर्वाहन।
🥀2 - विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के प्रयास :
A- स्वयं के प्रयास
👉 घर-घर जाकर संपर्क करना शुरू किया। बेहतर शिक्षा का वायदा कर नामांकन व ठहराव बढ़ाने का कार्य शुरू किया।
👉 विद्यालय की बाउंड्री टूटी होने के कारण आवारा जानवर विद्यालय के प्रांगण में गंदगी करते थे। स्वयं प्रयास कर चारों तरफ लकड़ी के खम्बों में कटीले तारों को लगवाया।
👉 एक कमरे का फर्श खराब होने के कारण फर्श बनबाया। विद्यालय गेट की मरम्मत करवाकर लगवाया।
👉 अनियमित व अनुपस्थिति रहने वाले बच्चों के अभिभावकों से सतत संपर्क कर उन्हें विद्यालय से जोड़ा।
👉 सभी बच्चों को स्वयं व्यय पर सर्दी में ऊनी कैप का वितरण किया।
👉 निःशुल्क ड्रेस के साथ - साथ निजी प्रयास से सभी बच्चों को आईकार्ड, टाई व बेल्ट का वितरण किया।
👉 प्रत्येक वर्ष रसोइया माताओं को विद्यालय परिवार की तरफ से उपहार सम्मानित किया जाता है।
👉 मेघावी बच्चों को सत्रांत में भव्य समारोह में सम्मानित किया जाता है।
👉 सभी बच्चों का माह के अंत में जन्मदिन मनाया जाता है।
👉 छात्र - छात्राओं द्वारा वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया।
🥀 B - अन्य शिक्षकों का सहयोग
👉श्री अशोक कुमार (शिक्षा मित्र) व श्रीमती अमलेश कुमारी (शिक्षा मित्र) की कर्मठता व लगनशीलता से विद्यालय व्यवस्था एवं शिक्षण में विशेष सहयोग रहा। साथ ही शिक्षा मित्र समायोजन निरस्त होने पर पुनः श्री अशोक कुमार अपने मूल विद्यालय चले गए। उनके स्थान पर श्री अवधेश कुमार पुनः अपने मूल विद्यालय लौटना पड़ा परंतु गत वर्ष उनका चयन सहायक अध्यापक के पद पर इलाहाबाद हो गया। इसके बाद विद्यालय में श्री रविराज पोरवाल का चयन सहायक अध्यापक के पद पर हुआ। जो कि बहुत ही कर्मठ व लगनशील शिक्षक हैं।
🥀C - विद्यालय प्रबन्ध समिति की सहभागिता से बच्चों की उपस्थिति व ठहराव में वृद्धि हुई। जिससे विद्यालय की सकारात्मक छवि बनी।
🥀D - उच्च प्राथमिक विद्यालय एक ही प्रांगण में होने पर वहां के वरिष्ठ अध्यापक श्री सुघरसिंह जी से विद्यालय संचालन हेतु निरन्तर मार्गदर्शन मिलता रहा।
🥀E- वर्ष 2019-20 में ग्रामप्रधान श्री शैलेन्द्र कुमार जी के द्वारा कायाकल्प के अंतर्गत विद्यालय में मॉडल शौचालय व सभी कमरों में टायल्स लगवाये, साथ ही विद्यालय की बाउंड्री का निर्माण भी पूरा कराया।
🥀3 - किये गए प्रयासों का परिणाम।
A- प्रयास से पहले और प्रयास के बाद नामांकन।
👉 जब मुझे वर्ष 2015 में प्रभारी प्रधानाध्यापक का दायित्व मिला तब नामांकन बहुत कम था। पास में दो प्राइवेट स्कूल चल रहे थे पर मैंने हार नहीं मानी। लगातार प्रयास जारी रहा और एक दिन सफलता मिल ही गई।प्रतिवर्ष नामांकन में वृद्धि होती गई और अंत मे प्राइवेट स्कूलों को बंद होना ही पड़ा।
वर्ष 2014-15 में - 71
2015-16 में - 104
2016-17 में - 113
2017-18 में - 124
2018-19 में - 153
2019-20 में - 157
B - 👉 वर्तमान उपस्थिति का प्रतिशत 90% तक रहता है।
👉 छात्रों के स्तरानुसार व गतिविधि आधारित कक्षा शिक्षण।
👉 विद्यालय में प्रतिवर्ष बच्चों के साथ वृक्षारोपण किया जाता हैं।
👉मीना मंच, बालसंसद, माँ समूह की निरंतर सक्रिय सहभागिता से विद्यालय का माहौल अच्छा बना।
👉 बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चलाकर बेटियों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा गया।
👉 नियमित रूप से खेल कूद सामिग्री के उपयोग के साथ बच्चों को शिक्षकों के मार्गदर्शन में दौड़, कबड्डी, खों-खों आदि का निरंतर अभ्यास कराया गया।
👉 बच्चों को प्रार्थना सभा में सामान्यज्ञान जानकारी के साथ - साथ योगा का भी अभ्यास भी शुरू किया गया।
C - प्रतियोगिताओं में सफल छात्रों की संख्या।
🎖️ब्लॉक स्तर पर बालक वर्ग में कक्षा - 4 के छात्र धीरज कुमार ने 200 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान व लंबी कूद में द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
🎖️जनपद स्तर पर बालक वर्ग में शनि कुमार कक्षा-5 ने 200 मीटर दौड़ में तृतीय स्थान व धीरज कुमार ने 100 मीटर दौड़ में द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
4 - विद्यार्थियों की उपलब्धियाँ :-
👉 ब्लॉक स्तर पर बच्चों के खेल प्रतियोगिता में भाग लेने पर श्रीमान खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा सम्मानित ✨🎖️किया गया।
👉 जनपद स्तर पर खेल प्रतियोगिता में भाग लेने पर श्रीमान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा सम्मान प्राप्त 📜🎖️।
🥀5 - सभी विद्यार्थी विद्यालय की प्रेरक शैक्षिक, सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियों में बढ़ चढ़कर प्रतिभाग करते हैं।
🥀6 -शिक्षकों और विद्यालय की उपलब्धियाँ।
A- शिक्षकों के नवाचारों का विवरण।
👉 श्री रविराज पोरवाल (स.अ.) व श्री मती अमलेश कुमारी (शिक्षा मित्र) के द्वारा विभिन्न गतिविधि आधारित शिक्षण व नवाचारों के माध्यम से बच्चों में पठन-पाठन के प्रति रुचि ।
👉 खेल-खेल के माध्यम से शिक्षण कार्य, कविताओं व कहानियों के माध्यम से स्वनिर्मित पोस्टर नवाचारों का प्रयोग करके बच्चों को शिक्षण कार्य कराया जाता हैं।
B - शिक्षकों के विभिन्न सम्मानों एवं पुरस्कारों के विवरण।
👉 जनपद स्तर पर दो बच्चों के विजेता बनने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा 'मार्गदर्शक खेल शिक्षक' 📜का प्रशस्ति पत्र प्राप्त हुआ।
🥀7 - मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश :
मिशन शिक्षण संवाद से शिक्षण व्यवस्था, नवाचारों, गतिविधियों से प्रेरित होकर मैंने भी इसे अपनाकर बच्चों को उनकी उपलब्धि स्तर की ओर ले जाने का प्रयास प्रारंभ किया जिसके सकारात्मक परिणाम भी मिले।
🥀8 - बेसिक शिक्षा बच्चे की आधारभूत नींव है। हम अधिकांश शिक्षक बेसिक के विद्यालयों से ही पढ़कर यहां पहुँचे हैं। मैं मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से सभी साथियों से निवेदन करना चाहूँगा कि बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ हम उन्हें दक्ष बनाने का प्रयास भी करते रहें।
साभार -
राजीव कुमार गुप्ता (इं.प्र.अ.)
प्राथमिक विद्यालय कवा,
विख - ऐरवाकटरा
जनपद - औरैया
संकलन - ज्ञान प्रकाश
टीम मिशन शिक्षण संवाद औरैया
25-07-2020
नोट : मिशन शिक्षण संवाद में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर - 9458278429 पर लिखें ✍🏽🙏
Comments
Post a Comment